अब जब हर कोई – जी हाँ, हर कोई माने हर कोई – पांचवी फेल व्यक्ति से लेकर बिग बी तक – तमाम दुनिया को अपनी बकवास पढ़वाने के लिए कीबोर्ड लेकर ...
अब जब हर कोई – जी हाँ, हर कोई माने हर कोई – पांचवी फेल व्यक्ति से लेकर बिग बी तक – तमाम दुनिया को अपनी बकवास पढ़वाने के लिए कीबोर्ड लेकर ब्लॉग लेखन के मैदान में कूद पड़े हैं, तो जाहिर है इनमें चंद बेहतरीन लाजवाब होंगे तो चंद निहायत सड़ियल भी.
क्या आपने कभी पड़ताल की है कि हिन्दी के शीर्ष के 11 सड़ियल ब्लॉग कौन से हैं? मुझे तो (भई, मेरे अपने एंगल से, जिसमें मेरा यह चिट्ठा भी शामिल समझें ;) ) मालूम है, मगर मैं हेट-मेल और मुफ़्त मिलने वाले छीछालेदर से कन्नी काटना चाहूंगा. अगर-मगर आप मेरे विपरीत, कुछ हिम्मत वाले हैं तो जरा जाहिर कीजिए अपनी सूची?
बहरहाल, अंग्रेज़ी के शीर्ष के 11 सड़ियल चिट्ठों की चर्चा तो कर ही सकते हैं. वहां से हेट-मेल और गाली-गलौज युक्त प्रतिक्रिया की भी उम्मीद नहीं है. तो, ये रही अंग्रेज़ी के शीर्ष 11 सड़ियल ब्लॉगों की सूची.
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प्रिय श्रीवास्तव जी /आज मैंने आपकी सृजनगाथा पर गिरीश जी का व्यंग्य व कुर्सी वाली कविता पढी /कमेन्ट करना चाहा तो गेस्ट बुक पर साइन करने को कहा वहाँ केरेक्टर भर भर कर परेशान हो गया और जब मेरा केरेक्टर ही लूज होने लगा तो साईड बंद कर आपको तलाशा /आपके ११ ब्लॉग न तो खोले न मुझे जरूरत थी /मैं तो आपसे ये पूछना चाहता हूँ की इन्टरनेट के साथ कोई प्रकाशित पत्रिका भी आप निकलते हैं क्या /वैसे भी आप इंतना साहित्य उपलब्ध करवा रहे है की किसी अन्य पत्रिका की भी आवश्यकता न पड़े / क्या इन्टरनेट पर कोई पत्रिका हंस ,सरस्वती ,धर्मयुग ,ज्ञानोदय ,नवनीत आदि की तरह प्रसिद्द नहीं हो सकती जब की यहाँ तो किसी का पैसा भी नहीं लगना है न प्रेस का न लेखकों का /जैसे आदमी साहित्यिक पत्रिका का इंतज़ार करने लगता है वैसे ही आपकी पत्रिका का पाठक इंतज़ार करें वह मासिक भी हो सकती है और पाक्षिक भी
हटाएंमुझे तो लगा मेरा ब्लॉग यहां न लिस्टेड हो। वैसे मैं ऐसी सूची नहीं दे सकती।
हटाएंहिन्दी के एक सडि़यल चिट्ठे की जानकारी तो मुझे भी है : www.khetibaari.blogspot.com
हटाएंडर गया था कि मेरे ब्लॉग का नाम न जाहिर हो जाए. यहाँ आकर थोड़ी राहत हुई.
हटाएंबृजमोहन श्रीवास्तव जी,
हटाएंसृजनगाथा इंटरनेट हिन्दी साहित्य की पत्रिका जयप्रकाश मानस जी निकालते हैं, मै नहीं. मैं रचनाकार पर तमाम हिन्दी साहित्यिक रचनाएँ जरूर प्रकाशित करता हूं. हंस जैसी लोकप्रिय इंटरनेट की पत्रिका वर्षों से अभिव्यक्ति निकल रही है, और अब तो ऐसे दर्जनों अन्य हैं. और यकीन मानिए, इनकी पाठक-प्रसार संख्या तथाकथित हिन्दी साहित्यिक पत्रिकाओं से कई गुना ज्यादा है!
क्या आपने कभी पड़ताल की है कि हिन्दी के शीर्ष के 11 सड़ियल ब्लॉग कौन से हैं ?
हटाएंबहुत निराशा नही हुई ! अगर सडियल है हमारा ब्लॉग तो शीर्ष में नंबर आयेगा ! भले किधर से भी आए ? और बदनाम होंगे तो क्या नाम ना होगा ? लिख लो जी अपना भी नाम ! शुभकामनाएं !
अच्छा प्रयास है .आपने सबको पढने पर मजबूर कर ही दिया .
हटाएंशुक्र है मेरे ब्लॉग का लिंक यहां नहीं है। पहली बार लिंक न होना अच्छा लगा! :-)
हटाएंअगर-मगर आप मेरे विपरीत, कुछ हिम्मत वाले हैं तो जरा जाहिर कीजिए अपनी सूची?
हटाएंplease aap is post ko chittah charcha mae laaye kyuki wahaan ham apni pasand dae saktey haen !!!!!!!!!!!!!!!!!
यह तो ठीक है रवि भाई ,एक सर्वे अडियल ब्लोगों/ब्लागरों का भी होना चाहिए !
हटाएंएक तो रहा आपका [बकौल आपके} बाकी दस खोज रहा हूँ -
हटाएंअपना नाम ना देखकर निराशा हुई.. :-)
हटाएंमुझे नहीं लगता मैं ऐसा काम करना चाहूँगी ।
हटाएंघुघूती बासूती
बच गये
हटाएंरतलामी जी इस पोस्ट के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद |
हटाएंमैं सोचता था क़ि मैने ही सड़ियल सामग्री लिखी है , अब आवना नाम ना देखकर थोड़ी खुशी भी हो रही है |
ब्लॉग की दुनिया मे मैं नया खिलाड़ी हूँ | कृपया एक बार आकर धनी करें | आपके आलोचनात्मक सुझाव का प्रार्थी
हूँ |
रवि सर, बहुत बढ़िया.. हिन्दी चिट्ठा संसार में जब कभी यह सूची बने.. हिन्दी ब्लॉग टिप्स टॉप पर ही रहना चाहिए...
हटाएंये लीजीये जी पेशे खिदमत है घटिया ब्लोग की सूची
हटाएं१.pangebaj.com
2.pangebaj.com
3.pangebaj.com
4.pangebaj.com
5.pangebaj.com
6.pangebaj.com
7.pangebaj.com
8.pangebaj.com .
9.pangebaj.blogspot.com
10.pangebaj.wordpress.com
11.pangebaaj.wordpress.com
बंदे को हमेशा चोटई पर रहना चाहिये ना गुरुदेव
हटाएंलो, आपने अपनी सूचि जारी नहीं की?? मेरे ब्लॉग के लिंक तो डाल ही देने चाहिए थे, इसी बहाने कुछ पब्लिसिटी भी हो जाती, चाहे सड़ियल के नाम से ही सही, एनी पब्लिसिटी इज़ गुड पब्लिसिटी!!
हटाएंनिम्न टिप्पणी गलती से मॉडरेट हो गईं थी. क्षमाप्रार्थी हूं -
हटाएं>anuradha srivastav has left a new comment on your post "शीर्ष के 11 सड़ियल ब्लॉग...":
अन्य सभी की तरह हमें भी अपने ब्लाग का लिंक वहां ना देखकर निराशा हुई। वैसे ये सर्वे भी हो ही जाना चाहिये।
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दादा,ये आपने गलत करा कि खुद को खुद की ही सूची में सर्वोपरि रखा है
हटाएंआज मैं इस सच को सबके सामने स्वीकारने में जरा भी नहीं हिचकिचाउंगा कि मैंने तो ब्लाग शब्द को ही आपके चिट्ठे से जाना था। वैसे ब्लाग जगत में क्लेश फैलाने के लिये ये मुद्दा मजेदार है लेकिन अभी यहां लोग इतने ईमानदार नहीं हैं कि अपना मुखौटा उतार कर सही राय दे सकें सब बस या तो बच निकलते हैं या गुडी-गुडी करते रहते हैं और अधिकांश तो येन-केन-प्रकारेण प्रसिद्धि के लिये बौराये रहते है।