101 ई-शिष्टाचार एक समय था, जब आदमी जेंटलमेन (सभ्य पुरुष) होता था और स्त्री - लेडी. परंतु आज? आज हम रोज कुछ इस तरह के प्रश्नों का सामना...
101 ई-शिष्टाचार
एक समय था, जब आदमी जेंटलमेन (सभ्य पुरुष) होता था और स्त्री - लेडी. परंतु आज? आज हम रोज कुछ इस तरह के प्रश्नों का सामना करते हैं – “क्या यह ठीक होगा कि मैं किसी अजनबी के फ़ेसबुक मित्र निवेदन को अनदेखा कर दूं?” “रेस्त्रॉ में टेबल पर मोबाइल फ़ोन रखना क्या शिष्टाचार के विरुद्ध है?” या “कैफ़े कॉफ़ी डे के फ्री वाई-फ़ाई को मैं बिना कुछ ऑर्डर किए कितनी देर तक मुफ़्त में प्रयोग करता रह सकता हूँ?”
डिजिटल लाइफ़ स्टाइल हमारे दैनिंदनी जीवन और आचार व्यवहार तथा शिष्टाचार में बड़ी मात्रा में परिवर्तन ला रहे हैं. अब लाख टके का सवाल ये है कि ऐसे में, नए, डिजिटल जमाने में ई-शिष्टाचार सीखने के लिए हम किसकी शरण में जाएँ?
यहाँ पर ई-एटीकेट में संकलित 101 ई-शिष्टाचारों को विशेष अनुमति से खास आपके लिए प्रस्तुत कर रहे हैं. इन ई-शिष्टाचारों को लंबे समय के अंतराल में तमाम प्रयोक्ताओं के सुझावों के आधार पर संकलित किया गया है, और हर किसी के लिए उपयोगी हैं. तो, आपके लिए पहला शिष्टाचार यह है कि इसे अधिकाधिक लोगों तक प्रेषित करें ताकि हम सबका डिजिटल जीवन शिष्टाचार मय हो.
ई-शिष्टाचार – 81-90
81. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में अलविदा कहते समय मुस्कुराएँ. हाथ हिलाकर टाटा-बाय-बाय भी कर सकते हैं.
82. इंस्टैंट मैसेंजिंग के लिए अपनी सीमाएँ तय कर लें. कोई भी बीच में व्यवधान पसंद नहीं करता.
83. अपने ऑनलाइन प्रोफ़ाइल के चित्र को आपने कब से अपडेट नहीं किया है? अपनी ताज़ा फ़ोटो वहाँ लगाएँ तथा अपने परिवार, अपने कुत्ते या अपने बद्रीनाथ धाम की यात्रा के चित्र अपने टेबल की दराज या कंप्यूटर हार्डडिस्क में ही रखें.
84. ध्यान रखें, किसी कॉफ़ी शॉप के फ्री वाई-फ़ाई की कीमत उसके कप्पचिनो या एस्प्रेसो कॉफी में जुड़ी होती है.
85. वाई-फ़ाई कॉफ़ी शॉप को अपने ऑफ़िस की तरह समझें और वहाँ अपने मोबाइल या लैपटॉप के साथ थोड़ा संयम बरतें. दूसरों के आराम व मनोरंजन के समय का खयाल रखें.
86. बिना अनुमति के दूसरों के फोन या पोर्टेबल म्यूजिक प्लेयर को ब्राउज़ न करें.
87. किसी के सोशल नेटवर्क वाल में जरूरत से ज्यादा निजता प्रदर्शित न करें. ऐसे संदेशों के लिए ईमेल का प्रयोग करें.
88. आपके ऑनलाइन चरित्र के बारे में गूगल को सबकुछ पता होता है, और वो आपके नए जॉब के साक्षात्कार कर्ताओं को चुपके से सबकुछ बता भी देता है. इसलिए इंटरनेट पर अपना व्यवहार यथासंभव संयमित रखें.
89. अपने नए मित्र के बारे में गूगल सर्च मारने में जल्दी न करें. पहले उसे स्वयं जान लें.
90. कहीं घूमने, डिनर या पार्टी में गए हों तो अपने मोबाइल फ़ोन को उस खास मोड में स्विच कर लें : उसे बंद कर लें.
आपके ऑनलाइन चरित्र के बारे में गूगल को सबकुछ पता होता है, और वो आपके नए जॉब के साक्षात्कार कर्ताओं को चुपके से सबकुछ बता भी देता है. यह तो आप डरा रहे हैं, ऐसा लग रहा है?
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