और पुरूषों की - निगेटिव प्लस?
अंग्रेज़ी के वर्डल की तरह हिंदी में शब्दल खेलें -
[नया!]_$type=list$m=0$cate=0$sn=1$rm=0$c=1$va=1$p=1
[आपके पसंद की रचनाएँ]_$type=blogging$m=0$cate=0$sn=1$rm=0$c=10$va=0$p=1$sr=random
[समग्र रचनाएँ]_$type=blogging$m=0$cate=0$sn=1$rm=0$c=7$va=1$p=1
छींटे और बौछारें में खोजें -
छींटे और बौछारें की विशाल लाइब्रेरी में खोजें -
पते की बात । महिलाओ सावधान । ट्विटर पर शिफ्ट हो जायें ।
जवाब देंहटाएंअसहमत ! बल्कि अपने जैसे विचारों वाली अन्य स्त्रियों से संपर्क उन्हें खुशमिजाज बनाता है . विचार श्रेष्ठ होते हैं !
जवाब देंहटाएंहम फेसबुक से दूर रहे हैं।
जवाब देंहटाएंकुछ साल पहले फेसबुक पर अपना खाता खोला था पर एक सप्ताह के अन्दर उसे बन्द भी कर दिया।
समाचार को पोस्ट शीर्षक से ही कुछ सीख लेनी चाहिए।
जवाब देंहटाएंअब समझेंगी श्रीमतीजी।
जवाब देंहटाएंफेस बुक अर्थात चेहरे की किताब. शोध से कुछ भी निकले मगर "इक चेहरे में कई चेहरे लगा लेते हैं लोग"
जवाब देंहटाएंहमें तो फ़ेसबुक बड़ी हड़बड़िया चीज़ लगती है .
जवाब देंहटाएं