और, ये अजीब सा ब्लॉग-पोस्ट शीर्षक, कोई यूपीएससी के किसी प्रश्न का घटिया हिंदी अनुवाद नहीं है. आजकल दुनिया में एक दूसरे को चुनौती देने क...
और, ये अजीब सा ब्लॉग-पोस्ट शीर्षक, कोई यूपीएससी के किसी प्रश्न का घटिया हिंदी अनुवाद नहीं है.
आजकल दुनिया में एक दूसरे को चुनौती देने की बाढ़ आई हुई है. लोग – खासकर सेलेब्रिटी, नामचीन लोग एक दूसरे को चैलेंज दे रहे हैं. और जहाँ, कुछ अतिनामचीन, ***रत्न टाइप के सचिनिया लोग ऐसी चुनौतियों की परवाह नहीं पाल रहे तो कुछ सोनाची टाइप लोग खुद ही चुनौती लिए ले रहे हैं भले ही यह पता न हो कि ये चुनौती आखिर किस लिए ली और दी जा रही है. चुनौतियों की इसी तर्ज पर, आइस बकेट चैलेंज का देसी वर्जन राइस बकेट चैलेंज भी चालू हो गया है. और, न केवल चुनौतियां स्वीकारी जा रही हैं, उन्हें नायाब, नए-नवेले, सर्वथा मौलिक तरीके से अंजाम देने की कोशिशें भी हो रही हैं.
परंतु हम देसी लोगों के लिए, जो डेंगू और मलेरिया की मार से बारहों महीना मरे पड़े रहते हैं , कुछ ऐसे बेहद जरूरी किस्म के चैलेंज होते तो जन-जागरण के लिए ज्यादा अच्छे नहीं होते? ऊपर से, इन्हें तो सैकड़ों हजारों नए, नायाब, मौलिक तरीकों से अंजाम भी दिया जा सकता है -
- डर्ट बकेट चैलेंज
- पान की पीक बकेट चैलेंज
- पॉलीथीन की पन्नियां बकेट चैलेंज
- नाली की पानी बकेट चैलेंज
- कचरा बकेट चैलेंज
- @#$%^… आदि
बहुत खूब ।
हटाएंचलो कुछ अजीब और अलग करने की जद्दोजहद में
आपकी उत्कृष्ट प्रस्तुति बुधवार के लिए चुरा ली गई है- चर्चा मंच पर ।। आइये हमें खरी खोटी सुनाइए --
हटाएंपान पीक डर्ट बकेट हो जाये तो कम से कम सफाई तो हो
हटाएंअब तलक पढ़ीं सबसे उम्दा टिप्पणी। रविजी वाह...।
हटाएंबढ़िया , मस्त !
हटाएंInformation and solutions in Hindi ( हिंदी में समस्त प्रकार की जानकारियाँ )
~ I.A.S.I.H पोस्ट्स न्यूज़ ~ ( ब्लॉग पोस्ट्स चर्चाकार )
बहुत बढ़िया
हटाएंअच्छा कहा--ये सेलिब्रिटी खेल-तमाशे सिर्फ़ अपने लिये होते हैं--इन्हें वास्त्विकता से लेनी-देना नहीं होता.
हटाएंटी.वी के ्चेनल इन्हों ने ख्रीद लिये हैं भोंडी पेश-कश के लिये.कोई उतरता ही नहीं है---अपनी-अपनी बहुरूपिये पन से--क्या करें?संवेदनशीलता की असम्वेदनशीलता के लिये.
ahahha sahi kaha aapne. ajkal yh challenge bahut dkhne ko mil rha h
हटाएं