सामाजिक दूल्हे तक तो ठीक था, मगर जब राजनीति के दुल्हे दुलहिनों को जब करारे कुरकुरे नए 1000 के करेंसी नोटों की मालाएँ पहनाए जाने की खबरे...
सामाजिक दूल्हे तक तो ठीक था, मगर जब राजनीति के दुल्हे दुलहिनों को जब करारे कुरकुरे नए 1000 के करेंसी नोटों की मालाएँ पहनाए जाने की खबरें मिलीं तो रिजर्व बैंक चौकन्ना हुआ. रिजर्व बैंक ने #10 नए गाइड लाइन तैयार किए हैं नोटों, ख़ासकर नए, कुरकुरे करारे 1000 के करेंसी नोटों के लिए. इन गाइड लाइनों का सख्ती से पालन करने की हिदायत भी दी गई है, अन्यथा प्रयोगकर्ताओं पर राष्ट्रद्रोह का मुकदमा भी दायर किया जा सकता है इसकी ताकीद की गई है.
रिजर्व बैंक के प्रवक्ता से पूछा गया कि नई गाइड लाइनें क्यों बनाई गईं हैं और क्या पुरानी गाइड लाइनें उपयुक्त नहीं थीं, तो प्रवक्ता ने भाषण झाड़ा –
“देखिए, वस्तुओं का प्रयोग बदलता रहता है. समय के अनुरूप प्रचलन बदलता है. आदमी को समय के हिसाब से चलना भी चाहिए. जैसी राजा वैसी प्रजा. तो नोटों का प्रचलन व प्रयोग भी बदलेगा और बदलना चाहिए. नोटों का प्रयोग बदल भी गया है. ऐसे में नए गाइड लाइनों की आवश्यकता अपरिहार्य है. उदाहरण के लिए, मोबाइल को ही लें. पहले इनका इस्तेमाल फोन काल के लिए किया जाता था. इन्हें बनाया ही इसीलिए गया था. मगर भाई लोगों ने इसमें इतनी सुविधाएँ जोड़ दी हैं कि अब मोबाइल का प्रयोग फोन काल के लिए कम, संगीत सुनने, एसएमएस करने और चेन मेल के एमएमएस फारवर्ड करने के काम में ज्यादा लिया जाता है”
1000 के नोटों के प्रयोग हेतु रिजर्व बैंक द्वारा घोषित नई #10 गाइड लाइनें हैं –
1. विशेष अवसरों को छोड़कर* (कृपया नीचे कंडिका 2 देखें) नोटों का प्रयोग किसी भी प्रकार की खरीदी-बिक्री-विपणन इत्यादि के लिए तत्काल प्रभाव से प्रतिबंधित किया जाता है.
2. नोटों का प्रयोग विशेष अवसरों को छोड़कर* (कृपया नीचे कंडिका 6 व 7 देखें) सिर्फ और सिर्फ माला बनाने के काम में लिया जा सकता है.
3. राजनीतिक नेताओं के मालाओं में पाँच करोड़ रुपये से कम कीमत व 65 किलो से कम वजन की माला का प्रयोग प्रतिबंधित है.
4. शादी-विवाह के अवसर पर दूल्हे के मालाओं में 1000 के नोटों का इस्तेमाल प्रतिबंधित है.
5. शादी-विवाह के अवसर पर दूल्हे के मालाओं में कुल छोटे नोटों की क़ीमत 1000 से कम होनी चाहिए.
6. सांसदों / विधायकों की ख़रीद-फ़रोख़्त के लिए 1000 के नोटों का ही प्रयोग किया जाना चाहिए, अन्यथा वह अवैध माना जाएगा.
7. हवाला, सुपारी, घूंसखोरी व भ्रष्टाचार के लिए सिर्फ 1000 के नोटों के प्रयोग की अनुशंसा की जाती है. दीगर मूल्य के नोटों का प्रयोग कदाचरण माना जाएगा.
8. विशेष परिस्थितियों को छोड़कर (कृपया नीचे कंडिका 9 देखें)1000 के नोटों को बैंकों में अथवा लॉकरों में रखना जुर्म होगा. इन्हें बेडरूम में गद्दों तकियों में तथा बोरों में भरकर, बाथरूमों में फ्लैश टंकियों में तथा ऐसे ही दीगर जगहों पर सुरक्षित रखा जाना चाहिए.
9. नोटों को भंडारण के लिए कंडिका 8 में वर्णित अनुसार विकल्पों से इतर यदि बैंक में रखा जाना अपरिहार्य हो तो 1000 के नोटों की स्तरीयता, उनकी महत्ता बरकरार रखने के लिए सिर्फ और सिर्फ स्विस बैंक में जमा किया जाना चाहिए.
10. प्रयोक्ताओं को इस महीने की 31 तारीख से पहले 1000 के अपने सभी पुराने नोटों को नए नोटों से बदल लेना चाहिए. इस तिथि के पश्चात् पुराने नोटों का मूल्य शून्य हो जाएगा. नए नोटों में सुरक्षा के लिहाज से, नकली नोटों के प्रचलन को रोकने के लिए, विशेष उपाय किए गए हैं जिनमें से एक - गांधी का अपसाइड डाउन वाटरमार्क भी है.
-----
(संबंधित व्यंग्य रचना – इम्पोर्टेड रुपया)
कहीं नेता इसे सच न समझ लें.बहुत ही बढ़िया व्यंग.
हटाएंनकली नोटों के प्रचलन को रोकने के लिए अब हर हज़ार रूपये के नोट पर "मैं धारक को हज़ार रूपये के नोट की ऐसी तैसी करने की इजाजत देता हूँ" भी लिखा रहेगा ताकि इस मुद्दे पर कोई जनहित याचिका दायर कर सोई हुई न्यायपालिका को कष्ट न दे.
हटाएं1000 रुपये के नोट केवल कुछ लोग ही रख सकते हैं जिसके लिए किसी नेता की अनुसंशा जरूरी है
हटाएंरिजर्व्ह बैंक की इन नई गाईडलान्स को बताकर बहुत अच्छा किया आपने रवि जी! हम इनका पालन कर राष्ट्रदोह से बचे रहेंगे। :-)
हटाएंकहीं बैंक घूस की रकम का न्यूनतम भी न तय कर दे। :-(
हटाएंबाकी ये गाइडलाइन्स बताने का शुक्रिया, कोशिश करेंगे पालन करने की।
बहुत अच्छी जानकारी।
हटाएंबहुत स्ट्रिक्ट है रीजर्व बैंक तो..
हटाएंachhi jaankaari hai...
हटाएंवाह जी वाह , राष्ट्रद्रोही बनने से बचा लिया जी आपने तो
हटाएंऐसी की तैसी कर दी
हटाएंमैं भी सच समझ बैठा था…
हटाएं