मियाँ मनमोहन, अब जरा ये भी तो बता दें कि आख़िर आप किसके चंगुल में हैं? -- व्यंज़ल क्या फ़र्क कौन किसके चंगुल में है जनता ...
मियाँ मनमोहन, अब जरा ये भी तो बता दें कि आख़िर आप किसके चंगुल में हैं?
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व्यंज़ल
क्या फ़र्क कौन किसके चंगुल में है
जनता सदा से नेता के चंगुल में है
भविष्य स्वर्णिम है यकीनन हमारा
क़ानून बाहुबलियों के चंगुल में है
अपनी मांद में ख़ैर मना लिए बहुत
अंतत: राठौर रूचिका के चंगुल में है
मेरे वतन का हो गया है अजब हाल
मंत्री अब नौकरशाहों के चंगुल में है
वक़्त ने पलटा है आज अपना पाँसा
वही वक़्त आज रवि के चंगुल में है
बहुत खूब !
हटाएंमिंया पिछले ६-७ साल से सोनिया माता के चंगुल में है !
देश "सेकुलरों" के चंगुल मे है. आधी समस्या तभी खत्म हो जाएगी जब देश उस चंगुल से निकल जाएगा.
हटाएंबाकी तो जस राजा तस प्रजा
.. प्रधानमंत्री का बस नही तो फिर कोई क्या कहे
वक्त को चंगुल में फँसा लेने की बधाई
हटाएंसर, बहुत सामयिक भावपूर्ण प्रस्तुति.. आभार
हटाएंकोई किसी के, कोई किसी के चंगुल में है!
हटाएंपर हम तो अभी भी नए साल के चंगुल में है!
हमेशा की तरह इस बार भी धाँसू है - व्यंजल!
ओंठों पर मधु-मुस्कान खिलाती शुभकामनाएँ!
नए वर्ष की नई सुबह में, महके हृदय तुम्हारा!
संयुक्ताक्षर "श्रृ" सही है या "शृ", FONT लिखने के 24 ढंग!
संपादक : "सरस पायस"
बहुत सामयिक भावपूर्ण प्रस्तुति.. आभार
हटाएंनव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं।
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