लिनक्स आपकी जेब में रविशंकर श्रीवास्तव पूर्व टेक्नोक्रैट, तकनीकी सलाहकार आभार इस किताब को आप तक लाने में बहुत से मित्रों का अप्रतिम सहयोग म...
लिनक्स आपकी जेब में
रविशंकर श्रीवास्तव
पूर्व टेक्नोक्रैट, तकनीकी सलाहकारआभार
इस किताब को आप तक लाने में बहुत से मित्रों का अप्रतिम सहयोग मिला है. जी. करुणाकर, राजेश रंजन, रविकांत, गोरा मोहंती, देबाशीष के सक्रिय सहयोग व प्रेरणा के बग़ैर इसकी संकल्पना संभव नहीं थी.देवनागरी.नेट के आलोक – जिन्होंने इंटरनेट पर हिन्दी के विकास और प्रचार-प्रसार के लिए इसके शुरूआती दिनों से ही सक्रिय भूमिका में लगे रहे हैं, और इन्होंने लिनक्स गाइड का शुरुआती हिन्दी अनुवाद कार्य किया – उनका विशेष आभार. इस किताब में शामिल कुछ हिस्से उनके द्वारा किए गए अनुवादों में से लिए गए हैं.
लिनक्स टिप्स एवं ट्रिक्स के अच्छे ख़ासे संग्रह के लिए विग्योरलाइफ़.कॉम के अंकुर गुप्ता का विशेष आभार.
इंडलिनक्स.ऑर्ग संस्था व इनके प्रवर्तक – प्रकाश व व्यंकटेश तथा दिल्ली की संस्था सराय/सीएसडीएस का भी आभार – जिनके बग़ैर हिन्दी लिनक्स का वर्तमान स्वरूप शायद इतना समृद्ध नहीं होता.
समर्पण
माँ, रेखा, अन्वेष व अनु को
भूमिका
यह किताब लिनक्स नाम के ऑपरेटिंग सिस्टम को चलाना सीखने के लिए गाइड का काम करेगी. अब गाइड (देवानंद की ऐतिहासिक महत्व की फ़िल्म को छोड़ दें तो) के नाम से ही आम तौर पर लोग ये सोचने लगते हैं कि वे तो सस्ती क़िस्म की, उबाऊ और बेकार की चीज़ होती है, जिसमें सतही बातों का तो विस्तार से उल्लेख किया गया होता है, मगर गंभीर गूढ़ बातों का संदर्भ ही नहीं होता है. अगर आप इस किताब के बारे में भी कुछ ऐसा ख़याल रखते हैं तो उस विचार को सिरे से खारिज कर दें. क्यों? उत्तर आपको इस किताब के आगे के पृष्ठों में ख़ुद-ब-ख़ुद मिल जाएंगे.ये किताब आपके हाथ में है, इसका अर्थ है कि आप कुछ हद तक लिनक्स से परिचित हैं. लिनक्स गाइड आपके ज्ञान में न सिर्फ़ वृद्धि करेगा, यह आपके लिए एक हर-हमेशा-उपलब्ध सहायक के रूप में भी काम करेगा. जब भी कभी लिनक्स के प्रयोग में कोई समस्या आए, इस गाइड का सहारा लें. बहुत संभव है कि आपकी समस्या का समाधान इन्हीं पृष्ठों पर मिल जाए. यदि किसी विशिष्ट समस्या का समाधान नहीं भी मिलेगा तो इस किताब में दिए गए दर्ज़नों इंटरनेट कड़ियों के माध्यम से निश्चित रूप से मिल सकेगा. वैसे तो इस किताब को बेहद प्रचलित उबुन्टु लिनक्स को ध्यान में रखकर लिखा गया है, मगर इसके लगभग सारे कमांड्स और तरकीबें अन्य दूसरे लिनक्स तंत्रों पर भी बख़ूबी चलेंगे. अलबत्ता किसी तरह की कोई गारंटी-वारंटी नहीं दी जाती. और, यदि आपको इस किताब में कोई त्रुटि नजर आती है तो हमें ख़ुशी होगी यदि आप उस ओर हमारा ध्यान आकृष्ट करें. आपके सलाहों, सुझावों तथा सहयोग के हमेशा आकांक्षी रहेंगे.
यह गाइड-
यह गाइड आपको आपके कम्प्यूटर पर लिनक्स स्थापित करने व चलाने तथा लिनक्स के बहुत सारे अनुप्रयोगों के बारे में समुचित जानकारी प्रदान करेगा. प्रश्नोत्तर रूप में लिखे गए इस गाइड में प्रचुर मात्रा में स्क्रीन शॉट का प्रयोग किया गया है जिससे कि सीखने में कोई कठिनाई महसूस न हो. कई लोगों को अभी भी यही लगता है कि लिनक्स मुश्किल है, या कि सिर्फ़ विशेषज्ञ ही इस तंत्र पर महारत हासिल कर सकते हैं। लिनक्स के इस्तेमाल से सम्बन्धित बहुत सारे निःशुल्क दस्तावेज़ हैं, पर ज़्यादातर जाल यानी वेब पर हैं, बिखरे हुए हैं और भ्रामक इसलिए हैं क्योंकि उन्हें अनुभवी लिनक्स या यूनिक्स प्रयोक्ताओं को लक्ष्य कर के तैयार किया गया था। अब जबकि लिनक्स का बहुत विकास हो चुका है, और यह घर ओर दफ़्तर दोनों जगहों पर लगातार लोकप्रिय होता जा रहा है, तो इस तरह के गाइडों की ज़रूरत बढ़ गई है जो हर उम्र के लोगों को यह बताए कि लिनक्स पर हर तरह के काम करना कितना आसान और मज़ेदार है। और हाँ, यह गाइड हिन्दी लिनक्स और उससे संबंधित चीज़ों और समस्याओं – मसलन लिनक्स में हिन्दी कैसे सेट करें, हिन्दी में काम कैसे करें इस पर भी ध्यान केंद्रित करेगा.यह गाइड किसके लिए है?
यह गाइड लिनक्स प्रचालन तन्त्र यानी ऑपरेटिंग सिस्टम का एक मोटा ख़ाका पेश करती है, और साथ ही इसके आपके कम्प्यूटर पर इंस्टॉलेशन से लेकर उसके चलाने व लिनक्स पर सामान्य नेटवर्किंग, वेब ब्राउजिंग, वर्ड प्रोसेसिंग तथा एकाउंटिंग इत्यादि कार्यों को कैसे करें इसके बारे में बताती है। उम्मीद की जाती है कि इसकी मदद से नौसिखुओं को लिनक्स की एक झलक मिल सकेगी और वे इस पर बुनियादी काम की शुरुआत भी कर सकेंगे। जो लिनक्स से पहले से वाक़िफ़ हैं, वे तन्त्र और नेटवर्क प्रशासन के लिए इसका इस्तेमाल सन्दर्भ-पुस्तिका के रूप में कर सकेंगे. चूँकि यह गाइड लिनक्स तन्त्र और नेटवर्क के प्रशासकों व प्रशिक्षकों की हैसियत से विभिन्न लेखकों के भोगे हुए अनुभवों पर आधारित हैं, इसलिए उम्मीद है कि पाठकों को इन उदाहरणों से लिनक्स तंत्र की बेहतर समझ बनाने में सहूलियत तो होगी ही, वे प्रेरित होकर इस किताब की मदद से स्वयं सीखने के लिए अपने-आप हाथ-पाँव मारने की कोशिश भी करेंगे।यदि आप लिनक्स (या आम तौर पर यूनिक्स पर) कमाण्ड लाइन यूज़र एक्सपीरिएन्स (CLUE) हासिल करना चाहते हैं तो भी यह किताब आपको अत्यंत उपयोगी लगेगी।
प्रतीक चिह्न:
<> = कुंजीपट का विशिष्ट फ़ंक्शन कुंजी. उदाहरण के लिए, <Ctrl> "कंट्रोल" कुंजी को इंगित करेगा.तिरछा (इटैलिक) = फ़ाइल या वेरिएबल का नाम जिसे आप अपने कम्प्यूटर सेटिंग के हिसाब से बदलना चाहेंगे.
अंग्रेज़ी = कमांड तथा फ़ाइलनाम.
न्यूनतम आवश्यकताएँ:
वैसे तो इस किताब को आप किसी मनोरंजक उपन्यास की तरह आद्योपांत किसी फ़ुरसत की दोपहरी में पढ़ सकते हैं, मगर हम इसकी अनुशंसा नहीं करते. इस किताब का पूरा निचोड़ प्राप्त करने के लिए आपके पास थोड़ा सा आधुनिक क़िस्म का कम्प्यूटर – डेस्कटॉप या लॅपटॉप होना चाहिए, जिसमें –- पेंटियम 3 या अधिक क्लास का प्रोसेसर हो. पेंटियम 4 या अधिक जैसे कि कोर2ड्यूओ जैसे प्रोसेसर युक्त कम्प्यूटर हों तो क्या कहने!
- रैम 1 जीबी का हो,
- डीवीडी ड्राइव हो.
डिस्क्लेमर : इस गाइड में तथ्यों को भरसक सही रूप में प्रस्तुत किया गया है, मगर किसी भी हानि की स्थिति में लेखक/प्रकाशक की किसी तरह की कोई जवाबदेही नहीं होगी.
विषय सूची
1 – लिनक्स परिचय
1.1 लिनक्स क्या है?1.2 लिनक्स/यूनिक्स का इतिहास
1.3 लिनक्स का जन्म
1.4 क्या लिनक्स कठिन है?
1.5 लिनक्स में क्या है?
1.6 लिनक्स का भविष्य
1.7 मुक्त स्रोत
1.8 लिनक्स के फ़ायदे
1.9 लिनक्स की कमियाँ
2 लिनक्स की क़िस्में
2.1 ग्नू लिनक्स क्या है?2.2 लिनक्स के आकार प्रकार
2.3 रेडहैट
2.4 उबुन्टु
2.5 मंड्रिवा
2.6 डेबियन
2.7 सूसे
2.8 नॉपिक्स जीवंत (लाइव) लिनक्स
2.9 ज़ैंड्रॉस
2.10 बॉस (भारत ऑपरेटिंग सिस्टम) लिनक्स
2.11 उबुन्टु मुसलिम संस्करण
2.12 एफ़ सिक्योर रेस्क्यू लिनक्स
2.13 टाइनी लिनक्स
2.14 मुझे कौन सा लिनक्स संस्थापित करना चाहिए?
3 - उबुन्टु लिनक्स की संस्थापना
3.1 न्यूनतम आवश्यकताएँ3.2 संस्थापना की तैयारी
3.3 प्रारंभिक जाँच व कार्य
3.4 उबुन्टु संस्थापना – कुछ विकल्प
3.5 विंडोज़ कम्प्यूटर पर संस्थापना
3.6 अलग पार्टीशन या हार्डड्राइव पर संस्थापना
3.7 विंडोज़ के साथ अलग पार्टीशन पर ड्यूअल बूट मोड में संस्थापित करना
3.8 लिनक्स में बूट करना
3.9 उबुन्टु लिनक्स के लॉगिन स्क्रीन से भाषाई वातावरण तथा डेस्कटॉप प्रबंधक चुनना
4 - उबुन्टु लिनक्स मेन्यू विवरण
4.1 आलेखी मेन्यू4.2 इंटरनेट मेन्यू
4.3 कार्यालय मेन्यू
4.4 खेल मेन्यू
4.5 ध्वनि व वीडियो मेन्यू
4.6 संलग्नक मेन्यू
4.7 स्थान मेन्यू
4.8 सिस्टम मेन्यू
4.9 प्रशासन मेन्यू
4.10लॉगआउट व कम्प्यूटर बन्द करने का मेन्यू
5 - लिनक्स तंत्र में काम करना
5.1 आइए, लिनक्स में कुछ काम करें5.2 कुछ आरंभिक लिनक्स कमांड
5.3 लिनक्स व डॉस कमांड
5.4लिनक्स की डिरेक्ट्री देखें व पहचानें
6 लिनक्स फाइल सिस्टम व लिनक्स कमांड
6.1 उबुन्टु लिनक्स की फ़ाइल सिस्टम डिरेक्ट्री6.2 विस्तृत लिनक्स फ़ाइल तंत्र
6.3 लिनक्स फ़ाइल तंत्र ढाँचा
6.4 लिनक्स फ़ाइल सिस्टम में फ़ाइल डिरेक्ट्री चिह्न
6.5 लिनक्स तंत्र की महत्वपूर्ण फ़ाइलें व डिरेक्ट्रियाँ
6.5.1 लिनक्स कर्नल
6.5.2 शेल
6.5.3 शेल के प्रकार
6.5.4 नक़ली बोर्न शेल
6.5.5 शेल की विशेषताएँ
6.6 प्रक्रिया प्रबंधन के कमांड
6.7 छपाई से सम्बद्ध कमांड
6.8 बैकअप हेतु कमांड
6.9 फ़ाइल डिरेक्ट्री सुरक्षा संबंधी सीएचमोड कमांड
6.10आपकी होम डिरेक्ट्री
6.11सेटिंग संबंधी महत्वपूर्ण फ़ाइलें
6.12लिनक्स के आम उपकरण
6.13लिनक्स की आम फ़ाइलें
6.14लिनक्स के प्रोसेस
6.15कुछ और लिनक्स कमांड
7 - लिनक्स डेस्कटॉप और उसकी साज सज्जा
7.1 डेस्कटॉप रूप पसंदीदा बनाएँ7.2 डेस्कटॉप पृष्ठभूमि बदलना
7.3 डेस्कटॉप फ़ॉन्ट के आकार प्रकार बदलना
7.4 लिनक्स में स्क्रीन सेवर प्रबंधित करना
8 - लिनक्स सिस्टम प्रशासन प्रबंधन
8.1 नई भाषा जोड़ना8.2 सॉफ़्टवेयर स्रोत की सेटिंग
8.3 उबुन्टु अपडेट प्रबंधक
8.4 उपयोक्ता और समूह की सेटिंग
8.5 छपाई प्रबंधन
8.6 सेवा (सर्विस ) सेटिंग
8.7 नेटवर्क औज़ार
9 - लिनक्स में उन्नत काम करें
9.1 फ़ाइल ब्राउज़ करें9.2 इंटरनेट प्रयोग करें
9.3 ईमेल का प्रयोग कैसे करें
9.4 इंस्टैंट मैसेंजर से चैट करना
9.5 हिन्दी में कैसे लिखें
9.6 एमपी3 गाने कैसे सुनें
9.7 लिनक्स में वीडियो देखें
9.8 लिनक्स में चित्रकारी व फोटोग्राफी करें
10 – लिनक्स और ऑफ़िस अनुप्रयोग
10.1ओपन ऑफ़िस.ऑर्ग राइटर10.2ओपन ऑफ़िस.ऑर्ग स्प्रेडशीट
10.3ओपन ऑफ़िस.ऑर्ग प्रेज़ेन्टेशन
11 – लिनक्स के विविध प्रोग्राम
11.1लिनक्स और कम्प्यूटर खेल11.2लिनक्स और एकाउंटिग सॉफ़्टवेयर
11.3लिनक्स में बैकअप डाटा सीडी तैयार करना
11.4लिनक्स में विंडोज़ प्रोग्राम चलाएँ
12 – प्रोग्राम संस्थापना व हटाना
12.1कमांड लाइन से उबुन्टु में प्रोग्राम संस्थापित करना व हटाना12.2पैकेज मैनेजर से प्रोग्राम संस्थापित करना
12.3लिनक्स में सीडी राइट करना
13 – लिनक्स टिप्स एवं ट्रिक्स
13.1हिन्दी व अन्य भारतीय भाषाओं में टाइप कैसे करें13.2गनोम डेस्कटॉप में हिन्दी कुंजीपट जोड़ना
13.3केडीई डेस्कटॉप में हिन्दी कुंजीपट जोड़ना
13.4डायलअप मोडेम सेटअप करना
13.5सीडी/डीवीडी की आईएसओ इमेज बनाना
13.6लिनक्स में बराहा कुंजीपट संस्थापित करना
13.7लिनक्स स्टार्ट मेन्यू बदलें – मिंट मेन्यू लगाएं
13.8उबुन्टु रिस्ट्रिक्टेड एक्सट्रा पैकेज संस्थापित करना
13.9उबुन्टु लिनक्स में लॉगइन विंडो से चित्रमय रूट लॉगइन लागू करना
13.10 लिनक्स में वर्चुअल ड्राइव बनाना
13.11 लिनक्स को बनाएँ विंडोज़ एक्सपी जैसा
13.12 बूट मेन्यू संपादित करना
13.13 वेबमिन से सर्वर कॉन्फ़िगरेशन
13.14 उबुन्टु में स्टार्टअप के प्रोग्राम प्रबंधित करना
13.15 उबुन्टु मशीन को सर्वर बनाना
13.16 उबुन्टु लिनक्स में एडोब फोटोशॉप चलाना
13.17 RAR फ़ाइलों में काम करना
13.18 लिनक्स के लिए उपयोगी सॉफ़्टवेयर
13.19 उबुन्टु लिनक्स में गूगल प्रोग्राम जोड़ना
13.20 लिनक्स के लिए गूगल के उपयोगी सॉफ़्टवेयर
13.21 लिनक्स में पाठ से वार्ता प्रोग्राम चलाना
13.22 रिलायंस / टाटा इंडीकॉम सीडीएमए फोन/डाटाकार्ड से इंटरनेट चलाना
13.23 लिनक्स में विंडोज़ एकाउन्टिंग सॉफ़्टवेयर टैली 9 चलाना
13.24 लिनक्स में रेमिंगटन कुंजीपट से हिन्दी में लिखना
13.25 लिनक्स में पसंदीदा फ़ॉन्ट संस्थापित करना
13.26 यूएसबी ड्राइव माउन्ट करना व उसकी फ़ाइलें देखना
14 – परिशिष्ट
14.1लिनक्स के लिए काम की कुछ कड़ियाँ14.2लिनुस टोरवाल्ड का साक्षात्कार
14.3अति संक्षिप्त लिनक्स मेनुअल
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(क्रमशः अगले पृष्ठों में जारी…)
किसने छापी है।
जवाब देंहटाएं@उन्मुक्त - अभी तक तो किसी ने नहीं :)
जवाब देंहटाएंनेट पर फ्री पीडीएफ़ ई-बुक जरूर मैंने छापी है. डाउनलोड लिंक यहीं बाजू पट्टी में है.
बधाई हो रवि भाई!
जवाब देंहटाएंआप से और बहुत सी ज़रूरी किताबों की उम्मीद है!
आप को बधाई!
जवाब देंहटाएंऐसी ही कई और ज़रूरी किताबों की आप से उम्मीद है!