पिछले दिनों मेरा पॉप3 ईमेल क्लाइंट जाम हो गया. मेरा थंडरबर्ड जाम हो गया, जबकि कनेक्शन बढ़िया था. वो किसी एक ईमेल को डाउनलोड करने का प्रयास...
पिछले दिनों मेरा पॉप3 ईमेल क्लाइंट जाम हो गया. मेरा थंडरबर्ड जाम हो गया, जबकि कनेक्शन बढ़िया था. वो किसी एक ईमेल को डाउनलोड करने का प्रयास कर रहा था. समस्या की जड़ में जाकर देखा तो पता चला कि वो कोई 6 मेबा के एक चित्र को डाउनलोड करने की कोशिश कर रहा था. वह चित्र मेरे एक मित्र ने भेजा था जिसने नया नया हाई एण्ड कैमरा लिया था.
हम सभी अपने ईमेल व चिट्ठों में चित्रों का जमकर प्रयोग करते हैं. चाहे वे डिजिटल कैमरे से खींचे गए हों या फिर कम्प्यूटर स्क्रीनशॉट से लिए गए. डिजिटल कैमरों से खींचे गए चित्रों की गुणवत्ता दिनोंदिन बढ़ती जा रही है और इसी वजह से उनका आकार भी. जब 39 मेगापिक्सल कैमरा कैमरे से कोई चित्र खींचा जाएगा तो जाहिर है उसका आकार 8-10 मेगाबाइट से कम क्या होगा. और, यदि आप जाने अनजाने इस चित्र को किसी मित्र को भेज देते हैं तब? तब उसका ईमेल क्लाइंट यदि डायलअप पर हुआ तो वो जाम ही हो जाएगा. और यदि ब्रॉडबैण्ड पर हुआ तब वो इसे डाउनलोड तो कर लेगा, परंतु यदि उसे देखना भर है, या कहीं जाल-पृष्ठ में प्रयोग करना है, इसका प्रिंटआउट नहीं लेना है तब इतने बड़े आकार के फोटो का कोई अर्थ ही नहीं है. बड़े आकार और अधिक मेगापिक्सल के चित्रों का महत्व तभी है जब आप उसका प्रिंटआउट बड़े आकार में ले रहे होते हैं. बड़े आकार में प्रयोग किए गए चित्र आपके जाल पृष्ठों (जिनमें आपका ब्लॉग पृष्ठ भी शामिल है,) को आकार में बड़ा बनाता है तथा इससे न सिर्फ बैंडविड्थ नाहक खर्च होता है, आपका पृष्ठ भी देरी से लोड होता है. एक शोध के मुताबिक यदि आपका पृष्ठ 10 सेकण्ड से अधिक देर में लोड होता है तो पाठक वहां से चंपत हो जाता है.
चलिए इसी बहाने कुछ चिट्ठों की समीक्षा करते हैं. कैसे लाऊँ जिप्सियाना स्वभाव में चार चित्र प्रयोग किये गए हैं जो कि क्रमशः 90, 124, 63 और 119 किबा के हैं. यानी इनका कुल आकार आधा मेगाबाइट तो हो ही गया. जबकि चित्रों को जिस तरह से और जिस आकार में प्रस्तुत किया गया है, उसके लिए प्रत्येक चित्र 10 किबा से अधिक नहीं होना चाहिए. यानी आवश्यकता से 10 गुना अधिक रिसोर्स का प्रयोग किया गया है जो चिट्ठाकार के लिए भी ठीक नहीं है और उसके पाठकों के लिए भी.
भूमिका लंबी हो गई. चलिए, मुद्दे पर आते हैं. ईमेल तथा जाल पृष्ठों पर छोटे तथा कम आकार के चित्रों का ही प्रयोग करना चाहिए. चिट्ठे पर कम आकार के चित्रों के प्रयोग का एक बढ़िया उदाहरण एक अनाम रेलवई को धन्यवाद में है जहाँ गांधी जी का चित्र 10 किबा का है, परंतु दूसरे अन्य चित्र 30 किबा से अधिक हैं. जबकि पृष्ठ में वे लगभग समान आकार के दिख रहे हैं. परंतु यहाँ पर हेडर का चित्र बहुत बड़े आकार (281 किबा का है जबकि इसे 100 किबा से कम होना चाहिए, और यदि संभव हो तो 50 किबा तक) का है (ब्लॉगर में 8 मेबा आकार तक का चित्र अपलोड कर सकते हैं!) जिससे पृष्ठ को लोड होने में बहुत समय लगता है. हालाकि नए ब्राउजर और नई तकनीकों से बड़े चित्रों को डायनामिकली आकार बदल कर प्रदर्शित किया जाता है ताकि आकार के कारण पृष्ठ लोड होने में समस्याएँ कम आए, मगर थोड़ी सी समस्याएँ तो होती ही हैं, और खासकर तब जब चित्रों को सीधे ही लिंक किया गया हो.
अब प्रश्न है कि बड़े चित्रों को सरल, सुंदर तरीके से छोटा कैसे करें? इसके लिए सैकड़ों हजारों अनुप्रयोग हैं, और हर कोई ताल ठोंक कर कह सकता है कि ये वाला या वो वाला अच्छा है. पर, मैंने दो अनुप्रयोगों को बहुत ही काम का और अत्यंत आसान पाया है और ये मुफ़्त में उपलब्ध भी हैं.
पहला है विंडोज पावर टॉयज (डाउनलोड). इसे संस्थापित करिए और किसी भी चित्र के फ़ाइल पर दायाँ क्लिक कर रीसाइज विकल्प चुनें और मन वांछित आकार दें. जाल पृष्ठों के लिए हैंडहेल्ड पीसी विकल्प (240x300 पिक्सेल) सबसे कम आकार के, परंतु उत्तम गुणवत्ता के चित्र बनाता है.
दूसरा है श्रिंक पिक (डाउनलोड). यदि आप अकसर ईमेल से चित्रों को भेजते हैं तो आपके लिए यह अनुप्रयोग अत्यंत काम का है. एक बार इसे संस्थापित कर लें और भूल जाएँ. यह सिस्टम ट्रे में बैठ कर आपकी सेवा करता रहेगा. पूर्वनिर्धारित सेटिंग के अनुसार जब भी आप किसी चित्र को ईमेल से (चाहे आउटलुक, थंडरबर्ड हो या याहू-जीमेल) भेजने के लिए संलग्न करेंगे तो यह स्वचालित ही उन्हें छोटा कर देगा. आपको चित्रों को अलग-अलग छोटा करने की आवश्यकता ही नहीं है. यदि आप ईमेल से फोटो ब्लॉगिंग कर रहे हैं तब तो यह आपके और भी काम का है.
हो सकता है कि आपने इस काम के लिए कोई और अनुप्रयोग इस्तेमाल में लिए होंगे जो कि हो सकता है इस्तेमाल और विशेषताओं में इनसे भी अच्छे हों. उसके बारे में हम सभी जानना चाहेंगे.
अच्छी जानकारी।
जवाब देंहटाएंअपन ने तो इस तरफ कभी ध्यान ही नहीं दिया था।
हम आपको ऐसे ही अपना गुरू थोड़े ही कहते हैं । जय हो गुरूदेव । नमन है आपको ।
जवाब देंहटाएंवाकई गुरु हो आप!! इत्ता सब अपने ने सोचा ही नही था!
जवाब देंहटाएंशुक्रिया
ई-मेल शिष्टाचार के कई नियम हैं। उनमे से एक यह भी है कि कभी किसी को कोई चित्र मत भेजो जब तक वह स्वयं मांगे नहीं। चित्र अपलोड करने के लिये कई वेबसाइट हैं उन्ही पर अपलोड करो और उसकी लिंक दूसरे को भेजो।
जवाब देंहटाएंआपके बताये प्रोग्राम तो विंडोज़ पर ही चलते हैं :-(
मुझे तो पहली क्लास में छठी का पाठ सीखने को मिल गया।
जवाब देंहटाएंरोचक है। मैं तो माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस पिक्चर मैनेजर का ही प्रयोग करना चाहूंगा।
जवाब देंहटाएं'बड़े आकार और अधिक मेगापिक्सल के चित्रों का महत्व तभी है जब आप उसका प्रिंटआउट बड़े आकार में ले रहे होते हैं.'
जवाब देंहटाएंयह आपकी गलतफहमी है। कम से कम वैज्ञानिक जगत मे तो ऐसा नही होता।
पंकज जी, आपका कहना सही है. मुझे अपने आलेख में थोड़ा विस्तार देना चाहिये था. मेरा मतलब था, आम सामान्य वेब पेजों तथा आम जन को भेजे जाने वाले ईमेलों में प्रयोग किए जाने वाले चित्रों में. वैज्ञानिक जगत में चित्रों के बड़े आकार की महत्ता को कौन नकार सकता है भला!
जवाब देंहटाएंश्रद्धेय, रवि रतलामी जी नमस्कार,
जवाब देंहटाएंमैं तो फोटो के आकार छोटे करने के लिये फोटोशाप के किसी भी वर्जन में इमेज साइज पर जाकर वहां फोटो का आकार मनचाहा छोटा करता रहा हूं, जिससे मेनेजर देखा की बड़े फोटो भ्ी छोटे आकार के हो गये हैं। साधारणत: यह हर कम्प्यूटर में उपलब्ध भी रहता है, परम आदरणीय कृपया यह ज्ञान प्रदान करें कि क्या विण्डो पावर टॉयज या श्रिंक पिक की गुणवत्ता और भी अधिक है। मार्गदर्शन का आकांक्षी आनन्द ।
आनंद जी,
जवाब देंहटाएंकृपया श्रद्धेय और परम आदरणीय जैसे शब्द मेरे लिए प्रयोग न करें तो आभारी रहूंगा.
फोटोशॉप तो हर तरह के चित्रों को संपादित करने का बेहतरीन प्रोग्राम है. और, अगर ये आपके पास है तो इससे आपका काम बख़ूबी बन सकता है. यदि किसी के पास फोटोशॉप नहीं है, और उसे सिर्फ फोटो का आकार (बाइटों में) छोटा-बड़ा करना है तो पावरटायज का रीसाइज पिक्चर काम में लिया जा सकता है. इसी तरह यदि आप ईमेल से चित्रों को अकसर भेजते हैं तो श्रिंक पिक अत्यंत आसान है प्रयोग में एक बार इंस्टाल करें और भूल जाएँ. ये स्वचालित ही चित्रों को ईमेल में छोटा कर प्रेषित करता है - और ये आउटलुक सहित याहू तथा जीमेल में भी बढ़िया काम करता है.