देबाशीष ने खबर दी कि द वाल स्ट्रीट जर्नल अखबार समूह के प्रकाशन - लाइव मिंट डॉट काम में मंदी के दौर में ब्लॉगिंग शीर्षक आलेख में दिए वीडियो...
देबाशीष ने खबर दी कि द वाल स्ट्रीट जर्नल अखबार समूह के प्रकाशन - लाइव मिंट डॉट काम में मंदी के दौर में ब्लॉगिंग शीर्षक आलेख में दिए वीडियो में मेरे इस चिट्ठे का भी जिक्र है.
वर्ड प्रेस के संस्थापक - मैट मुलेनवेग और गीगा ओम के ओम मलिक के संक्षिप्त साक्षात्कारों के बीच 'रवि रतलामी का हिन्दी ब्लॉग' की एक झलकी - भले ही वो पांच पलों के लिए क्यों न हो, आह्लादित तो करती ही है.
आलेख व वीडियो की कड़ी है -
http://www.livemint.com/2009/02/22235621/Slowdown-and-blogging.html?h=B
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संबंधित प्रविष्टियाँ -
(१)फ़िफ़्टीन सेकण्ड्स ऑफ़ फ़ेम...
(२)फ़िफ़्टीन सेकण्ड्स ऑफ़ फ़ेम रीवाइन्डेड
(३)फ़िफ़्टीन सेकण्ड्स ऑफ़ फ़ेम रिटर्न्स
रविजी, ढेरों बधाईयां।
हटाएंबधाई रवि जी, हम सब के लिए सम्मानजनक सूचना है. वैसे भी आप चिट्ठाकारों के बीच कम लोकप्रिय नहीं. हम सब आपके नियमित पाठक हैं. पुनः बधाई.
हटाएंbadhaii
हटाएंपल्ले तो एक अक्षर भी नहीं पडा किन्तु पर्दे पर आपके ब्लाग का आमुख पृष्ठ देखकर असीम आनन्द हुआ।
हटाएंसदैव की तरह इस बार भी वहीं बात - हमें आप पर गर्व है।
और मुझे खास तौर पर।
कृपया बधाई स्वीकार करें
हटाएंलीजिए बहुत दिनों से आपके पेज पर आना नहीं हुआ था। आज आये तो बधाई दिए जाते हैं। जय हो!
हटाएंदेखे हम भी! बधाई!
हटाएंAapko bahut bahut badhai...
हटाएंबधाई स्वीकार करें
हटाएंबधाई मेरी ओर से भी.
हटाएंबधाई हो, बधाई
हटाएंप्रतिक्रिया, "ऑ माय गॉड...वाऊ"!!!
हटाएंबधाई.
आपका ब्लॉग अराम से दिखे इतनी देर आता है. थोड़ी देर हमने रोक कर देख लिया.
हटाएंदुबारा बधाई स्वीकारें. आपके ब्लॉग की वजह से हिन्दी के ब्लॉग को भी स्थान मिला इसलिए दोहरी खुशी हुई.
बधाईयाँ ... पटाखे
हटाएंमेरी कलम - मेरी अभिव्यक्ति
मुबारका, मुबारका।
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