बात चाहे कावेरी के पानी को लेकर दो राज्यों के बीच युद्ध की हो या फिर अपने मुहल्ले में आधे-अधूरे टपकते सार्वजनिक नल पर पानी भरने को लेकर मार...
बात चाहे कावेरी के पानी को लेकर दो राज्यों के बीच युद्ध की हो या फिर अपने मुहल्ले में आधे-अधूरे टपकते सार्वजनिक नल पर पानी भरने को लेकर मारामारी की हो. अपने देश में तो पिछले कई वर्षों से नित्य युद्ध हो रहे हैं. भयंकर. मारकाट युक्त. है न अपना देश इस मामले में कहीं आगे. बहुत आगे.
--
व्यंज़ल
---
क्या हुआ जो नहीं मिलता नल का पानी
सर्वत्र सर्वसुलभ तो है बिसलेरी का पानी
टाइटन आई+ का डिजाइनर चश्मा पहन
लोग पूछते हैं कहाँ गया आँख का पानी
किसलिए जाते हो यारों किसी गंगोत्री को
अब पॉलीपैक में मिलता है गंगा का पानी
इन बेशर्म नदियों को बता ही दिया जाए
किसकी यमुना किसका कावेरी का पानी
धोने पोंछने की बातें क्यूं करते हो यारों
यहाँ तो मयस्सर नहीं है पीने का पानी
लोगों की देखा देखी अपने यार रवि ने भी
चढ़ा लिया है अपने ऊपर सोने का पानी
---
पानी गये न ऊबरे, मोती, मानुष, चून।
हटाएंहा हा हा
हटाएंदमदार व्यंग्य
हटाएंवाह ! शानदार व्यंग्य !!
हटाएंpani-pani kar diya...
हटाएंइसीलिए इतराता है विष्णु अपने उस्ताद पर
हटाएंव्यंजल पढ कर आ गया ऑंखों में पानी