मंदी की मार में, आदमी तो आदमी, लगता है कंपनियाँ भी पैसे के लिए कुछ भी करने को तैयार हो गई हैं. विश्व की नं #1 पैसा-लेन-देन वाली कंपनी पेप...
मंदी की मार में, आदमी तो आदमी, लगता है कंपनियाँ भी पैसे के लिए कुछ भी करने को तैयार हो गई हैं. विश्व की नं #1 पैसा-लेन-देन वाली कंपनी पेपाल ने एक नया विचार गढ़ा है. आप सभी से थैंक्यू सर्विस नहीं ले सकते, लिहाजा पैसा देकर काम करवाएँ. कोई भी काम. छोटे से छोटा और बड़े से बड़ा. डू स्टफ़ फ़ॉर मनी नाम की यह सेवा देखते हैं कितना लोकप्रिय होती है, और जनता के काम आती भी है या नहीं. जो भी हो, वहां पर लोगों को एक दूसरे को काम बताने की होड़ सी मच गई है – पर, फोकट में नहीं. पैसा देकर.
मैंने समीर ‘उड़नतश्तरी’ को बेनामी आरती फिर से ढोल मंझीरे के साथ गाने का निवेदन किया, तो इसने मेरा हिन्दी अनुरोध अस्वीकार कर दिया. ये जमूरा प्रोग्राम हिन्दी नहीं समझता.
फिर से अंग्रेज़ी में अनुरोध भेज दिया है. देखते हैं समीर भाई झांझ-मंझीरे के साथ आरती गाने का काम करते भी हैं या नहीं. यदि वो फिर से आरती गा देते हैं तो समझिए कि यह प्रकल्प सफल है!
मुझे 10 डालर कमा कर दो, पाँच डॉलर इस काम के बदले लो....
हटाएंआगे आगे देखिए होता है क्या।
हटाएं-Zakir Ali ‘Rajnish’
{ Secretary-TSALIIM & SBAI }