. चलिए, बयार उलटी बहने तो लगी... यूँ तो इस तरह की एकाध घटना पहले भी घट चुकी है, परंतु आज यकायक दो संयोग एक साथ हुए. सुबह-सुबह एक प...
.
चलिए, बयार उलटी बहने तो लगी...
यूँ तो इस तरह की एकाध घटना पहले भी घट चुकी है, परंतु आज यकायक दो संयोग एक साथ हुए.
सुबह-सुबह एक पत्रकार मित्र ने फोन कर बधाई दी कि दिल्ली से निकलने वाले हिन्दी अखबार वीर अर्जुन पर छपा मेरा आलेख उन्हें अच्छा लगा. वीर अर्जुन यहाँ वितरित नहीं होता है, परंतु उन्हें नमून प्रतियां डाक से मिलती हैं. 22 नवम्बर 2006 का अख़बार आज उन्हें मिला था. अख़बार के अंतिम पृष्ठ पर मेरा आलेख छपा था.
मैंने उन्हें बताया कि मैंने वीर अर्जुन को कोई आलेख वालेख नहीं भेजा था और हो सकता है कि आलेख किसी ‘दूसरे' रवि का होगा. तब उन्होंने बताया कि यह आलेख माइक्रोसॉफ़्ट के बहुभाषी कुंजीपट के बारे में है.
अरे! यह आलेख तो मैंने प्रभासाक्षी के लिए लिखा था व उसे अपने चिट्ठे पर प्रकाशित किया था. हो सकता है कि वीर अर्जुन ने उनमें से किसी एक से लिया हो. बहुत संभावना है कि प्रभासाक्षी से लिया हो, चूंकि अपने यूनिकोडित चिट्ठे को वीर अर्जुन का कोई वीर पढ़ता हो, यह तो मुझे नहीं लगता.
दूसरी घटना यह हुई कि मेरे याहू खाते पर नवराही जी का पत्र आया जिसमें उन्होंने नेट पर प्रकाशित रेखा के चित्रों को पंचनाद नामक साहित्यिक पत्रिका में उपयोग हेतु अनुमति मांगी है.
बहरहाल, बयार के उलटी बहने की शुरूआत हो गई लगती है - फुरसतिया जी ने कहा था, लिखें तो छपवाएँ भी, परंतु ये स्वतः छपने लगेंगी यह आशा तो कम ही थी...
चलते चलते कुलप्रीत (अरे वही शून्य वाले) ने बताया कि मोबाइल में हिन्दी लाने वाले टी-9 टी-6 का नया संस्करण निकला है जिसका डेमो यहां पर है
पूरा विवरण शून्य में देखें.
.
.
रवि जी, बयार उल्टी बहने पर आपको हार्दिक बधाई।
हटाएंवाह, बहुत बधाई!
हटाएंयह तो बहुत ही खुशी की बात है, बधाई.
हटाएंवैसे मुँह मीठा करवा दें तो हमारी खुशी भी 'डबल' हो जाए.
जैसे जैसे नाम बढ़ेगा, आप का लिखा छापने वाले भी बढ़ेंगे. भगवान करेगा तो वह दिन भी आयेगा जब आप के वकील इस तरह के बिना अनुमति लिए छापने वालों से हरजाना माँगेगें! :-)
हटाएंबहुत बधाई, आप जैसे वरिष्ठ चिट्ठाकार इस सम्मान के पुर्ण हकदार हैं।
हटाएंप्रतीक, समीर, संजय, सुनील, श्रीश,
हटाएंआप सभी का हार्दिक धन्यवाद.
और, सुनील, हिन्दी में लिखने वालों के लिए तो यह दिन शायद ही आए! रचनाकार में भी हम यही करते रहे हैं!!!
टीपीराजा, आपका यह " new India search engine www.ByIndia.com " अभी हिन्दी में तो खोज ही नहीं पा रहा है!
हटाएंया मैं कहीं गलत हूँ?