हिंदी में टाइप करना मुश्किल ? कतई नहीं क्या आपको पता है कि कम्प्यूटर में काम करने के लिए 12 भारतीय भाषाओं हेतु 126 प्रकार के कु...
हिंदी में टाइप करना मुश्किल? कतई नहीं
क्या आपको पता है कि कम्प्यूटर में काम करने के लिए 12 भारतीय भाषाओं हेतु 126 प्रकार के कुंजी पटल विन्यास उपलब्ध हैं? अकेले हिंदी में
ही दर्जनों कुंजीपटल विन्यास -सुषा से लेकर इनस्क्रिप्ट तक हैं. कम्प्यूटरों के
लिए हिंदी का आज भी कोई मानक कुंजी पटल नहीं है. अब तक तो अंग्रेजी फ़ॉन्ट को हिंदी रूप देकर और उसके आधार पर अपना नया कुंजीपटल विन्यास बनाकर लोगों ने छोटा रास्ता निकाला था जिससे भला होने के बजाए नुकसान ही ज्यादा हुआ. फिर किसी ने अपना माल मुफ़्त उपयोग के लिए भी जारी नहीं किया (इसमें सरकारी एजेंसियाँ भी शामिल हैं, जो जनता के टैक्स का भारी भरकम पैसा भकोस लेती हैं – पर यहाँ बेचारे डेवलपरों को न कोसें, बल्कि योजना बनाने वाले सरकारी बाबुओं को कोसें), भले ही लोग पायरेसी के लिए भी उस उत्पाद (उदा. लीप ऑफ़िस) को न पूछें. वो तो भला हो भारतभाषा जैसी भली
जगह से आए शुषा सीरीज के मुफ़्त फ़ॉन्ट का जिसके दम खम पर
आज हिन्दी की कई साइटें बख़ूबी चल रही हैं.
परंतु यूनिकोड के प्रचलन में आने से हम में से प्रत्येक को अंततः यूनिकोड फ़ॉन्ट का रास्ता पकड़ना ही होगा. इंटरनेट पर हिन्दी में सर्च सिर्फ यूनिकोड पर ही संभव है और गूगल इसे साल भर से ज्यादा समय से समर्थित कर रहा है. यूनिकोड आधारित रेडहेट लिनक्स के हिंदी संस्करण आ चुके हैं और अगले साल के प्रारंभ में विंडोज़ हिंदी का सस्ता स्टार्टर संस्करण आने से परिदृश्य में तेजी से परिवर्तन आएगा. अतः अभी तक जो भी हिन्दी का उपयोग यूनिकोड से इतर करते
आ रहे हैं, उनके लिए सुझाव है कि शुभष्य शीघ्रम्.
यूनिकोड हिन्दी समर्थन विंडोज़ 2000 या एक्सपी तथा लिनक्स के नवीनतम संस्करणों में ही उपलब्ध है अतः यह इसके प्रचलन में बड़ी बाधा
है. अभी भी बहुत से कंप्यूटर उपयोक्ता विंडोज 9x का उपयोग करते हैं. परंतु यदि उन्हें जालघर के हिंदी संसाधनों में शामिल होना है तो उन्हें भी शीघ्र ही अपने विंडोज़ अद्यतन कराने होंगे. अगर विंडोज़ अद्यतन करना वित्तीय रूप से संभव नहीं है, तो मुफ़्त मे उपलब्ध लिनक्स आपरेटिंग सिस्टम का उपयोग करना उचित होगा. रेडहेट का फेदोरा कोर 3 आउट ऑफ द बॉक्स हिंदी समर्थन देता है, यहाँ तक कि पुराने 500 मे. हर्त्ज और 128 एम.बी रैम तक के कम्प्यूटरों पर इसे आसानी से चलाया जा सकता है. इसकी संस्थापना भीपूरी तरह हिंदी वातावरण में रहकर की जा सकती है.
फ़ॉन्ट आधारित हिंदी मसलन कृतिदेव या शुषा से यूनिकोड हिंदी में बदलना अब तक आसान नहीं था. परंतु अब आपके पुराने कार्यों को यूनिकोड में परिवर्तन के लिए रूपांतर नामक एक प्रोग्राम तो है ही, कुछ अन्य पीएचपी स्क्रिप्ट तथा सी प्रोग्राम इंडिकट्रांस.ऑर्ग में भी उपलब्ध हैं. ये प्रोग्राम मुफ़्त हैं तथा अच्छे खासे परिणाम देते हैं. मैंने रूपांतर को अपने पुराने इस्की हिंदी फ़ाइलों को यूनिकोड में रूपांतरण के लिए अच्छा खासा काम मेंलिया है.
रहा सवाल हिंदी कुंजीपटल विन्यास का, तो धन्यवाद एक बार फिर माइक्रोसॉफ्ट का. माइक्रोसॉफ़्ट के आईएमई1 संस्करण 5 (भारतीय भाषाओं के लिए मुफ़्त डाउनलोड हेतु उपलब्ध) में आपको सात तरह के हिंदी कुंजीपटल विन्यास मिलते हैं. ये हैं ट्रांसलिट्रेशन, रेमिंगटन, गोदरेज, हिंदी टाइपराइटर आरबीआई, इनस्क्रिप्ट, वेब दुनिया तथा एंग्लो-नागरी. हो सकता है इनमें से कोई न कोई तो आप उपयोग कर ही रहे होंगे. 1 एम.बी. आकार के इस डाउनलोड को अपने विंडोज़ 2000 या एक्सपी तंत्र पर स्थापित करें और नियंत्रण पटल केकुंजीपटल विन्यास में से हिंदी कुंजीपटल Hindi Indic IME 1 [V 5.0] चुनें और इन सात में से कोई भी उपयोग हेतु चुनें. यदि आपका मौजूदा इस्तेमाल में आ रहा कुंजी पटल विन्यास यहाँ पर नहीं है (जैसे कि शुषा) तो फिर माइक्रोसॉफ़्ट का ही कुंजीपटल विन्यास संपादक (कीबोर्ड एडीटर ) का उपयोग कर अपने लिए विशेष यूनिकोड हिंदी कुंजीपटल की रचना कर सकते हैं या वर्तमान कुंजीपटल में कुछ रद्दोबदल कर सकते हैं. और यह बिलकुल आसान है. बस आपके तंत्र पर .नेट फ्रेम वर्क संस्थापित होना चाहिए. यदि आप हिंदी में शुरूआत ही कर रहे हैं तो आपके लिए
ट्रांसलिट्रेशन या एंग्लो नागरी कुंजी पटल बहुत ही सरल होगा चूंकि यह फ़ोनेटिक
आधारित है, और आप हिंदी को रोमन में टाइप कर हिंदी यूनिकोड का उपयोग कर सकेंगे (जैसे कि रवि लिखने के लिए ravi या riv). ट्रांसलिट्रेशन में तो ऑनलाइन हेल्प भी है, और इसके वर्ड लिस्ट की सहायता से लंबे और प्रायः बार बार उपयोग में आने वाले हिंदी शब्दों के अंग्रेजी संक्षिप्ताक्षर देकर अपना काम और भी आसान बना सकते हैं. लिनक्स में इनस्क्रिप्ट कुंजीपटल डिफ़ॉल्ट रूप में संस्थापित होता है, परंतु इसके कुंजीपटल एक्सएमएल फ़ाइल में मामूली रद्दोबदल कर अपने पसंदीदा, अभ्यस्त हो चुके हिंदी कुंजीपटलकी रचना की जा सकती है.
तो फिर देर किस बात की? अपने कम्प्यूटर को यूनिकोड हिंदीमय कर लीजिए आज, अभी ही.
देखें हिन्दी कुंजीपटल स्क्रीनशॉट 2
bhai sahib aap kis vibhag main they. Mere hisab sey kamputer main hi kisi high post per hongey. Nahi to aaj key sarkari babu computer ko dekh kar hi muh teretey hai. Aap to logo ko computer pey hindi main kam karna batatey hai.
जवाब देंहटाएंAgar mujey apna blog hindi main bana ho to main to paagal ho jaunga.
Aap key blog sey jyada aap ko dekh kar mujey acha laga.
Keep it on
Shailendra
http://apnitally.blogspot.com
शैलेन्द्र,
जवाब देंहटाएंमैं मध्यप्रदेश विद्युत मंडल में था. कोई बीस बरस नौकरी करने के उपरांत वीआरएस लेकर अब पूर्णतः हिन्दी कम्प्यूटिंग क्षेत्र में कार्य कर रहा हूँ.
कम्प्यूटरों ने मुझे हमेशा से लुभाया है. मैं 1986 से कम्प्यूटरों का इस्तेमाल कर रहा हूं. विद्युत मंडल में स्वयं का लॅपटॉप इस्तेमाल करता था जब वहाँ कम्प्यूटरीकरण की शुरुआत भी नहीं हुई थी :)
रविजी,
जवाब देंहटाएंयह url आपने दिया था - http://tdil.mit.gov.in/download परन्तु पृष्ट खुला नहीं,कहा आप खोलने के लिए अधिकृत नहीं.
मेरी पत्नी का काम(शोध का) लिनक्स पर होता है परन्तु मैं उस पर बाराहा जैसा कुछ खोज नहीं पाया।नतीजतन बिल्लूचन्द की शरण में जाना पड़ता है।मुक्ति दिलाइये उनसे !
अफलातून जी,
जवाब देंहटाएंइस विषय पर कुछ और प्रकाश डाल सकें तो मैं संभवतः आपकी मदद कर सकूं.
लिनक्स पर बारहा जैसा औजार तो मिलना मुश्किल है, परंतु यदि आप इनस्क्रिप्ट, रेमिंगटन या फ़ोनेटिक कुंजीपट की बात कर रहे हैं जिससे कि कहीं भी हिन्दी में टाइप किया जा सके तो यह संभव है. आप इस हेतु मुझे अलग से ईमेल कर सकते हैं - raviratlami at gmail dot com पर
Ravi ji
जवाब देंहटाएंOnly one link is working (msklc.exe)and rest all are giving error messages please correct.
Shailendra
http://apnitally.blogspot.com