और यदि अब तक नहीं देखा है तो कभी देखिएगा भी मत! ठंड रखिए. जल्द ही बताता हूँ कि क्यों. जब से भारत का पहला एचडी म्यूजिक चैनल एमट्यून्स एचडी...
और यदि अब तक नहीं देखा है तो कभी देखिएगा भी मत!
ठंड रखिए. जल्द ही बताता हूँ कि क्यों.
जब से भारत का पहला एचडी म्यूजिक चैनल एमट्यून्स एचडी चालू हुआ था, तब से बड़ी इच्छा थी कि इसे देखा जाए. मेरे टाटा स्काई एचडी में यह बंडल नहीं था, और कहीं और इसे देखने का सौभाग्य भी नहीं मिला था. मैंने एमट्यून्स और टाटा स्काई में विशलिस्ट में भी लिखा कि इसे जल्द ही टाटास्काई में बंडल किया जाए.
और, मेरी मुंह मांगी मुराद दो दिन पहले पूरी भी हो गई.
टाटा स्काई एचडी चैनल में एमट्यून्स एचडी आने लगा.
मैं तो मारे खुशी के उछल पड़ा और जल्द ही एमट्यून्स एचडी लगाया. एचडी ऑडियो-वीडियो के साथ संगीत के आनंद का अपना अलग ही मजा है. मैं आसन जमा कर अपने टीवी स्क्रीन के सामने बैठ गया.
परंतु यह क्या? जैसे ही एमट्यून्स एचडी चालू हुआ मुझे लगा कि मैं ठगा गया. घंटे भर में तो मेरी सारी आशाएं धूल धूसरित हो गईं और दूसरे घंटे से मैंने उस चैनल को अपने पसंदीदा से हटा लिया.
लगा कि मन में फालतू ही इच्छा पाले बैठे थे एमट्यून्स एचडी देखने को.
अगर आपके मन में भी इस एचडी म्यूजिक चैनल को देखने की इच्छा हो, तो बिलकुल त्याग दीजिए.
कारण?
कोई एक हो तो बताएं. फिर भी, -
- इसका एचडी वीडियो स्पष्टतः अपस्केल्ड है, और बेहद पैची वीडियो आता है, जिसे देखने में बिलकुल भी मजा नहीं आता.
- इसमें विज्ञापनों की भरमार रहती है, वो भी प्रायः एसडी क्वालिटी वाले, जो कि एचडी फार्मेट में फूले-फैले और बिगड़े हुए नजर आते हैं.
- गानों के नाम पर प्रोमो के अलावा और कुछ नहीं आता
पर, अभी बम फूटना बाकी है -
इसका ऑडियो एकदम घटिया क्वालिटी का मोनो है. जी हाँ, आपने सही पढ़ा! एचडी ऑडियों में 5.1 - 7.1 चैनल होते हैं, और स्टीरियो में 2. परंतु इस तथाकथित एचडी चैनल में वीडियो गानों के साथ बहुत ही घटिया क्वालिटी का 'मोनो ऑडियो' प्रसारित होता है.
यानी, कुल मिलाकर दर्शकों को बेवकूफ बनाया जा रहा है, उनका मजाक बनाया जा रहा है. एचडी के नाम पर कूड़ा परोसा जा रहा है. किसी अन्य सेवा से मैं इतना डिसएप्वाइंट नहीं हुआ था जितना इससे.
ऐसा नहीं है कि इस चैनल में कैपेबिलिटी नहीं है या टाटास्काई की स्ट्रीमिंग में समस्या है. दरअसल इस चैनल में प्रसारित होने वाले कुछ अच्छे क्वालिटी के विज्ञापनों में वीडियो और ऑडियो बाकायदा अच्छे, एचडी क्वालिटी के ही आते हैं. जिससे यह पता चलता है कि चैनल को चलाने वाले साउंड इंजीनियर्स इसे बेहद चलताऊ अंदाज में चलाते हैं, और क्वालिटी पर कोई ध्यान ही नहीं देते.
वैसे, गीत-संगीत के एकाध चैनलों को छोड़कर सभी के यही हाल हैं, और सभी ऑडियो के मोनो प्रसारण करते रहते हैं. एमटीवी और सोनी मिक्स में स्टीरियो प्रसारण होता है मगर उसमें भी ट्रेबल हाई और बास गायब रहता है.
जीटीवी एचडी का भी यही हाल है. उसका वीडियो तो भले ही थोड़ा ठीक रहता है, मगर सारेगामापा जैसे संगीत के प्रोग्रामों में इसका एचडी ऑडियो बेहद घटिया रहता है और यह बारी बारी से कभी सेंटर, कभी लेफ्ट तो कभी राइट से आता रहता है!
एमट्यून्स एचडी - एचडी? माई फूट!
हम्म. चेतावनी देने के लिए आभार.
जवाब देंहटाएंआप को परेशानी हुई , परन्तु आप के कारण हम सतर्क रहेगे , धन्यवाद ,,
जवाब देंहटाएंजानकारी के लिए शुक्रिया।
जवाब देंहटाएंवैसे इन्हीं सब झमेलों की वजह से अपुन से अभी तक एचडी की ओर झांका तक नहीं। बिना मतलब पैसा खर्च करने के बाद टेंशन क्यों मोल लिया जाए। :)
एचडी हमने भी नहीं लिया...
जवाब देंहटाएंआपका एक कड़वा अनुभव कई लोगों के लिये सीख बना ।
जवाब देंहटाएंबहुत ही उत्तम जानकारी आपने उपलब्ध कराई...शुक्रिया कहने से पहले लिखने के अंदाज़ पर....वाह वाह.....
जवाब देंहटाएंकई लोग बच गये सिर दर्द की बूटी खाने से.....अल्लाह करे पाकिस्तानी आपके द्वारा दी गई इस जानकारी को ना पढ़ें...और नित नये लिफ्ट कराने वाले गीत इस चैनल पर दिखते रहें।
चेतावनी देने के लिए आभार
जवाब देंहटाएंआपने खबरदार कर दिया, धन्यवाद। वैसे हम अभी केबल टीवी पर ही हैं।
जवाब देंहटाएंहमें तो इन्टरनेट से ही फुर्सत नहीं मिलती पता ही नहीं की इस नाम का कोई चैनल भी हैं .:)
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