चौ-तरफ़ा हमलों के बाद, शुक्र है कि एक दफ़ा फिर मोहल्ले में शांति की बातें की जा रही हैं. यूं तो मोहल्ले ने पहले भी एक दफ़ा सुर बदलन...
चौ-तरफ़ा हमलों के बाद, शुक्र है कि एक दफ़ा फिर मोहल्ले में शांति की बातें की जा रही हैं.
यूं तो मोहल्ले ने पहले भी एक दफ़ा सुर बदलने की कोशिशें की थीं. उम्मीद है, इस दफ़ा की ये शांति चिर-स्थायी रहेगी. आखिर, ब्रह्माण्ड के सर्वश्रेष्ठ पृष्ठ का भी यही कहना है.
उस स्थल के बारंबार-पूछे-जाने-वाले-सवाल पृष्ठ की एक प्रश्नोत्तरी का उदाहरण यहाँ देना अत्यंत समीचीन होगा -
प्रश्न : आप धर्म के बारे में कोई एक पृष्ठ क्यों नहीं लिखते? उन मूर्ख मूर्तिपूजकों, ईसाईयों, बुद्धिस्टों, नास्तिकों, मोरमॉनों, हिन्दुओं, मुसलमानों, यहूदियों के बारे में आपका क्या खयाल है? क्या आप यह समझते हैं कि वे सभी सचमुच के मूर्ख हैं?
उत्तर : नहीं, उन्हें शांति से रहने दें. मैं अपने वेब साइट पर दो उत्तेजक पैरा लिख कर किसी की मूल-भूत अवधारणाओं को बदल देने में यकीन नहीं करता. आप जिसमें विश्वास करते हैं उस पर करते रहिए और भगवान के लिए चुप रहिए. पूरा का पूरा अ-धार्मिक, अनास्तिक और अ-कुछ-भी अब चुक-सा गया है; अब कोई नई बात कहें. यदि आप पुराने फ़ैशन के, धर्म-संबंधी वाद-विवादों को चाहते हैं तो कहीं और तलाशें. मुझे विश्वास है, आपको बहुत से, 14 वर्षीय दिमाग के, स्वयंभू, सर्वज्ञानी इंटरनेट पर मिल जाएंगे जो आपको अपने धर्म संबंधी गू-मूत युक्त फ़िलॉसफ़ी बताने में, और ये भी कि क्यों आपके विश्वास और आपकी धारणाएं ग़लत हैं, बहुत खुशी महसूस करेंगे.
आमीन!
मोहल्ले में शांति नहीं, कोई शांता आई है। शांता के आने से विवाद, उपद्रव बढ़ता है। मोहल्ले वाले ही बता रहे थे कि उसके आने से भयंकर अकाल भी पड़ता है। अभी देखा कि कुछ फायरफाइटर मोहल्ले की आग को बुझाने दौड़ पड़े हैं।
हटाएंब्रह्मांड के सर्वश्रेष्ठ पृष्ठ का जवाब तो बहुत अक़्लमंदी वाला है। शायद इसी अक्लमंदी के कारण वह खुद को ब्रह्मांड का सर्वश्रेष्ठ पृष्ठ बताता है।
बेहतरीन.. अल्टीमेट.. रवि का आई बारी.. सब पर भारी ... सब पर भारी.. क्या ज़बर्दस्त विचार है.
हटाएंरवि भैया. इस भारी भरकम विवाद के बीच हमारे मरफ़ी महोदय का क्या विचार है. क्यों न हो जाए ठोक पोस्ट. ट्रालिंग, धर्म-विधर्म और अधर्म, सवर्ण,अवर्ण, दलित, पुरूष- स्त्री, ब्लॉगर-ब्लॉगिन, पत्रकार, कलाकार, रिपोर्टर, बाइट कलेक्टर वगैरह वगैरह ?
जल्द लुबहान जलाओ तो आला आए.. रवि रतलामी पर मरफ़ी छा जाए.
निरजजी पर चुनावी माहौल का असर साफ दिख रहा है
हटाएंब्रह्मांड के सर्वश्रेष्ठ पृष्ठ पर बात तो सही लिखी है, मगर यह उनकि पसन्द है किस पर बात करे किस पर नहीं. और यही बात सब पर लागू होती है.
ब्रह्माण्ड के सर्वश्रेष्ठ पृष्ठ का यह सर्वश्रेष्ठ अनुच्छेद होगा।
हटाएंसभी धर्मों का मूल तो एक ही है, अच्छे गुणों, अच्छाइयों को धारण करना, बुराईयों को हटाना। सभी में कुछ समान पहलुओं का प्रचार होना चाहिए। उनमें अन्तरों, विभेदों का प्रचार नहीं होना चाहिए।
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