मेरी नई प्राइवेसी पॉलिसी ये निगोड़ी गोपनीयता नीति - प्राइवेसी पॉलिसी, हम जैसे निर्लिप्त, साधु किस्म के, हमारा क्या जाएगा-लेजाएगा टाइप इंटरने...
मेरी नई प्राइवेसी पॉलिसी
ये निगोड़ी गोपनीयता नीति - प्राइवेसी पॉलिसी, हम जैसे निर्लिप्त, साधु किस्म के, हमारा क्या जाएगा-लेजाएगा टाइप इंटरनेट उपयोगकर्ताओं का दम निकाल कर ही दम लेगी लगता है. हर दूसरे चौथे घंटे एक नई प्राइवेसी पॉलिसी चली आ रही है. वर्तमान और नए तथा भविष्य के प्रकल्पों की तो ख़ैर ठीक है, बंद किए हुए खातों, और सुविधाओं जैसे कि ओरकुट और याहू! पेजेस तक से भी प्राइवेसी पॉलिसी के अपडेट आ रहे हैं! और उन्हें स्वीकार करने को कहा जा रहा है. कुछ अतिरेकी लोगों ने स्क्रीनशॉट समेत स्टेटस अपडेट किए हैं कि नोकिया 1100 फ़ोन, विंडोज 3.1 तथा नॉवेल नेटवेयर उपयोग करने वालों की प्राइवेसी पॉलिसी भी अपडेट हो रही हैं. दुनिया क्या इतनी गर्त में जा रही है कि लोगों को दूसरों की प्राइवेसी में इंटरेस्ट आ रहा है और वह इतनी असुरक्षित हो गई है कि हर दूसरा बंदा पहले को तिर्यक निगाह से देख रहा है और मन ही मन अपनी स्वयं की प्राइवेसी पॉलिसी अपडेट कर रहा है.
अब जब दुनिया इसमें कूद ही गई है तो मुझे भी लगता है कि मुझे भी अपने इस ब्लॉग की प्राइवेसी पॉलिसी अपडेट की जानी चाहिए.
तो यह रही मेरी नई, अपडेटेड प्राइवेसी पॉलिसी. एक पाठक के तौर पर इसे आपको हर हाल में स्वीकारनी होगी –
· इस ब्लॉग में थोड़े में कही गई बातों को ज्यादा में न समझा जाए. बातों के निहितार्थ न निकाले जाएँ, सपाट कथनों में व्यंग्य न ढूंढा जाए, स्माइली को महज एक सहज मुस्कान समझा जाए, व्यंग्यात्मक नहीं – भले ही ब्लॉग के शीर्षक से लेकर उसके तमाम पोस्टों का उद्देश्य सदा सर्वदा से इतर हो!
· कार्टूनों को कलात्मकता की दृष्टि से ग्रहण किया जाए न कि कटाक्ष के तौर पर. यूँ भी कटाक्ष को समझ पाना टेढ़ी खीर होता है, और मतलब कुछ का कुछ समझा जा सकता है, जो कतई स्वीकार्य नहीं है. आँखें कला-सुंदरता पान के लिए प्री-ट्यून्ड होती हैं, इसलिए कार्टूनों की सुंदरता को देखें, अर्थ को नहीं.
· व्यंज़लों को महज तुकबंदी समझा जाए और उनके धीर-गंभीर अर्थ न खोजे जाएँ. भारतीय कानूनों की धारा अथवा किसी कार्यलयीन आदेश या फिर मानस की टीका हर कोई अपने हिसाब से करने को स्वतंत्र है, मगर मेरे व्यंज़ल मेरे हैं, उनकी टीका करना अक्षम्य अपराध है – अब भले ही मैं अपने व्यंज़लों के लिए रदीफ़ और काफिए ग़ालिब और मीर से, असाभार उठाता रहा होऊँ.
· लंबे, जटिल, तकनीकी हाऊ-टू आलेखों को अधिकांश जनता की तरह, न पढ़ा जाए, बल्कि समस्या आने पर हर सूरत में फ़ोन संपर्क हासिल कर सीधे – दैन एंड देयर – समस्या का समाधान हासिल किया जाए. समय बड़ी कीमती चीज है!
यह प्राइवेसी पॉलिसी समय समय पर अपडेट होती रहेगी. अतः अपनी निगाहें इस पर जमाए रखिए.
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