भगवान के लिहाज से, प्रीमियम तो सचमुच बड़ा सस्ता है! व्यंज़ल मेरे मुल्क में ये क्या हो रहा है भगवान का भी बीमा हो रहा है मुल्क में...
भगवान के लिहाज से, प्रीमियम तो सचमुच बड़ा सस्ता है!
व्यंज़ल
मेरे मुल्क में ये क्या हो रहा है
भगवान का भी बीमा हो रहा है
मुल्क में सियासत के अलावा
बाकी कारोबार धीमा हो रहा है
नेता अफसर को छोड़ दें तो
बाकी जन का कीमा हो रहा है
चंद्र मंगल पर धर दिए पग
अब अंबर का सीमा हो रहा है
क्या बताए रवि नए दौर का
पाजामा फट के नीमा हो रहा है
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नीमा - संज्ञा पुं० [फा० नीमह्] एक पहरावा जो जामे के नीचे पहना जाता है
सहीं है जनाब
हटाएंकरतूतें सेवकों की और ,
बदनाम मसीहा हो रहा है.
शानदार व्यंग्य,लिखते रहिये ....
बहुत खूब अंकल जी
हटाएंबहुत बडे अखबारनवीस हैं आप चलिये आप सेवानिवॄत्त होने का
सदुपयोग तो कर रहे हैं मेरे आदरणीय दादा जी की तरह.......
वैसे यदि भगवान सच में पॄथ्विलोक पर होते तो उन्हें बीमा
करवान पड जाता.................ही ही ही
बढ़िया .प्रस्तुति..... आभार.
हटाएंअब हिंदी ब्लागजगत भी हैकरों की जद में .... निदान सुझाए.....
खुश हूँ की राम का फैसला हो गया , उनको birth certificate ईशु होगया ।
मै तो यही सोचता हूँ कि बीमा के कमीशन का क्या होगा |
हटाएंबहुत ही खूबसूरत व्यंग्य है। लाजबाव प्रस्तुति के लिए बहुत-बहुत आभार! -: VISIT MY BLOG :- तपा सकेँ अगर सोना तो हृदय मेँ अगन होनी चाहिए।............गजल को पढ़कर अपने अमूल्य विचार व्यक्त करने के लिए आप सादर आमंत्रित हैँ। आप इस उपरोक्त लिँक पर क्लिक कर सकते हैँ।
हटाएंआदमी जो न कर डाले, कम है।
हटाएंदुनिया भगवान भरोसे,
हटाएंभगवान बीमा कम्पनियों के भरोसे।
बताओ बच्चों! बडा कौन?
भगवान थोड़े ज्यादा ही इंसानी हो रहे हैं
अदालत से फैसला, इन्सुरेंस...
हटाएंजब भगवान legal juridical person है तो फिर इसका बीमा तो होना ही चाहिए वर्ना इसे कुछ हो गया तो इसके बाल-बच्चों का क्या होगा
हटाएंइंसान चाहे जो कर सकता है ।
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