शातिर दिमाग कहां तक चल सकता है इस खबर से अंदाजा लगाया जा सकता है। साल भर पहले फाक्सवैगन कारों में चीटिंग डिवाइस लगा कर दुनिया को उल्लू बनाया...
शातिर दिमाग कहां तक चल सकता है इस खबर से अंदाजा लगाया जा सकता है।
साल भर पहले फाक्सवैगन कारों में चीटिंग डिवाइस लगा कर दुनिया को उल्लू बनाया जा रहा था कि उन कारों में उत्सर्जन मानक स्तर पर है।
अब यह ठगी एक लेवल ऊपर है। लोगों ने छुपे हुए वीडियो विज्ञापन बना लिए हैं और जो आपके कंप्यूटिंग उपकरणों में छुपे हुए यानी बैकग्राउंड में चलते हैं और विज्ञापनदाताओं को चीट तो करते ही हैं क्योंकि उन विज्ञापनों को तो भले ही किसी ने नहीं देखा मगर वे आपके डिवाइस में तो चले हैं, तो आपकी बैटरी खा कर आपको भी चीट कर रहे हैं।
आगे इससे भी बड़ी ठगी क्या हो सकती है? है कोई कल्पना?
वाह क्या बात है, आपक्वे लिखने का तरीका बहुत ही अच्छा है
जवाब देंहटाएंआपक्वे लिखने का तरीका बहुत ही अच्छा है
जवाब देंहटाएंठगी तो ठगी है जैसे गोली चली है,
जवाब देंहटाएंपहले छुप छुप कर ठगी होती थी अब खुले आम होती है !
पहले नेता सन्यासी होते थे, जनता का दुख दर्द बँटाते थे,
अब मत लेते ही दाताओं को ही लूट लेते हैं !
बहुत खूब बधाई
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