रॉकमेल्ट सोशियल वेब की दुनिया के लिये बना तंत्रांश नहीं, पूरा का पूरा ब्राउज़र है लेखकः रविशंकर श्रीवास्तव | January 19th, 2011 ल गता है...
रॉकमेल्ट सोशियल वेब की दुनिया के लिये बना तंत्रांश नहीं, पूरा का पूरा ब्राउज़र है
लेखकः रविशंकर श्रीवास्तव | January 19th, 2011रॉकमेल्ट एक ऐसा नया, ताज़ा, बीटा स्वरूप में जारी किया गया ब्राउज़र है जिसे सोशियल ब्राउज़र श्रेणी में रखा गया है। सामाजिक ब्राउज़र की शुरूआत मोजिल्ला आधारित फ्लॉक ब्राउज़र से हुई थी जिसमें ब्राउज़र में ही ब्लॉगिंग की तमाम सुविधाएँ मौजूद थी। रॉकमेल्ट ब्राउज़र एक कदम आगे है। यह गूगल क्रोम ब्राउज़र के आधार पर बनाया गया है, और – जी, हाँ, आपने ठीक समझा – इसमें फ़ेसबुक को सम्मिलित कर दिया गया है।
रॉकमेल्ट अभी बीटा संस्करण में जारी किया गया है, परंतु इसे सार्वजनिक प्रयोग के लिए जारी नहीं किया गया है। आपको याद होगा, जब गूगल ने अपना जीमेल जारी किया था तो निमंत्रण के जरिए खाता खोलने का विकल्प दिया गया था। इसी तरह से रॉकमेल्ट का प्रयोग करने के लिए भी आपको एक अदद निमंत्रण की आवश्यकता होगी – जिसके जरिए आप रॉकमेल्ट का इंस्टालर डाउनलोड कर सकेंगे और इसका प्रयोग कर सकेंगे।
जब आप रॉकमेल्ट का इंस्टालर चलाते हैं, तो
मैंने इसे इंस्टाल किया था लेकिन इसको झेल नहीं सका और कुछ ही घंटों में ही रिमूव कर दिया. फेसबुक की अति भी सही नहीं जाती.
जवाब देंहटाएंbAHUT HI BADHIYA BLOG H AAPKA..
जवाब देंहटाएं"और, कोढ़ में खाज यह कि अब तो ब्राउज़र भी फेसबुक-मय हो गया है!"
जवाब देंहटाएंही ही ही :-)
Mark Zuckerberg को ये समझना चाहिए कि इतनी अति अच्छी नहीं होती। लोग बहुत जल्दी ही इससे ऊबने लग जायेंगे तो नुकसान उनका ही है।
जवाब देंहटाएंफेसबुक ही नहीं लिया, हम तो ब्लॉग में ही मगन हैं।
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