कल ब्रह्माण्ड के सर्वश्रेष्ठ पृष्ठ के बारे में लिखते समय ध्यान आया कि ब्रह्माण्ड का सर्वश्रेष्ठ हिन्दी का पृष्ठ कौन सा है या कौन सा हो सक...
कल ब्रह्माण्ड के सर्वश्रेष्ठ पृष्ठ के बारे में लिखते समय ध्यान आया कि ब्रह्माण्ड का सर्वश्रेष्ठ हिन्दी का पृष्ठ कौन सा है या कौन सा हो सकता है या किसे होना चाहिए?
तो, जिस तरह एक मां को उसका और सिर्फ उसका अपना ही बच्चा सर्वश्रेष्ठ, सर्वप्रिय होता है, वैसा ही एक ब्लॉगर को उसका और सिर्फ उसका अपना ही ब्लॉग पृष्ठ सर्वश्रेष्ठ और सर्वप्रिय होता है. दूसरे शब्दों में, हिन्दी के सर्वश्रेष्ठ जाल-स्थल की पहचान तो हो ही गई थी, अब सर्वश्रेष्ठ पृष्ठ की पहचान बाकी थी.
इसी ऊहापोह के बीच ब्लॉगर डैशबोर्ड पर नजर पड़ी. अरे! यह क्या? यहां तो 299 का फेर चल रहा है. यानी कि अब तक मेरे इस चिट्ठे में 299 पोस्ट प्रकाशित हो चुके हैं और यह अगर प्रकाशित हो गया तो 300 वां पोस्ट होगा. (वैसे ये कोई तीर मारने वाली बात नहीं है चूंकि मेरा पन्ना का 600 वां पोस्ट बहुत पहले से प्रकाशित हो चुका है, और ताज़ा आंकड़ा 709 है!)
इस बीच हिंदिनी में कोई पंद्रह महीनों में छींटे और बौछारें में कोई 196 पोस्टें भी लिखी गईं, रचनाकार के शुरूआती दिनों में अधिकतर पोस्टें मेरे हाथों की टंकित की हुईं थी और आज उसका भी आंकड़ा 349 पर पहुँच रहा है. साथ ही साथ देसीटून्ज में भी शुरूआती कुछ महीनों में धुआंधार 60 से ऊपर टून्ज़...
इनमें से सर्वश्रेष्ठ को छांटना मुश्किल है. अब ये बात तो पाठक ही बताएं.
आप कहेंगे क्या बकवास कर रहे हैं - ये मुंह और मसूर की दाल! चलिए, मान लिया कि ये ब्लॉग ब्रह्माण्ड का हिन्दी का सर्वश्रेष्ठ पृष्ठ किसी सूरत नहीं हो सकता. परंतु इस कड़ी पर जा देखें. ये मेरा दावा है - आप मान लेंगे कि ब्रह्माण्ड का हिन्दी का सर्वश्रेष्ठ जाल पृष्ठ यही है, यही है.
Tag हिन्दी,सर्वश्रेष्ठ,जालपृष्ठ,हिंदी
इस जावास्र्किप्ट को पहले हम लोग एक दूसरे को चिढ़ाने के लिये इस्तेमाल करते थे.
हटाएंआप ने इसका हिन्दी में अनुवाद किया अच्छा रहा . मेरे पास ऎसी कई स्क्रिप्ट हैं .
कमल
"एक ब्लॉगर को उसका और सिर्फ उसका अपना ही ब्लॉग पृष्ठ सर्वश्रेष्ठ और सर्वप्रिय होता है. "
हटाएंहमें तो आपके ही ब्लाग पृष्ठ सर्वश्रेष्ट लगते हैं
इंडीब्लॉगिज प्रतियोगिता में आपके चिट्ठे को भले ही सबसे कम वोट मिले हों रवि जी, लेकिन सच्चाई यही है कि आप ही हिन्दी के वह सबसे सक्रिय चिट्ठाकार हैं जिनके लेखन में विपुल मात्रा के बावजूद गुणवत्ता में कोई गिरावट नहीं आ पाई है। उपयोगी तकनीकी कंटेंट, हास्य-व्यंग्य, व्यंजल तथा मरफी के सूत्रों आदि जैसे विविधतापूर्ण लेखन के माध्यम से आपने हिन्दी चिट्ठाकारी को जिस तरह से समृद्ध किया है, उसे लंबे अरसे तक कोई दूसरा चिट्ठाकार छू भी नहीं सकेगा।
हटाएंअरे मालिक, यु आर द बेस्ट
हटाएंये 'most annoying page' दिखा कर आपने एक बार पहले भी अच्छा परेशान किया था..
हटाएंये तो टाइम पास पोस्ट हो गई. पुरानी मांग पूरी कीजिए. अपन अपने ठेके के कमेंट जुटाने का वचन देते हैं.
हटाएंवाकई बहुत annoying था। बू हू हू हू :-(
हटाएंआपके वेबपृष्ठ निस्सन्देह सर्ववृहद हैं, अच्छे और उपयोगी भी हैं। किन्तु 'सर्वश्रेष्ठ' को तौलने/परखने हेतु कोई तराजू/कसौटी जैसी क्षमता हममें कहाँ?
हटाएंमहाराज, वहाँ भेज कर परेशान न भी करते, तब भी हम आप ही का नाम जपते.
हटाएंइस यातना के लिये मैं कैसे आपका धन्यवाद करूँ..?
हटाएंअरे, वो ३०० वाली बात की बधाई तो रही गई. बहुत बहुत बधाई. मिठाई बांटी जाये.
हटाएंबहुत, बहुत अच्छा। अगर यह नहीँ कहा तो न जाने अगली बार कितना झेलना पड़े। नहीं, वास्तव में यह सर्वश्रेष्ठ है..
हटाएं...
अरे मान भी जाइये!
...
सच में
..
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मैं सौगन्ध पूर्वक कहता हूँ,
...
यही सबसे अच्छा है!
..
kkarnatak जी,
हटाएंअपनी स्क्रिप्ट मुझे भेज सकें तो आभारी रहूंगा तथा उन्हें हिन्दीमय करने की भी कोशिश करूंगा
मैथिली जी,
धन्यवाद परंतु आपका सफेद झूठ पॉलीग्राफ़ टेस्ट में पकड़ा गया
सृजन शिल्पी जी,
धन्यवाद
पंकज जी,
धन्यवाद
नितिन जी,
माफ़ी मिलेगी?
नीरज जी,
आपका आदेश सिर आँखों पर. काम जारी है.
पुनीत जी,
मुझे भी रुलाया था किसी ने. तो मैंने सोचा कि बदला ले ही लूं...
हरिराम जी,
धन्यवाद
समीर जी,
ऐसा क्या? आपको दो बार धन्यवाद
अभय जी,
धन्यवाद न भी करें तो चलेगा. चलिए, मैं आपका धन्यवाद कर देता हूँ... आपने भुगता भी और टिपियाया भी!
राजीव जी,
हाँ, अब मन को तसल्ली मिली. सचमुच लगने लगा है कि यह पन्ना सर्वश्रेष्ठ है!
bahut khub
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