इसी की तो मुझे तलाश थी. एक जमाने से तलाश थी. यदि मैं डेवलपर होता तो इस ऐप्प को अपने लिए कब का बना चुका होता. और शायद इसे बेच कर करोड़पति...
इसी की तो मुझे तलाश थी.
एक जमाने से तलाश थी.
यदि मैं डेवलपर होता तो इस ऐप्प को अपने लिए कब का बना चुका होता. और शायद इसे बेच कर करोड़पति बन चुका होता. यह है ही इंस्टैंट हिट टाइप का प्रोग्राम.
फ़ेसबुक मित्रता के जमाने में जहाँ, हर कोई – जी हाँ, हर जाना अंजाना – एक दूसरे का मित्र बनता जा रहा है, एक दूसरे के मित्र मंडलियों में शामिल होता जा रहा है, तो ऐसे में लाजमी हो जाता है कि बहुत से विशेष किस्मों के मित्रों से बचा जाए, उनसे जरा दूरी बना कर रखी जाए. शत्रु से निकटता तो भले ही कुछ मामलों में चल जाए, मगर फ़ेसबुकिया किस्म के मित्रों से? भगवान बचाए! कभी भी कहीं भी टैग कर देंगे और कभी भी कहीं भी च्यूंटी काट देंगे!
बहरहाल, तो बात “हेल इज़ अदर पीपुल” नामक इस ऐप्प की हो रही थी. स्मार्टफ़ोन के लिए जारी किया गया यह ऐप्प आपको आपके मित्रों से बचाएगा. ऐसे मित्रों से, जिनसे आप बचना चाहते हैं. वो भी रीयल टाइम में. यह ऐप्प आपके स्मार्टफ़ोन में स्थापित होकर स्थान सेवा का उपयोग कर, जीपीएस ट्रैकिंग के जरिए यह बताएगा कि आपको अभी एमजी मार्ग के कैफ़े कॉफ़ी डे में नहीं जाना है, क्योंकि वहाँ आपका एक खांटी फ़ेसबुकिया मित्र बैठा हुआ है, और अगर आप वहाँ गए तो आपके दो घंटे बरबाद. यह ऐप्प आपको ऐसे वैकल्पिक रास्ता भी सुझाएगा जिससे आप अपने मित्र से आमना-सामना जैसी फ़जीहत से भी बच सकेंगे.
है न कमाल?
अरे हाँ, याद आया. इधर आपसे बहुत दिनों से मुलाकात का प्रसंग नहीं बन रहा है. कहीं आपने इस ऐप्प का उपयोग करना प्रारंभ तो नहीं कर दिया है?
वाकई कमाल है!
हटाएंहर नई तकनीक तो पहले आपको ही पता चल जाती है, दूसरा आप से पहले भया कैसे उपयोग कर सकता है!
हम इसे एकांत प्रेमी एप्प का नाम देते।
हटाएंकर दिया है :-)
हटाएंनाक घुसेड़ने वालों से बचने के लिए ज़रूरी है ये
हटाएंबचाने के बहानें ये कैसे फ़ंसायेगा इसकी जानकारी कब मिलेगी?
हटाएंशुक्र है मैंने इतने अधिक मित्र नहीं बनाये कि उनसे दूरी बनाने की जरूरत पड़े।
हटाएंअति आवश्यक है एकांतिकता को सहेज रखने के लीये
हटाएंबढ़िया एप्प ।
हटाएंबढ़िया एप्प..
हटाएंज्यादा खुश मत होइए। कोई न कोई 'हिन्दुस्तानी माई का लाल' इसका तोड निकाल ही लेगा। तब देखिएगा कि आप कैसे छुटकारा पाऍंगे।
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