कल यह ई-मेल मुझे मिला तो लगा कि यह भी आम स्पॉम मेल ही है जिसमें किसी कड़ी पर जाकर कुछ करने-धरने के निर्देश होते हैं- जिसमें पाठकों को त...
कल यह ई-मेल मुझे मिला तो लगा कि यह भी आम स्पॉम मेल ही है जिसमें किसी कड़ी पर जाकर कुछ करने-धरने के निर्देश होते हैं- जिसमें पाठकों को तमाम तरह से उल्लू बनाया जाता है.
परंतु फिर लगा कि यह जरा हटके है. थोड़ा ध्यान से पढ़ा तो कुछ नाम जेहन में आए. इस ईमेल की भाषा ने भी थोड़ा आकर्षित किया था. और फिर जब इस ईमेल की तह में गया तो लगा कि इसे तो हर व्यक्ति को पढ़ना चाहिए. फिर सोचा कि इसे अपने एड्रेस बुक में उपलब्ध सभी संपर्कों को अग्रेषित कर दूं - जैसा कि इस ईमेल में अनुरोध किया गया था.
परंतु लगा कि इससे बात बनेगी नहीं. एक तो यह मेरे विचारों के विरूद्ध काम होगा - आज तक मैंने कोई भी अवांछित मेल किसी को अग्रेषित नहीं किया है, तथा दूसरा - यह ईमेल आगे कहीं कुछ कड़ियों पर जाकर दब खप जाता, जबकि विषय जीवंत है - दृष्टि से भरपूर. इसीलिए विचार आया कि इसे सीधे इस चिट्ठे पर ही क्यों न उतार दूं.
यह ईमेल मूल अंग्रेज़ी में है. और बहुत लंबा है वैसे इसकी लंबाई बाद में अपडेट की गई तथ्यों के कारण है. अतः मूल ई-मेल जो कि संभवतः सबसे पहले भेजा गया होगा, उसका अनुवाद प्रस्तुत है. पढ़ें व सबको पढ़वाएं -
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एक जैसे विचारों वाले हम चार लोगों का एक छोटा सा समूह है -
1. गजराज राव - निर्देशक (कोड रेड फ़िल्म्स)
2. सुब्रत रे - निर्माता (कोड रेड फ़िल्म्स)
3. मनीष भट्ट - रचनात्मक निर्देशक (रिनोण्ड एड एजेंसी)
4. रघु भट्ट - रचनात्मक निर्देशक (रिनोण्ड एड एजेंसी)
इस वर्ष हमने अपने नियमित कारपोरेट ग्राहकों के लिए टेलिविजन के विज्ञापनों को बनाने के अलावा तीन मिनट की एक छोटी सी वीडियो म्यूज़िकल फ़िल्म भी बनाई है जिसका नाम है "हॉस्टल". यह फ़िल्म अत्यंत महत्वपूर्ण सामाजिक सरोकार के लिए है.
आप आगे पढ़ें इससे पहले हम आपसे अनुरोध करते हैं कि आप नीचे दी गई कड़ी में जाकर यू-ट्यूब में यह फ़िल्म देखें.
http://www.youtube.com/watch?v=nhwIFbB5iuo
यदि आपको यह फ़िल्म सचमुच द्रवित करती है, तो नीचे दी गई कड़ी पर एक ऑनलाइन फ़ॉर्म भरने हेतु क्लिक करें.
http://www.ebai.org/html/eyepledgeform.asp
यदि संभव हो तो इस ईमेल को अपने रिश्तेदारों, दोस्तों, परिचितों व सहकर्मियों को प्रेषित करें. आप अपने विचारों से हमें इस ईमेल पते पर अवगत करा सकते हैं- codered@coderedindia.com
अभी सिर्फ पाँच सप्ताह हुए हैं और,
1. अब तक एक लाख चालीस हजार से ज्यादा लोगों ने इस वीडियो को यू ट्यूब पर देखा है - (किसी भी भारतीय वीडियो को अधिकतम बार देखा जाने का पिछला रेकॉर्ड तीस हजार है)
2. इत्यादि इत्यादि....
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(यदि आप अंग्रेज़ी का पूरा ईमेल पढ़ना चाहें तो कृपया मुझे ईमेल करें)अद्यतन # पूरा ईमेल यहाँ पढ़ें
Tag हॉस्टल,कोड रेड फ़िल्म्स,आईबैंक,नेत्रदान
नारद पर हल्ला ब्रिगेड में इस तरह की पोस्ट राहत देती है।
हटाएंआप मुझे इस मेल को भेजें, मैं भी कभी चेन मेल नहीं भेजता मगर इस मेल को मैं अपनी लम्बी एड्रेस बुक में सब को भेजूंगा।
Theek hai, Ravi Ji Shayad Yemail aapko der se milee, waisae Holi ke dauran maine ise dekha thaa aur kam se kam 2 hindi Chitthakaron ne bhee ispar aadhaarait posts bhee likhee hain.
हटाएंdhanyavaad
अच्छी मेल है .वैसे ये वीडियो देखा हुआ था पर फिर से देख के द्रवित हुआ.
हटाएंकाकेश
जगदीश जी,
हटाएंवैसे तो आपको अलग से ईमेल भी कर दिया है, परंतु पूरा ईमेल यहाँ पर प्रकाशित भी कर दिया है.
मिश्र जी,
जानकारी हेतु धन्यवाद. संभवतः वे मेरी नजरों से गुजरने से रह गईं
काकेश जी,
सही है. दरअसल प्रस्तुतिकरण का तरीका ही द्रवित करने वाला है.
जी, किसी चिट्ठे पर ही यह देखा था, एकाध माह पूर्व ही!! बहुत अच्छी प्रस्तुति है.
हटाएंइस वीडियो का लिंक पहले भी मिला था और जितनी बार देखते हैं अच्छा लगता है।
हटाएंएक बार फिर से दिखवाने के लिये धन्यवाद।
सच मे बहुत ही द्रवित करने वाला यह वीडियो है.
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