दीपावली आया और मेरे लिए मुसीबतों का पहाड़ ले आया. अब देखिए ना, मेरा मेल बॉक्स जेनुइन क़िस्म के (कतई स्पैम नहीं!) ईमेलों से अटा पड़ा है. औ...
दीपावली आया और मेरे लिए मुसीबतों का पहाड़ ले आया.
अब देखिए ना, मेरा मेल बॉक्स जेनुइन क़िस्म के (कतई स्पैम नहीं!) ईमेलों से अटा पड़ा है. और नित्य कोई तीन-चार गुना ज्यादा ईमेल चला आ रहा है इन दिनों. सबमें घुमा-फिरा कर एक ही बात कही जा रही है – दीपावली की हार्दिक बधाईयाँ! लफ़्जों के खेल, चित्रों के अखाड़ों, मल्टीमीडिया ऑडियो-वीडियो संलग्नकों के सर्कसों का - सबका सार यही होता है – दीपावली की हार्दिक बधाईयाँ!
मोबाइल का इनबॉक्स भी हर घंटे फुल हो जा रहा है. एक अतिरिक्त झंझट कि इसे पढ़ते रहें और खाली करते रहें नहीं तो यह हर एसएमएस पर अतिरिक्त रूप से आगाह करता है कि बक्सा खाली करो! बक्सा खाली करो! – उलटी-सीधी किस्म की भाषाओं, बोलियों और मल्टीमीडिया युक्त इन एसएमएसों का अंततः यही संदेश होता है – दीपावली की हार्दिक बधाईयां!
अब मुझे भी हर एक को प्रत्युत्तर में धन्यवाद देना होगी, बदले में हार्दिक बधाईयाँ टिकाना ही होगी अन्यथा क्या पता अगला बुरा मान जाए. भई, मुझे तो लगता है, पर, प्रत्याशित-अप्रत्याशित बधाईयों का प्रत्युत्तर देना मुसीबत से कम अगर किसी को लगता हो तो वो व्यक्ति सचमुच वंदनीय है.
इसीलिए सोचता हूँ कि प्रत्येक बधाई संदेशों को अलग-अलग प्रत्युत्तर देने (व मेरे अपने कोटे के, आप सभी पाठकों को मेरे प्रत्यक्ष बधाई संदेशों) के बजाए अपने इस चिट्ठे के माध्यम से कुछ अ-हार्दिक क़िस्म की अ-बधाईयाँ (कु-बधाईयाँ नहीं,) आपको दे देता हूँ. वैसे भी, इस क़िस्म के अ-हार्दिक, अ-बधाईयों की दरकार आजकल हर किसी को है. –
- दीपावली पर आपके क्षेत्र-शहर का ट्रांसफ़ॉर्मर फुंक जाए/ जनरेशन बैठ जाए और इस कारण बिजली गुल हो जाए ताकि सजावट के लिए लगाए गए हजारों-लाखों झालरों में बिजली का अपव्यय न हो (और, यदि कंटिया नहीं लगी हो तो बिल भी कम आवे,) और नतीजतन, कुछ ग्लोबल वार्मिंग कम हो.
- दीपावली पर ईश्वर करे कि पटाखों पर महंगाई की मार कुछ यूँ हो कि आप उन्हें सिर्फ प्रतीकात्मक ही फ़ोड़ सकें – ताकि आपके कानों को राहत मिले और आपके पास-पड़ोस के पर्यावरण की संरक्षा हो.
- आपके लिए ईश्वर से कामना है कि इंटरनेट, मोबाइल, टेलीफोन के नेटवर्क जाम हो जाएँ, बैठ जाएँ ताकि आप प्रत्यक्ष रूप में आ-जाकर एक दूसरे के गले लगकर बधाईयों का आदान प्रदान कर सकें.
तो, आपके लिए ये थीं मेरी कुछ अहार्दिक, अबधाईयाँ. मेरे लिए आपकी भी ऐसी ही कुछ होंगी. ऐसी तमाम अहार्दिक, अबधाईयों का हार्दिक स्वागत है.
(चित्र - साभार, छवि|तरकश)
दीवाली की आपको हार्दिक शुभकामनाएँ।
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर और सारगर्भित !ज्योति - पर्व की ढेर सारी बधाईयाँ !
जवाब देंहटाएंआपका चिट्ठा भी बधाई की टिप्पणीयों से भर जाये... :)
जवाब देंहटाएंबडों की बददुआओं में भी आशीर्वाद छिपा होता हॆ.गुरूजी!आपके मंदिर से जो प्रसाद मिला हॆ,वह हमें स्वीकार्य हॆ.ऎसे ही शुभ-आशीष देते रहें.
जवाब देंहटाएंएक मुश्किल और हो रही है।
जवाब देंहटाएंलोग, जिस व्यक्ति ने बधाई भेजी है उसी को जवाब न दे कर reply all का विकल्प चुन रहे हैं जिससे वही ईमेल कई बार आ रही है। यदि लोग केवल reply वाला विकल्प चुने तो जवाब उसी के पास जायगा, जिसने ईमेल भेजी है। बाकी लोग बचेंगे।
रवि जी,
जवाब देंहटाएंमेरा तो बधाई संदेशा ही बहुत लंबा था। पर आपकी पोस्ट रूपी स्पैम-गार्ड से बचते बचाते ये दो तीन पंक्तियाँ पहुँच ही गईं।
संजय गुलाटी मुसाफिर
बहुत सामयिक और परम कल्याणकारी शुभकामनायें हैं। आपको भी ऐसी ही शुभकामनायें!!!
जवाब देंहटाएं(सरकार पटाखों पर प्रतिबन्ध क्यों नहीं लगाती? कुछ नैइं तो टैक्स तो बढ़ा ही देना चाहिये)
पसंद आया!!
जवाब देंहटाएंआपको भी दीपावली की बधाई व शुभकामनाएं
ये तो जिसे कहते हैं न "कमाल " वो हो गया.
जवाब देंहटाएंअभी मैंने भी इसी आशय की एक पोस्ट लिखी है और प्रकाशित भी की है, मुझे नहीं मालूम था की आप इस विषय पर पहले से ही हाथ साफ कर चुके हैं.
बहुत अच्छा लिखा है आपने अगर पहले पढ़ लिया होता तो अपनी पोस्ट नहीं छापता. अब जब छाप ही गई है तो फुरसत मैं पढिएगा.
नीरज
ये तो जिसे कहते हैं न "कमाल " वो हो गया.
जवाब देंहटाएंअभी मैंने भी इसी आशय की एक पोस्ट लिखी है और प्रकाशित भी की है, मुझे नहीं मालूम था की आप इस विषय पर पहले से ही हाथ साफ कर चुके हैं.
बहुत अच्छा लिखा है आपने अगर पहले पढ़ लिया होता तो अपनी पोस्ट नहीं छापता. अब जब छाप ही गई है तो फुरसत मैं पढिएगा.
नीरज
रवि जी इसी हफ्ते हमने विविध भारती पर मंथन में इस मुद्दे को उठाया था । एस एम एस के ज़रिए भेजी गयी बधाईयां क्या आपको बहुत बनावटी लगती हैं । सभी ने कहा कि चाहे एस एम एस हों या फिर ई मेल ये बधाईयां नकली हैं । प्रत्यक्ष रूप से जायें या ग्रीटिंग बनाकर भेजें तब लगता है कि वाक़ई हृदय से बधाई दी गयी । एकदम सामयिक प्रासंगिक पोस्ट । आपकी ट्रांसफारमर जल जाए वाली बात से डरकर हम मोमबत्तियों के कुछ पैकेट और ले जाए । बाकी इंटरनेट चला जाये तो दो चार दिन तक दिक्कत नहीं । आपको भी शुभकामनाएं ।
जवाब देंहटाएंहमारी तरफ से भी बहुत सारी अबधाईयां।
जवाब देंहटाएंमजा आ गया जी. काश आपकी बधाइयां न्यूज पेपर में भी छपती तो औरो का भी भला होता.
जवाब देंहटाएंरवि जी हमने पहले तो आप को दिवाली की शुभ कामनाएं नही भेजी थी पर अब जब आपने रास्ता निकाल ही लिया है इस मुसीबत से बचने का तो लगे हाथों आप को नव वर्ष की शुभ कामनाएं दे रहे हैं।
जवाब देंहटाएंरवि जी मैँने तो अपनी एक पोस्ट में कुछ इस तरह से लडकियों को बधाई दी कि इस शुभ दिपावली के अवसर पर सारे के सारे मँगल तुम ले लो और सारी की सारी कामनाएँ हमारा लडकों के लिए छोड दो ...
जवाब देंहटाएंऔर लडकों से विनम्र नेवेदन किया था कि बेशक.. सारी टीना-मीना.मोनिका-शोनिका वगैरा-वगैरा तुम ले लो लेकिन ये कामना सिर्फ और सिर्फ मेरी है