आह, बस इसी बात की तो देर थी. हिन्दी इंटरनेट और हिन्दी ब्लॉग जगत वाकई जवान हो चला है लगता है. शुरूआत ( http://realmoney2earn.blogspot.com...
आह, बस इसी बात की तो देर थी. हिन्दी इंटरनेट और हिन्दी ब्लॉग जगत वाकई जवान हो चला है लगता है. शुरूआत (http://realmoney2earn.blogspot.com/2008/07/blog-post.html) तो हो ही गई है, और दर्जनों स्कीमें, दर्जनों तरीकों से आपको फांसने को चले आएंगे जल्दी ही.
क्या आप भी देखते ही देखते करोड़पति बनना चाहते हैं? बिना किसी अतिरिक्त प्रयास व पूंजी के? तो फिर इस सड़ियल ब्लॉग को क्यों पढ़ रहे हैं! जल्दी जाइए, किसी इंटरनेट नेटवर्क मनी प्लान में शामिल हो जाइए. और ज्यादा, गारंटीड 100 प्रतिशत प्रतिफल के लिए अपना खुद का कोई नया नायाब नेटवर्किंग मनी प्लॉन शुरू करिए. आपको मेरी ढेरों शुभकामनाएं.
बिगबनियानट्री जिन्दाबाद – लोगों में सपने जगाने व उनके सपनों को सपने ही बने रहने देने के लिए. और साथ में लाखों लोगों को टोपी पहनाने के लिए नेटवर्क मार्केटरों को प्रणाम, आभार व धन्यवाद.
besides this ravi ji there is fraud about online courses which is also now part of hindi bloging . in this ocurse they tell you how you can earn millions after leaving your jobs . its good you made hindi bloggers aware of these fradulent schemes
हटाएंfind out the blog i am refering to !!!!!!!!! or else i will email the link to you if you are intersted !!!!!!!
ऐसे में तो ब्लॉग्स कि परिभाषा ही बदल जाएगी. जानकराई के लिए आभार.
हटाएंस्कीम देखी, बहुत पुराना फंड़ा है। कोई चालीस बरस पहले हम ने भी ऐसे ही मनिआर्डर कर के पाँच सात सौ कमाए थे। घर वाले पूछने लगे रोज मनिआर्डर कहाँ से आता है तो पोस्टऑफिस से सीधे लेने लगे। फिर कम होते होते आना बंद हो गए।
हटाएंपर इस से जेब काटने का धंधा बेहतर है। कानून में उसे प्रमाणित तो करता है। इसे तो कानून भी नहीं नवाजता?
ऊपर लेख में दी गई कड़ी काम नहीं करेगी क्योंकि उसमें डमी लिंक लगाई गई है. तो यदि आप वाकई (???????..) उस कड़ी पर जाना चाहते हैं तो लिंक को कॉपी-पेस्ट कर जाएँ.
हटाएंरचना जी, कृपया वह कड़ी मुझे जल्द भेजें. यहाँ उसे जानकारी हेतु लगाना आवश्यक लग रहा है.
हटाएंकई ख़त रोज़ आते हैं इनका क्या करें
हटाएंये तो होना ही था, ये सारे "उघोगपति" भाषा, धर्म, स्थान से ऊपर उठ कर काम करते है
हटाएंअरे रवि जी बच्चे कभी न कभी तो जवान होते हीं हैं 'फ़िर कमासुत ,फ़िर ब्याहुत ,तब ......----===++=खैर जाने दीजिये
हटाएंअभी सभी जवान नही हुए हैं
अरे, हम तो उनका स्वागत भी कर आये-स्वभाविक प्रक्रिया के तहत!!!
हटाएंदादा,ऐसी कोई जगह नहीं है जहां वणिक सोच के लोग हावी न हो जाते हों तो फिर हिंदी चिट्ठों में तो यह देर-सबेर होना ही था। वैसे अगर हिंदी ब्लागरों के दिल से पूछो तो लगभग हर चिट्ठाकार मालपानी कमाना ही चाहता है भले ही सामने न-न कहता रहे।
हटाएंमेरा कमेंट यहाँ से भी गुम...ये क्या हो रहा है हर तरफ?????????????? हे राम!!!
हटाएंइस तरह के ब्लाग्स के वारे में लोगों को आगाह करने हेतु एक मंच बनाने की आवश्यकता है, मैं आपके साथ हूँ !शुभकामनायें !
हटाएंचलो! एक बार हम भी देख आयें तो !
हटाएंजानकारी के लिए धन्यवाद!!!!!!
कुछ लोग ठगों को बनिया कह रहे है, भगवान उन्हे फर्क करने की शक्ति दे.
हटाएंसंजय बैंगाणी की बात महत्वपूर्ण है । कृपया गौर करें और भूल सुधारें....शब्दों का महत्व पहचानें
हटाएंशायद रवि जी ने " बिग बनियान ट्री " लिखना चाहा है..जो " बिगबनियानट्री " दिख रहा है...खैर. यह तो सभी उभरते ट्रैफिक और बाजारनुमा जगहों पर अवश्म्भावी है. जरुरत इससे सावधानी से निपटने की है. धन्यवाद रवि जी.
हटाएंरतलामी जी आपने अछ्हा आगाह किया -बहुत लोग इनके झांसे में आने वाले हैं !
हटाएंआज आप साईब्लाग पर आए और प्रत्साहन से भरी टिप्पणी की ,बहुत आभार !