इंटरनेट तो वैसे भी कॉपी-पेस्ट मास्टरों की दुनिया है. आमतौर पर हर दूसरा बंदा नेट से माल मार कर इधर उधर उगलता, उलटी करता रहता है. मगर बात जब म...
इंटरनेट तो वैसे भी कॉपी-पेस्ट मास्टरों की दुनिया है. आमतौर पर हर दूसरा बंदा नेट से माल मार कर इधर उधर उगलता, उलटी करता रहता है. मगर बात जब महारथी माइक्रोसॉफ़्ट के तथाकथित नए, शानदार सर्च इंजन बिंग की हो तो?
गूगल ने तमाम पुख्ता सबूतों के साथ माइक्रोसॉफ़्ट बिंग पर ये आरोप लगाया है कि बिंग गूगल के खोज परिणामों का जस का तस नक़ल कर रहा है!
एक स्टिंग ऑपरेशन के जरिए गूगल ने इसे कैसे सिद्ध किया ये देखें -
गूगल ने कुछ बहुत ही अजीब सर्च टर्म तैयार किए जैसे कि - delhipublicschool40 chdjob और फिर इसके गूगल खोज परिणाम को जबरन एक फर्जी पेज में शामिल कर दिया - वेलकम टू क्लाइड फिंडले एरिया क्रेडिट यूनियन.
कुछ समय बाद बिंग में भी यही परिणाम दिखने लगा. जबकि खोजे जा रहे शब्द और खोज परिणाम का आपस में कोई लेना देना नहीं था. वो तो गूगल ने जबरदस्ती मैनुअल लिंकिंग कर दी थी जाँच-परख और स्टिंग ऑपरेशन हेतु. गूगल ब्लॉग में यह निष्कर्ष निकाला गया कि -
"...As we see it, this experiment confirms our suspicion that Bing is using some combination of:
- Internet Explorer 8, which can send data to Microsoft via its Suggested Sites feature
- the Bing Toolbar, which can send data via Microsoft’s Customer Experience Improvement Program
or possibly some other means to send data to Bing on what people search for on Google and the Google search results they click. Those results from Google are then more likely to show up on Bing. Put another way, some Bing results increasingly look like an incomplete, stale version of Google results—a cheap imitation...."
और, वहीं पर ये भी लिखा है -
"..Even search results that we would consider mistakes of our algorithms started showing up on Bing...."
नीचे दिए गए चित्रों से आपको यह आसानी से समझ आ जाएगा -
(चित्र साभार गूगल ब्लॉग.)
और, इस तरह से माइक्रोसॉफ़्ट की चोरी पकड़ी गई. रंगे हाथों!
सच है, नकल के लिए भी अकल चाहिए!
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व्यंज़ल
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नकल के लिए भी अकल चाहिए
जोकर को भी कोई शकल चाहिए
समझने को तैयार बैठी है अवाम
वृत्तांत मगर पूरी सकल चाहिए
बात को बिगाड़ें नहीं भीड़ बढ़ाकर
मुहब्बत में मामला एकल चाहिए
असल पूरी तरह बेअसर है इधर
यहाँ पर दरअसल नकल चाहिए
डिग्रियाँ चिपका ली हैं रवि ने भी
इल्म के लिए परंतु अकल चाहिए
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बिलकुल नयी बात पता चली सर! आज,'व्यंज़ल' भी बहुत बढ़िया है
हटाएंसादर
सही कहा
हटाएंनक़ल और अकाल बहुत बढिया |
हटाएंबहुत रोचकता से पेश की है सारी जानकारी "व्यंजल" नया शब्द भी पढने को मिला ...आपका आभार
हटाएंBefore publishing an interesting story like this you should have done a little bit of research (otherwise what's the difference in your blog and punjab-kesari ;-).
हटाएंFollowing article explains how Google used a creative tactic to get these screenshots, and actually it's a compliment for Bing :-)
An excerpt of a blog post from Harry Shum, Bing Corporate Vice President:
“To be clear, we learn from all of our customers. What we saw in today’s story was a spy-novelesque stunt to generate extreme outliers in tail query ranking. It was a creative tactic by a competitor, and we’ll take it as a back-handed compliment. But it doesn’t accurately portray how we use opt-in customer data as one of many inputs to help improve our user experience.”
Full story here: http://www.bing.com/community/site_blogs/b/search/archive/2011/02/01/thoughts-on-search-quality.aspx
I hope you are professional enough to modify/remove this post and publish an apology.
@Manoj,
हटाएंमैंने वह बिंग स्टोरी पढ़ी है. परंतु क्या बिंग को ये अकल नहीं लगानी चाहिए कि कोई यूजर बिना काम के ही किसी इरेलेवेंट लिंक को बढ़ाता है तो उसे खारिज कर देना चाहिए? ऐसे में तो फर्जी साइट चलाने वाले अपनी रैकिंग दनादन बढ़ाते रहेंगे
रहा सवाल इस पोस्ट को हटाने या माफ़ी मांगने का तो जब तक गूगल की मूल पोस्ट बनी रहती है, ऐसा कोई आशय मेरा नहीं है. और आप भी तो ये बात कह रहे हैं कि बिंग को इस बात से कॉम्प्लीमेंट मिली है. तो मेरी भी कॉम्प्लीमेंट स्वीकारें!
और, वैसे भी, मैंने भी स्टोरी को रीसायकल ही किया है!
जो माइक्रोसोफ्ट के बहुत बड़े फैन है! माइक्रोसोफ्ट या विंडोस के खिलाफ कुछ भी सुनना पसंद नहीं करेंगे !
हटाएंमाइक्रोसोफ्ट का हर कम चोरी का ही रहा है ! विंडोस का इंटर फेस मैक से, सी शार्प जावा से ! बिल्लू भाई तो जून को आई पोड से बढ़िया बताते रहे हैं.
एक खबर यह भी 90 करोड़ को ख़तरा
गज़ब की ट्रैपिंग पर बिंग के सारे सर्च रिसल्ट नकल वाले नहीं होते हैं।
हटाएंबहुत जरूरी है लोगों के भले के लिए
हटाएंधन्धेबाजों में प्रतियोगिता होती रहनी चाहिए।
पंक्तियों के मात्रा दोष के लिए क्षमा याचना सहित आपको सेल्यूट। शानदार है आपकी सूचना।
@आशीष जी कुछ भी हो नकल असल से ज्यादा असरदार लग रही है सर जी।
हटाएंअमित सिंघल का ऑपरेशन था ये, कल हमने भी पढ़ा. बढ़िया.
हटाएंहाथियों की लड़ाई है भई . हमें क्या.
हटाएंरवि जी
हटाएंमेरे अनुसार कुछ और बातें ध्यान देने योग्य हैं :
1. गूगल की अगर इस बात में दम होता तो यह इल्ज़ाम वो court में लगाता और जुर्माने की गुजारिश करता । ऐसा नहीं हुआ क्योंकि गूगल की बात में कोई सच नहीं है और वो यह जानते हैं । यह काम वह अपने पर से ध्यान हटाने के लिए कर रहे हैं । याद हो कि कुछ ही दिन पहले गूगल को US सरकार की इस बात का जवाब देना पड़ा था की क्या वो search परिणामों को अपनी मनमानी से बदलते हैं (और कुछ लोगों को पैसे के लिए फैयदा पहुंचाते हैं)? गूगल के इस परीक्षण से साफ होता है कि वह search परिणामों को अपनी मर्ज़ी से बदल सकता है और बदलते हैं ।
यह बात कोर्ट / microsoft को ना कहकर पब्लिक में लाने का क्या मकसद हो सकता है - खिसयानी बिल्ली खंबा नोचे ?
2. यह परीक्षण click fraud का है जिसमे लोगों को search परिणामों को बदलने के लिए प्रेरित किया जाता है । कुछ लोग यह links खरीद कर करते हैं और इस बार यह करने वाला गूगल खुद ही रहा जिसने अपने engineers को ऐसा करने को कहा (bing bar कम्प्युटर पर लगा कर उसे गुमराह करना) ।
हाल ही में कुछ बड़े लोगों ने गूगल के search परिणामों में गिरवाट के बारे में कहा है । गूगल उसे सुधारने के बदले दूसरों पर कीचड़ उछाल कर समय बर्बाद कर रहा है ।
3. क्या Bing Bar जैसे applications अगर user का data इकट्ठा करे तो गैर कानूनी है ? Google बार, gmail और गूगल का हर application यह data ईकट्ठा करता है विज्ञापन दिखाने के लिए । Bing द्वारा user data खोज परिणामों को बढ़िया करने के लिए इस्तेमाल करने से मुझे कोई आपत्ति नहीं है । अपने google zeitgeist का नाम तो सुना ही होगा जो साल भर का user data दुनिया को बताता है ।
मुझे इस बात का दुख है कि गूगल जैसी कंपनी इस तरह की नीच हरकत कर रही है । उसकी इस हरकत से corporate दुनिया शर्मसार हो गयी है और corporate नीति की एक नयी नीचता देखने को मिली है ।
@Abhishek: well said Abhishek. I hope Ravi Ratlami ji understand his responsibility given the popularity of his blog.
हटाएं@Ashish Srivastava: It's not called stealing, it's called getting inspiration and taking it forward. Which company in the world doesn't do that? and why shouldn't they?
"और, वैसे भी, मैंने भी स्टोरी को रीसायकल ही किया है! "
हटाएं@Ravi: You have put the title right..."नक़ल के लिए भी अकल चाहिए!"
You and Google both should read this...Google should be ashamed for the reasons mentioned in this article, and you should be ashamed for copying blindly...
http://www.roughlydrafted.com/2011/02/01/why-is-google-so-hysterically-hypocritical-about-bing-using-its-public-data
@Manoj,
हटाएंये तो इंटरनेट पर सर्चइंजिनों का महायुद्ध है. हरेक के प्रशंसक एक दूसरे पर बाण छोड़ेंगे ही. और, इस मामले में तो हर एक का - रिपीट - हर एक का अपना एंगल होगा!
परंतु क्या आपने डैनी सुलीवान की ये मूल, आरंभिक पोस्ट पढ़ी भी है? -
http://searchengineland.com/google-bing-is-cheating-copying-our-search-results-62914
और, धन्यवाद मुझे अकल देने के लिए
बिंग नया खिलाड़ी है। ब्लॉग़जगत में तो जमाने से सिद्धहस्त हैं भाई लोग!
हटाएंwah re microsoft !!
हटाएंबढ़िया .....बहुत बढ़िया
हटाएंkumarrahulkush@gmail.com