जी हाँ, आज अपुन का भी सैकड़ा पार हो रिएला है. :)किदर को भाई? जरा बाजू पट्टी में निगाह मारने का. अपुन का इस हिन्दी बिलाग का फ़ीड बर्नर...
जी हाँ, आज अपुन का भी सैकड़ा पार हो रिएला है. :)किदर को भाई?
जरा बाजू पट्टी में निगाह मारने का.
अपुन का इस हिन्दी बिलाग का फ़ीड बर्नर में पढ़ने वालों का आंकड़ा तीन फ़िगर में होएला है साब.
अब इंतजार है कि कब मामला चार फिगर में आए.
बहूत पहले अपने पगार को चार फिगर में आने को तरसता था - कोई 1984-85 में पहली मर्तबा फोर फिगर सेलेरी मिली थी - 1004.50 रुपए. वोईच खुशी हो रिएला है बाप!
वैसे, ये ब्लॉगर-फ़ीडबर्नर मिलन का कमाल है भिड़ु सो जियादा खुशी नईं मनाने का.
मुबारक हो रवि जी, यह भी कोई कम उपलब्धि नहीं है।
हटाएंआपके चिट्ठे के हैडर पर क्लिक करने पर यह होमपेज पर नहीं जाता?
धन्यवाद, जगदीश जी.
हटाएंहां, यह क्लिकेबल नहीं है. देखता हूँ कुछ उपाय. वैसे यहीं पर ऊपर व नीचे घर का एक प्रतीक चिह्न है जिसे क्लिक कर होम पेज पर जाया जा सकता है. उसे भी बड़ा करता हूँ
बधाई लें.. और शुभकामनाएं.. हम अब लीक पकड़ कर चलना सीख रहे हैं.. आप की लीक सही है..
हटाएंहार्दिक बधाई और शुभकामनायें !
हटाएंबधाई व शुभकामनाएं आदरणीय!!
हटाएंमेरी भी बधाई टिका लें।
हटाएंमेरी भी बधाई टिका लें
हटाएंbadhaaI jI badhaaI
हटाएंरवि> वैसे, ये ब्लॉगर-फ़ीडबर्नर मिलन का कमाल है भिड़ु सो जियादा खुशी नईं मनाने का.
हटाएंचलो, फिर भी प्रसन्न होने का कोई बहाना मिले - क्या बुरा है.
यह तो एक अकाउण्ट से फीड दूसरे में गयी हैं. पर इससे अल्टीमेट बेनिफिट मिले तो मजा आये.
वाह भाई, बहुत मुबारक और बहुत बहुत बधाई.
हटाएंरवि जी, शतक की बहुत-बहुत बधाई।
हटाएंवाह क्या बात है।
हटाएंबधाई! निश्चय ही बड़ी उपलब्धि है.
हटाएंमुबारक हो रविजी, हिन्दी चिट्ठाजगत में पहला सैकड़ा लगाने के लिये, आशा करता हूँ श्रीश आपके पीछे लाईन में खड़े होंगे, वो अलग बात है कि वो अभी आप से बहुत पीछे हैं। एक बार फिर बहुत बहुत बधाई।
हटाएंमैं तो अपरिचितों को ब्लॉग के बारे में बताता हूँ तो आपके इस ब्लॉग के बारे में ज़रूर बताता हूँ। ढेरों बधाइयाँ
हटाएंजे तो भोत अच्छा हुआ, मतलब आप चिट्ठाजगत के ‘भाई’ बन गये हो, मुबारक हो मुबारक हो
हटाएंहिन्दीपाठकों की छोटी दुनियां में 100 पार करना अंग्रेजी में 10,000 पार करने के तुल्य है. यह हम सब के लिये गर्व की बात है.
हटाएंकृपया पाठको को अगले लेख में यह भी बता दें कि यह तभी हो सकता है जब चिट्ठाकर नियमित रूप से जनोपयोगी सामग्री उपलब्ध करवाये -- जो कि आपके चिट्ठे की एक बहुत बडी विशेषता है.
आप सभी का बहुत बहुत धन्यवाद. आप सभी के प्रेम-प्यार और विश्वास ने मुझे यह जगह दी है. आप सभी पाठकों का मैं तहे दिल से आभारी हूँ.
हटाएंबधाई हो रवि जी बधाई! फीड रीडर पर संख्या जैसे-जैसे बढ़ती जाती है, दिल खुश होता जाता है। आप फीड रीडर्स से सर्वाधिक पढ़े जाने वाले चिट्ठाकार हैं।
हटाएंवैसे हम भी हैं लाइन में, आपके बाद फिलहाल तो (शायद ) हमारा ही नंबर है।