ब्लॉगों की ताक़त लगता है अब सबको दिखाई दे रही है. बिजनेस वीक में भारत के 50 प्रभावशाली व्यक्तियों की सूची में एक ब्लॉगर के शामिल होने की ...
ब्लॉगों की ताक़त लगता है अब सबको दिखाई दे रही है. बिजनेस वीक में भारत के 50 प्रभावशाली व्यक्तियों की सूची में एक ब्लॉगर के शामिल होने की खबर आई ही थी कि मध्यप्रदेश के मुख्य मंत्री शिवराज सिंह चौहान के ब्लॉग जगत में पदार्पण की सूचना भी आ गई. अच्छी बात ये है कि वे हिन्दी में ब्लॉग लिख रहे हैं. अपने शुरूआती उद्बोधन में, जाहिर है स्वर्णिम मध्य प्रदेश की कल्पना करते हुए लिखते हैं -
“अत्यंत क्षोभ के साथ मैं मानता हूँ कि ‘भ्रष्टाचार’ पूरी व्यवस्था के लिए नासूर बन चुका है और इसे एक झटके में समाप्त करना किसी के लिए संभव नहीं है परन्तु मैं विश्वास दिलाना चाहता हूँ कि चरणबद्ध तरीके से इसको जड़ से समाप्त करने के लिए मैं कृतसंकल्प हूँ | शासन में आईटी का प्रयोग इसी लिए प्रारंभ किया गया है | परन्तु इस संघर्ष मैं समाज के हर वर्ग को मेरा साथ देना होगा, क्योंकि मेरी कल्पना जरूर “स्वर्णिम मध्यप्रदेश” की है परन्तु सामूहिक प्रयासों से ही इसे मूर्त रूप दिया जा सकता है|”
देखते हैं शिवराज सिंह चौहान का यह ब्लॉग लेखन कितने दिनों तक जारी रहता है और कितना नियमित रह पाता है. क्या यह भी एक चुनावी प्रोपेगंडा तो नहीं? जो भी हो, आइए उनका हिन्दी ब्लॉग जगत् में आत्मीय स्वागत करें.
रवि जी ब्लाग माध्यम ने अपनी पहचान बना ली है और इस का महत्व स्थापित हो चला है। जरूरत इस बात की है कि ज्ञानवर्धक और सूचनात्मक कितना ब्लाग पर आ रहा है।
हटाएंशिवराज सिंह जी जितने अच्छे नेता हैं उतने ही अच्छे इंसान भी हैं। अगर वे ब्लाग के जरिये सीधे आम आदमी से जुड़ते हैं या आम आदमी उन तक अपनी पहुंच बना सकता है तो इससे अच्छी बात मध्यप्रदेश के लोगों के लिये हो ही नहीं सकती। लेकिन तब जब ब्लाग लेखन जैसा आपने कहा सिर्फ चुनावी प्रोपेगंडा न हो।
हटाएंशमशाद अहमद
ईश्वर करें सभी नेता इसी तरह कूदें। ताकी जनता इन से सवाल जवाब कर सके।कहीं ऐसा ना हो कि आप की बात सही हो कहीं वह चुनावी स्टंट के कारण तो नही कूदे?
हटाएंयह एक शुभ संकेत है.
हटाएंइस खबर से मैं तो बहुत खुश हूँ । अब मुझे पोस्ट लिखने की ज़रुरत नहीं । सीधे शिवराज जी के ब्लॉग पर कमेंट करने से ही काम चल जाएगा । राजा तक प्रजा की समस्याएँ पहुँचाने का अच्छा ज़रिया बन सकता है ब्लॉग । बशर्ते वाकई समस्याओं पर गंभीरता से विचार किया जाए ।
हटाएंबहुत अच्छी खबर... हिन्दी ब्लॉगिंग में नए सोपान जुड़ते जा रहे हैं..
हटाएंजल्दी ही बाकी मुख्यमंत्री भी अपनाएंगे अब तो :-)
हटाएंअच्छी बात है वरना कभी वाम पंथियों ने कम्प्यूटर का विरोध किया था, अब समाजवादी कर रहा है. ये कम से कम समय के साथ कदम ताल तो मिला कर चल रहे है...
हटाएंअभी तो एक ही पोस्ट ठेले हैं, वाकई देखते हैं कि कितने समय तक जारी रख पाते हैं और नियमित लिखते हैं कि नहीं और महज़ चुनावी प्रोपेगेन्डा तो नहीं!
हटाएंश्री लालू यादव ने भी ब्लॉग लिखना आरंभ किया था लेकिन चार पोस्ट बाद ही ब्लॉगिंग का जोश ठंडा पड़ गया और साल भर से कुछ नहीं लिखे हैं!!
उपरोक्त टिप्पणियों को पढ़ने के बाद मैं वही बात दोबारा लिखने से कतरा गया। लेकिन दूसरी ओर, लालू जी ने भी अपना ब्लाग शुरू किया था। जरा देखें कि वे कितने सक्रिय रहे!
हटाएंall comics lovers are welcome
हटाएंhttp://sim786.blogspot.com/
चिन्ता न करं, धीरे धीरे हर समझदार व्यक्ति इस क्षेत्र में कूदने वाला है।
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खुशियों का विज्ञान-3
एक साइंटिस्ट का दुखद अंत
रवी भाई आपने नयी जानकारी दी है । मेरे लिये तो इसका कोई महत्व नही क्यों कि मेरे अन्य साथियों के ब्लोग पर नही पहूँच पाता हू तो बडे लोगो के ब्लोग पर तो, ना बाबा ना ।
हटाएंsir.adikariyo ko control kare tabhi coruption se bacha ja sakta hai.kyuki mid day meel jaisi yojnao me bahut coruption hai.koi bhi school me sahi tarike se kam nahi hota hai sikayat karne par kucha bhi nahi hota hai.please control to all oficcerse
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