व्यंज़ल क्यों करें काम काम है आराम काम में आराम गुठलियों के दाम काम बिना दाम? सरकारी है काम ...
व्यंज़ल
क्यों करें काम
काम है आराम
काम में आराम
गुठलियों के दाम
काम बिना दाम?
सरकारी है काम
काम बिना नाम!
सरकारी है काम
रवि तेरा काम?
कुर्सी पे आराम
---.
(संबंधित प्रविष्टि – आओ आराम फरमाएँ भी देखें)
प्रेरक।
जवाब देंहटाएंकाम करो न करो काम की फिक्र जरूर करो
जवाब देंहटाएंफिक्र करो न करो फिक्र का जिक्र जरूर करो
बने रहो पगला काम करेगा अगला..
....लड्डू बोलता है..इंजीनियर के दिल से....
http://laddoospeaks.blogspot.com
बहुत अच्छी खबर है| साढे तीन घंटे तो बहुत बड़ी बात है| यहाँ तो दिन भर आराम ही फरमाते है |
जवाब देंहटाएंटिप्पणी आराम से देंगे....अभी तो....
जवाब देंहटाएंBAHUT HI ACHHA POST HAI .....EKDUM REALITY....
जवाब देंहटाएंAUR AAPNE JO jocker dekar kuchh likha wo aur bhi majedaar hai......
आराम आराम है बाकि सब हराम है
जवाब देंहटाएंविचारोत्तेजक!
जवाब देंहटाएं...बहुत सुन्दर, प्रसंशनीय रचना!!!!
जवाब देंहटाएं