मैं अपने नए स्मार्टमोबाइल में श्रेष्ठ मूल्यांकित (टॉप रेटेड ऐप्प) ऐप्प पर एक नजर डाल रहा था कि इसमें कौन से, काम के ऐप्प डाले जाने चाहिएं. ...
मैं अपने नए स्मार्टमोबाइल में श्रेष्ठ मूल्यांकित (टॉप रेटेड ऐप्प) ऐप्प पर एक नजर डाल रहा था कि इसमें कौन से, काम के ऐप्प डाले जाने चाहिएं.
तो मैंने जैसे ही खोजबीन प्रारंभ किया, मुझे ऊपर दिखाए गए चित्र के अनुसार ऐप्प दिखे. टॉप रेटेड. यानी श्रेष्ठ मूल्यांकित श्रेणी में.
हनुमान चालीसा, बाइबिल ऑन द गो, इस्लामिक हब.
अर्थ यह कि हमारे स्मार्टफ़ोन हमसे भी ज्यादा धार्मिक हो रहे हैं. उनमें धार्मिक ऐप्प इंस्टाल होना पहली शर्त है! टॉप रेटेड ऐप्प तो यही कहानी कह रहे हैं, और आप झूठ नहीं बोल सकते.
तो, कृपया बताएँ कि आपके मोबाइल फ़ोन का धर्म क्या है?
मेरा स्मार्टफ़ोन बस मालिक को भगवान मानता है और उसी की सेवा में लगा रहता है।
हटाएंब्राह्मण धर्म (विद्यादान), क्षात्र धर्म (देश की रक्षा) आदि की तर्ज पर कहें तो स्मार्टफोन का धर्म कॉल करना/सुनना है। :-)
हटाएंप्रयोक्ता धार्मिक ऍप्लिकेशनों को ज्यादा रेट करते होंगे जिससे ये टॉप में चली गयी।
... तो निष्कर्ष यह निकला की धार्मिक लोग तकनीकी प्रयोगों मे अग्रणी होते हैं, वे ऐप्प बनाते भी अधिक हैं, उसे अपनाते भी अधिक हैं और प्रमोट भी अधिक करते हैं। सह-निष्कर्ष यह भी हो सकता है कि नास्तिक लोग ऐप्स के अस्तित्व मे विश्वास नहीं करते ... नव संवत्सर युगादि की बधाई!
हटाएंमुझे तो लगता है कि धार्मिक ऐप्प तो मार्केट की डिमांड है - पैसा कमाने के उद्देश्य से बनाया गया है. अलबत्ता इन्हें अधिकाधिक प्रयोग कर और इनको शीर्ष मूल्यांकित कर उपयोगकर्ता ही शीर्ष में पहुँचाते हैं - लगता है कि जनता जरा ज्यादा ही धार्मिक होती जा रही है...
हटाएंएक बात तो तय है कि इन एप्प से जीवन बहुत आसान हो रहा है, अभी उस दिन ही मैंने मोबाइल पर Constiution, IPC, CPC, CrPC, Income Tax Act, Motor Vehicle Act डाउनलोड किए. वर्ना मैंने कभी नही सोचा था कि इस तरह के अधिनियम आप मोबाइल पर कभी देख भी सकते हैं.
हटाएंबिलकुल। इन ऐप्प में हमारी ज़रूरत के हिसाब से अथाह जानकारी मौजूद है। मैं तो आजकल पुस्तकों के इलेक्ट्रोनिक संस्करण भी भारी-भरकम किन्डल के बजाय फोन पर ही पढ़ रहा हूँ।
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