नेट पर और अन्यत्र बहुत सी सामग्री पुराने हिन्दी फ़ॉन्टों (जैसे कि कृतिदेव तथा चाणक्य में) में पीडीएफ़ के रूप में उपलब्ध है. इसे यूनिकोड फ़ॉन...
नेट पर और अन्यत्र बहुत सी सामग्री पुराने हिन्दी फ़ॉन्टों (जैसे कि कृतिदेव तथा चाणक्य में) में पीडीएफ़ के रूप में उपलब्ध है. इसे यूनिकोड फ़ॉन्ट के दस्तावेज में बदलना अच्छा खासा सिरदर्द होता है, जब तक कि आपके पास कुछ ठीक-ठाक औजार न हों.
पर अब आप नेट पर उपलब्ध मुफ़्त के जुगाड़ों से यह काम आसानी से कर सकते हैं. ध्यान रहे, पीडीएफ़ दस्तावेज स्कैन किया दस्तावेज न हो, बल्कि डिजिटल फ़ॉर्मेट से तैयार (जैसे कि कृतिदेव फ़ॉन्ट से तैयार वर्ड दस्तावेज से बनाया गया पीडीएफ़) हो, तभी यह जुगाड़ काम करेगा. इसके लिए, ये हैं आपके लिए कुछ आसान से चरण -
( 1 ) सबसे पहले अपने पीडीएफ़ फ़ाइल को अपने जीमेल खाते में अपने ही नाम से भेजें.
( 2 ) जीमेल खाते में संलग्नक रूप में दिखाई दे रहे पीडीएफ़ फ़ाइल के नीचे दिए गए लिंक देखें पर क्लिक करें.
( 3 ) गूगल डॉक्स में एक नया पेज खुलेगा जहाँ पर बाएँ ऊपरी कोने पर उपलब्ध सामान्य एचटीएमएल कड़ी पर क्लिक करें.
( 4 ) कुछ ही समय में उसी पेज पर हिन्दी सामग्री का रॉ डाटा (यानी कृतिदेव या चाणक्य फ़ॉन्ट इत्यादि में,) आपके सामने उपलब्ध होगा. इसे कॉपी पेस्ट कर कहीं सहेज लें, या इस पेज को सेव एज का विकल्प कर एचटीएमएल पेज के रूप में सहेज लें. फिर तकनीकी हिन्दी खण्ड में उपलब्ध कन्वर्टर फ़ाइलों की मदद से सामग्री को यूनिकोड में परिवर्तित कर लें. इस विधि से कृतिदेव फ़ॉन्ट की सामग्री लगभग 95 प्रतिशत शुद्धता से यूनिकोड में परिवर्तित की जा सकती है.
है न अत्यंत आसान, वह भी बाहरी औजारों को इंस्टाल किए बगैर?
हैप्पी कन्वर्टिंग!! हैप्पी न्यू ईयर!!!
जनाब यह पोस्ट पढ के लगा कि हैप्पी न्यू ईयर हो सकता है, लाजवाब,
हटाएंआज हम ब्लागवाणी को नहीं समझ पारहे इसने क्या कर दिया कैसे कर दिया, क्यूं कर दिया, पिछली ब्लागवाणी पर भी किसी ने जानकारी न दी थी मैं आपसे उम्मीद करता हूं आप आम ब्लागरस को समझने समझाने के लिए कुछ लिख दें, पिछले एक साल में इसकी जरूरत महसूस की है
भोत सही जुगाड़. तरकीब.
हटाएंबहुत अच्छी जानकारी।
हटाएंआपको नव वर्ष 2010 की हार्दिक शुभकामनाएं।
रविजी,
हटाएंबहुत ही उपयोगी जानकारी है।
पर मेरी आशाएं कुछ अधिक थी शायद.
इस तकनीक को मैंने अभी अभी आजमाया।
कुछ कुछ सफ़ल हुआ लेकिन ९५ प्रतिशत सफ़लता तो नहीं मिली।
शायद मैं कुछ गलत कर रहा हूँ
एक नमूना आप को अलग से ई मेल द्वारा भेज रहा हूँ, पेडीएफ़ में और बाद में उसी फ़ाइल का परिवर्तन करके।
यदि समय मिले तो इसे देख लीजिए
हो सके तो आप भी इसी फ़ाईल को यूनिकोड में बदलकर देखिये।
क्या पता, आप की कोशिश सफ़ल हो।
मैं आगे भी और कोशिश करूँगा।
कई महीने बाद यहाँ फ़िर आ रहा हूँ।
कुछ निजी कारणों से ब्लॉग जगत से दूर रहा था।
अब नियमित रूप से आपके यहाँ आने का कार्यक्रम बना लिया है
नव वर्ष के अवसर पर आपको मेरी हार्दिक शुभकामनाएं।
जी विश्वनाथ, जे पी नगर, बेंगळूरु
रविजी,
हटाएंआपका उत्तर अभी अभी प्राप्त हुआ।
आप ठीक कह रहे हैं।
मेरे पास कृतिदेव या चाणक्य फ़ॉण्ट वाला कोई पीडीएफ़ फ़ाईल तैयार नहीं था इसलिए मैंने अपनी ही एक टिप्प्णी जो पहले यूनिकोड में लिखी थी, उसे पीडीएफ़ में परिवर्तित करके आजमाया था।
फ़िर कभी इसे चाणक्य / कृतिदेव फ़ॉण्ट वाला फ़ाइल पर आजमाऊँगा।
उत्तर के लिए धन्यवाद
जी विश्वनाथ