इंटरनेट में एक दिन में बहुत कुछ घट जाता है. जरा नीचे दिए चित्र ( साभार - टेकरिपब्लिक ब्लॉग ) को देखें और अपने दांतों तले अपनी उंगली दबाएं! -...
इंटरनेट में एक दिन में बहुत कुछ घट जाता है. जरा नीचे दिए चित्र (साभार - टेकरिपब्लिक ब्लॉग) को देखें और अपने दांतों तले अपनी उंगली दबाएं! - टीप- चित्र आकार में बड़ा है इसलिए लोड होने में समय ले सकता है.
और, आखिरी ग्राफिक्स को ध्यान से देखिए. एक दिन में 3.71 लाख बच्चे जन्म लेते हैं, जबकि उतने ही समय में 3.78 लाख आईफ़ोन की बिक्री हो जाती है. यानी आने वाले किसी समय में दुनिया के हर आदमी - जी हाँ, हर आदमी के हाथ में एक से अधिक आईफ़ोन होगा!
हमारे देश के केंद्रीय मंत्री कहते हैं कि भारत में स्त्रियों को टॉयलेट नहीं, मोबाइल फ़ोन ज्यादा जरूरी होता है, तो, इन आंकड़ों के हिसाब से क्या वो गलत कहते हैं?
बहुत खूब,इस "इंटरनेट में एक दिन में क्या क्या नहीं घट जाता है!" का अंत अत्यंत खूबसूरत सवाल से किया "हमारे देश के केंद्रीय मंत्री कहते हैं कि भारत में स्त्रियों को टॉयलेट नहीं, मोबाइल फ़ोन ज्यादा जरूरी होता है, तो, इन आंकड़ों के हिसाब से क्या वो गलत कहते हैं?"
जवाब देंहटाएंजी हाँ अब तो यह ही लग रहा है,कि उन्हे भी एक बार ये ब्लोग पढने की ज़रूरत है... :)
रवि रतलामी जी, महत्वपूर्ण जानकारी देने के लिए आभार
जवाब देंहटाएंउड़ीबाबा !!
जवाब देंहटाएंये ऑंकडे देख/पढ कर मुझे तो घबराहट होने लगी।
जवाब देंहटाएंअगर इसमें यह भी जुड़ जाता कि इतने किलो कार्बन का उत्सर्जन और इतने किलोवाट बिजली का खर्च इंटरनेट की वजह से हुआ तो आँकड़े और भी डरावने होते।
जवाब देंहटाएंये तब है जब अपन नियमित रूप से नेट से जुड़े नहीं हैं। :)
जवाब देंहटाएंओह,
हटाएंमुझे तो लगा ये सब आपका ही किया धरा है :))))
नियमित हो जाइये... ... :)
हटाएंआप हमेशा ही कुछ न कुछ नयी जानकारी देते रहते हैं तभी तो हमें आपकी पोस्ट का इंतजार रहता है।
जवाब देंहटाएंकितना कुछ घटता रहता है, कितना कुछ बढ़ता रहता है।
जवाब देंहटाएंब्ल्ल्ले ओए !!!
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