मॅड्रिवा लिनक्स पर लिखे आलेख पर पाराशर जी ( parasharas at gmail.com ) की प्रतिक्रिया थी: रवि भाई, मैंड्रीवा लाईनक्स के बारे में इतना श...
मॅड्रिवा लिनक्स पर लिखे आलेख पर पाराशर जी ( parasharas at gmail.com ) की प्रतिक्रिया थी:
रवि भाई,
मैंड्रीवा लाईनक्स के बारे में इतना शानदार आपने लिखा तो हमने भी पूरी ४
सीडी का डाऊनलोड कर लिया और उस (लाईनक्स) से ही यह मेल भेज रहा हूं।
ज्यादा तो नहीं करीब १००० मिनत लगे त इस लिए लिखा कि इनस्क्रिप्'पर यह
नहीं आ रहा नियंत्रक शिफ्त की सैंतिंग की तरह कोई विधि बताएं और
मैंड्रीवी शृंखला को एक ही लिंक पर डाल दें खास कर हिंदी में कार्य करना
लोकलहोस्त पीएचपीमाई एडमिन व खास तौर से इसके मोजिला फायरफॉक्स को अपडेत
२.०.१ या आगे अपडेत या इंस्éल करना फिलहाल मशक्कत कर रहे हैं ये भी पता
नहीं चला कि विंडो से जो फोंस लिये थे वे फायरफॉक्स में नहीं आ पाए विंडो
से एक फोंत पर्सनल कर मेल तो लिख ही दी है।
आपका अपना
पाराशर
जो वर्तनी आई हैं वह इंडिक एक्सśंशन की देन हैं माफ करियेगा बस शुरू है
आपके जवाब व हल की प्रतीक्षा.
मॅड्रिवा की इस समस्या का विस्तृत समाधान इस आलेख में है:
लिनक्स में फ़ॉन्ट कैसे संस्थापित करें
उबुन्टु (जीवंत, बूटयोग्य सीडी) के नए संस्करण में भी यही समस्या है, और इसका विस्तृत समाधान यहाँ पर है:
उबुन्टु 6.0 में हिन्दी कैसे संस्थापित करें
लिनक्स तंत्रों में हिन्दी कुंजीपट (इनस्क्रिप्ट) कैसे इनेबल करें इस पर आलेख यहाँ पर है:
लिनक्स में भारतीय भाषाओं में काम कैसे करें
इनमें से कुछ आलेख हिन्दी में इसी चिट्ठे पर हैं, भविष्य में समय निकाल कर उन्हें अवश्य ही सुनियोजित स्वरूप में कड़ी-बद्ध करने का प्रयास करूंगा.
वैसे, मॅड्रिवा समेत, किसी भी लिनक्स तंत्र में फ़ॉन्ट संस्थापना आसान है, जिसे निम्नानुसार कमांड अनुक्रम के जरिए किया जा सकता है:
1 रूट उपयोक्ता में बदलें.
# su (यह सुपरयूजर में बदलने के लिए कमांड है, आपसे रूट उपयोक्ता का पासवर्ड पूछा जाएगा, रूट पासवर्ड भरें)
2 डिरेक्ट्री /usr/share/fonts/TTF में फ़ॉन्ट कॉपी करें
# cp [font-path] /usr/share/fonts/TTF (यहाँ, [font-path] को फ़ॉन्ट की वास्तविक डिरेक्ट्री पथ से बदलें. उदाहरण के लिए, gargi.ttf फ़ॉन्ट, डिरेक्ट्री /home/ravi/fonts में है, तब कमांड होगा - # cp /home/ravi/fonts/gargi.ttf /usr/share/fonts/TTF)
3 कमांड chkfontpath चलाएँ
# chkfontpath (इस कमांड के जरिए नए जोड़े गए फ़ॉन्ट, आपके लिनक्स सिस्टम की जानकारी में आ सकेंगे व उनका इस्तेमाल हो सकेगा)
रवि भाई धन्यवाद निश्चित ही यह शृंखला कामयाब रहेगी क्योंकि मैंने हिंदी में फोंट भी इंस्टाल कर लिये हैं व भाषाई कीबोर्ड को भी मैंड्रीवा 2007 मुफ्त पर बदल कर सही वर्तनी से प्रतिक्रिया लिख पा रहा हूं वह भी बिना किसी ब्राउजर एक्सटेंशन के और जिस प्रकार आपने हिंदी फोंट्स को तालाबंद डायरेक्ट्रीज में ले जाने की कमांड दी है वह भी मेरे जैसे ३ दिन के नौसिखिये के लिये उपयोगी है कारण यह है कि फाईल कॉपी करने के ब्राउजर सक्षम नहीं रहता आप कृपा पूर्वक नए बंदों को लाइनक्स की राह दिखाएं हिंदी प्रेमियों को तो इसकी जरूरत खास तौर पर है।
हटाएंफोंट्स की रेंडरिंग पर भी बताइए क्योंकि डिफॉल्ट एप्लीकेशन के अलावा स्थापित एप्लीकेशन्स व प्रोग्रामों पर हिंदी उतनी बढ़िया नहीं आ रही है। मैंड्रीवा फिलहाल तो मुफ्त है और आशा है जैसा हिंदी में बना है उससे आगे बेहतर ही होगा।
साधुवाद व धन्यवाद को औपचारिकता न मानकर हृदय के भाव के रूप में स्वीकार करें।
पाराशर
फोंट्स की रेंडरिंग पर भी बताइए क्योंकि डिफॉल्ट एप्लीकेशन के अलावा स्थापित एप्लीकेशन्स व प्रोग्रामों पर हिंदी उतनी बढ़िया नहीं आ रही है।
हटाएंपाराशर जी, कुछ और खुलासा करें तो बात समझ में आएगी
मैंड्रीवा फिलहाल तो मुफ्त है और आशा है जैसा हिंदी में बना है उससे आगे बेहतर ही होगा।
हाँ, मॅड्रिवा के कई संस्करण हैं, और जैसा कि लिनक्स संस्करणों में होता है, इसके कुछ प्रीमियम संस्करणों को बेचा भी जाता है. बेसिक संस्करण तो मुफ़्त ही रहेगा, यह मानकर चलें.
रहा सवाल हिन्दी का - तो अभी हिन्दी की प्रगति लिनक्स में थोड़ी ठहरी सी है. प्रायोजक नहीं हैं, वालंटियर्स तो ख़ैर हैं ही नहीं. रेड हैट जैसी कंपनियाँ हिन्दी में काम तो कर रही हैं, मगर उनका ध्यान इन-हाउस और ट्रेनिंग दस्तावेज़ों की ओर है जिससे उनका व्यापार बढ़े.
उदाहरण के लिए, केडीई सालभर पहले 90प्रतिशत हिन्दी में अनुवादित था, आज यह नीचे उतर कर 70 प्रतिशत को चला गया है - कारण है कि विकास तो धड़ल्ले से हो रहा है, परंतु अनुवाद कार्य एक तरह से बन्द ही है. कोई प्रायोजक आगे आएं तो केडीई के हिन्दी अनुवाद को विकास के साथ साथ लगातार अपडेट किया जा सकता है.