पूरी कहानी यहाँ है, जिसका सार यह है कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता के क्षेत्र में तमाम आयामों में काम हो रहे हैं, तो टैक्स्ट जनरेटर यानी कृत्रिम रच...
पूरी कहानी यहाँ है, जिसका सार यह है कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता के क्षेत्र में तमाम आयामों में काम हो रहे हैं, तो टैक्स्ट जनरेटर यानी कृत्रिम रचनाकार का सृजन क्यों नहीं?
बहुत पहले कंप्यूटर के शुरूआती दिनों में किसी प्यारे बंदे ने विजुअल बेसिक प्रोग्रामिंग लैंगुएज का प्रयोग कर कविता लेखक प्रोग्राम बनाया था जो कि अपने स्वयं के डेटाबेस से या फिर इंटरनेट में से टैक्स्ट स्ट्रिंग कबाड़ कर रेंडम वाक्य रचना कर कविताएँ लिखता था. अब कविताओं में तो बात ये होती है कि, रहने दीजिए, ये आपकी समझ में नहीं आएगा, आपके लिए लिखा भी नहीं है, तो वो प्रोग्राम थोड़ा तो चल निकला था, और बहुतों ने मजे लिए थे.
बहरहाल, एक ऐसा (बहुत हैं,) टैक्स्ट जनरेटर आम लोगों के अनुभव के लिए बनाया गया है और ऑनलाइन उपलब्ध करवाया गया है. जाहिर है ये अंग्रेज़ी भाषा में बढ़िया काम करता है. आप कोई वाक्यांश अंग्रेज़ी में डालें, और फिर ये उससे मिला कर आगे की पूरी कहानी बुनता है, और ऐसे बुनता है जैसे असली लगे, जबकि वो नकली कहानी होती है.
मैंने हिंदी भाषा में इनपुट डाल कर कुछ कोशिश की तो यह तो बड़ा ही चालाक निकला. उसने मुझे मूर्ख बनाने की कोशिश की.
नीचे का स्क्रीनशॉट देखिए -
मैंने लिखा "कहानी में ट्विस्ट".
उसने आगे जो पूरा किया वो हिंदी देवनागरी के शब्दों अक्षरों का घालमेल कहीं से उठा लाया जिसका कोई सिरपैर नहीं है. चलिए, यह उस शिशु समान है जो अभी भाषा सीख रहा है, और एक वर्षीय बच्चे की तरह है जो मुंह से अजीब अजीब आवाजें निकालता है. हाँ, पर एक बात देखिए, उसने वाक्य के अंत में पूर्णविराम बिलकुल सही लगाया है.
फिर मैंने अंग्रेज़ी में लिखा - twist in the story.
इसने बड़ी ही असली सी लगने वाली कहानी बना दी. तुरंत.
नीचे का स्क्रीनशॉट देखें -
जब ये हिंदी में बढ़िया काम करने लगेगा तब तो हम हिंदी वालों के लिए मजे हैं. दो शब्द इनपुट में डाला और 2500 शब्दों की कहानी तैयार. न कॉपी -पेस्ट का झंझट न चोरी चकारी का. हाथ में असली, नया, अप्रकाशित माल.
है न धांसू आइडिया.
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