प्रखर देवनागरी में 250 से भी अधिक पुराने हिंदी फ़ॉन्टों को यूनिकोड में 100% शुद्धता से परिवर्तन करने की सुविधा है. इसके नए संस्करण में तालि...
प्रखर देवनागरी में 250 से भी अधिक पुराने हिंदी फ़ॉन्टों को यूनिकोड में 100% शुद्धता से परिवर्तन करने की सुविधा है.
इसके नए संस्करण में तालिका युक्त सामग्री तथा एक्सेल शीट से कॉपी की गई सामग्री को भी परिवर्तित करने की सुविधा है. इस सुविधा को आप अपने डाटाबेस की फ़ाइल से तालिका युक्त आरटीएफ फ़ाइल में बदल कर भी प्रयोग कर सकते हैं. परिवर्तन में तालिका का रूप व फ़ॉर्मेट भी बरकरार रहता है.
यह स्क्रीनशॉट वर्ड से कॉपी की गई तालिका युक्त सामग्री का रूपांतरण दर्शाता है -
निम्न स्क्रीनशॉट में एक्सेल शीट से कॉपी की गई तालिका युक्त सामग्री का रूपांतरण दर्शित है:
आप देखेंगे कि परिवर्तन न सिर्फ 100% शुद्धता से हुआ है, बल्कि तालिका व फ़ॉर्मेट भी बरकरार है.
बहुत से कार्यालयों में हिंदी में बहुत सारा डेटाबेस और सामग्री तालिका रूप में ही बनाई जाती रही है और उनको फॉर्मेट बिगाड़े बगैर यूनिकोड में परिवर्तित करने का यह औजार वरदान सरीखा है.
इसका डेमो संस्करण आप यहाँ http://www.4shared.com/u/5IPlotQZ/DangiSoft_India.html से डाउनलोड कर जाँच परख कर सकते हैं. और यदि ये आपको काम का प्रतीत होता है तो इसे बखूबी खरीद सकते हैं. कीमत है मात्र 1500 रुपए, जो इस सॉफ़्टवेयर की खूबियों को देखते हुए एकदम पैसा वसूल है. साथ ही आपको मिलता है असीमित संस्करण अपडेट की सुविधा और सॉफ़्टवेयर सपोर्ट.
अधिक जानकारी के लिए इसके डेवलपर श्री जगदीप डांगी से उनके ईमेल dangijs@gmail.com पर संपर्क कर सकते हैं.
बढि़या जानकारी। परम्परागत हिन्दी फोन्ट्स में टेबल में हिन्दी टाइपिंग करने पर अक्सर शब्द बिगड़ जाते थे। इस साफटवेयर ने यह काम आसान कर दिया है।
जवाब देंहटाएंअपनी सारी रचनायें हम समेट चुके हैं, यूनीकोड में। बहुत ही उपयोगी..
जवाब देंहटाएंबढ़िया…जगदीप को जी बहुत धन्यवाद इसके लिए…
जवाब देंहटाएंमैं भी विगत दो वर्षों से डांगी जी द्वारा विकसित विभिन्न सॉफ्टवेयरों/ टूल का प्रयोग अपने शासकीय (डी.आर.डी.ई. ग्वालियर, भारत सरकार, रक्षा मंत्रालय) और निजी कार्यों में करता रहा हूं और यह कहने में मुझे कोई संकोच नहीं कि डांगी जी के इन सरल सॉफ्टवेयरों की मदद से ही मैं अस्की/ इस्की फोंट से यूनीकोड फोंट पर स्थानांतरित हुआ हूं। व्यावसायिक अनुवादक होने के कारण यूनीकोड प्रयोग ने मेरे लिए इंटरनैट पर संभावनाओं के नए द्वार खोले। मैंने व्यक्तिगत रूप से अपने कई मित्रों को डांगी जी द्वारा विकसित इन सॉफ्टवेयरों को प्रयोग में लाने की अनुशंसा की है। हाल ही में मेरे अभिन्न मित्र सुप्रसिद्ध हास्य कवि प्रदीप चौबे जी को जब इस सॉफ्टवेयर की खूबी के बारे में बताया तो वे अत्यंत प्रसन्न हुए। उनसे भी बढ़कर निकले डांगी जी, जिन्होंने अपने तमाम सॉफ्टवेयर श्री प्रदीप चौबे जी को उपहार स्वरूप प्रदान निशुल्क किये। चौबे जी आजकल डांगी जी द्वारा विकसित एक अन्य सॉफ्टवेयर प्रलेख देवनागरी लिपिक पर धुंआधार अभ्यास कर रहे हैं और अब वे कुशलता पूर्वक यूनीकोडेड हिंदी टाइप करने लग गये हैं।
जवाब देंहटाएंमैं डांगी जी द्वारा विकसित तमाम सॉफ्टवेयरों के प्रयोग की अनुशंसा करता हूं।
मैं भी विगत दो वर्षों से डांगी जी द्वारा विकसित विभिन्न सॉफ्टवेयरों/ टूल का प्रयोग अपने शासकीय (डी.आर.डी.ई. ग्वालियर, भारत सरकार, रक्षा मंत्रालय) और निजी कार्यों में करता रहा हूं और यह कहने में मुझे कोई संकोच नहीं कि डांगी जी के इन सरल सॉफ्टवेयरों की मदद से ही मैं अस्की/ इस्की फोंट से यूनीकोड फोंट पर स्थानांतरित हुआ हूं। व्यावसायिक अनुवादक होने के कारण यूनीकोड प्रयोग ने मेरे लिए इंटरनैट पर संभावनाओं के नए द्वार खोले। मैंने व्यक्तिगत रूप से अपने कई मित्रों को डांगी जी द्वारा विकसित इन सॉफ्टवेयरों को प्रयोग में लाने की अनुशंसा की है। हाल ही में मेरे अभिन्न मित्र सुप्रसिद्ध हास्य कवि प्रदीप चौबे जी को जब इस सॉफ्टवेयर की खूबी के बारे में बताया तो वे अत्यंत प्रसन्न हुए। उनसे भी बढ़कर निकले डांगी जी, जिन्होंने अपने तमाम सॉफ्टवेयर श्री प्रदीप चौबे जी को उपहार स्वरूप प्रदान निशुल्क किये। चौबे जी आजकल डांगी जी द्वारा विकसित एक अन्य सॉफ्टवेयर प्रलेख देवनागरी लिपिक पर धुंआधार अभ्यास कर रहे हैं और अब वे कुशलता पूर्वक यूनीकोडेड हिंदी टाइप करने लग गये हैं।
जवाब देंहटाएंमैं डांगी जी द्वारा विकसित तमाम सॉफ्टवेयरों के प्रयोग की अनुशंसा करता हूं।
आप सभी का बहुत-बहुत धन्यवाद!
जवाब देंहटाएंसादर
जगदीप दाँगी
मैं भी दांगी जी के इन प्रयासों को सादर नमन करता हूँ…। मैं इनकी मेहनत, ज्ञान एवं लगन का प्रशंसक हूँ…
जवाब देंहटाएंसॉफ्टवेर बेचा जाना सबसे अच्छी बात लगी. औजार काम का है.
जवाब देंहटाएं