चिट्ठों पर अब तमाम तरह की सामग्री मिलने लगी है - या फिर भविष्य में मिलने लगेगी - ऐसा अंदाजा लगाया जा सकता है. क्योंकि गूगल ने सिर्फ च...
चिट्ठों पर अब तमाम तरह की सामग्री मिलने लगी है - या फिर भविष्य में मिलने लगेगी - ऐसा अंदाजा लगाया जा सकता है. क्योंकि गूगल ने सिर्फ चिट्ठों में खोज के लिए ब्लॉग सर्च का बीटा संस्करण जारी किया है.
मैंने कुछ आम प्रचलित शब्दों मसलन आईना, अनुभूति, कहानी और हां, ‘रवि' की तलाश इस ब्लॉग खोजक बीटा के जरिए करने की कोशिश की.
अरे! मुझे तो बहुत से नए नवेले हिन्दी चिट्ठों का पता चला.
कुछ तो बहुत ही अच्छे हैं, जो अभी भी हिन्दी ब्लॉग जगत के गुमनामी के अंधेरों में हैं. कुछ कड़ियों पर आप भी भ्रमण कर सकते हैं. और हां, ब्लॉग सर्च बीटा के जरिए अन्वेषण कर आप भी हमें नया-2 बहुत कुछ बता सकते हैं.
http://meenuzpoem.blogspot.com/2007/03/blog-post_04.html
http://imthbst.blogspot.com/2007/03/thats-how-i-crack-mirrors.html
http://sudeep-swadesh.blogspot.com/index.html
http://shikha12.wordpress.com/
http://musafirpoetry.blogspot.com/index.html
http://protrude.blogspot.com/2007/02/blog-post.html
http://hallucinations-in-loveville.blogspot.com/2007/01/blog-post_30.html
Tag ब्लॉग,चिट्ठा,खोजक,बीटा
रवि जी, केवल ब्लॉग पर खोज के लिए गूगल का http://blogsearch.google.com तो काफी पहले से है। यह जो नया खोजक http://search.blogger.com है, उसका तो सिर्फ इंटरफेस कुछ बदला हुआ है। जहां तक सर्च की बात है, नए वाले खोजक में तो मुझे अपेक्षाकृत कुछ कम ही परिणाम मिले।
हटाएंhttp://blogsearch.google.com to vakai kafi pehle se hei.
हटाएंये बात सही है. ब्लॉग सर्च बीटा बहुत पहले से है. संभवतः मई 2005 में पहले पहल प्रारंभ हुआ जैसा कि इसके एफ़एक्यू में दर्शित है. और काफ़ी समय से ब्लॉगर नेविगेशन पट्टी में यही औजार डिफ़ॉल्ट में नजर आता है. हाँ, इसके यूआरएल में जाने पर इसका अलग इंटरफ़ेस दिखता है. मैंने इसी लिए नया शब्द नहीं लिखा.
हटाएंहिन्दी में सर्च परिणाम तो हिन्दी की सामग्री की उपलब्धता के अनुसार ही आएंगे. मगर फिर भी कुछ नए चिट्ठों का पता इससे चला है - जो गुमनाम से रहे हैं अब तक ये महत्वपूर्ण है.
ये बताये - मैने ब्लोग्गेर मै लिख कर कोपी पेस्ट किया तो फायर्फोक्स सही तरह नही दिखा पा रहा है. वही मै वर्ड पॆड मै लिख कर करता हू तो सही नज़र आत है. माज़रा क्य है
हटाएंलगता है कमज़ोरी मेरे ब्लोग की है
हटाएंप्रसून जी,
हटाएंहिन्दी सही दिखने के लिए कुछ सेटिंग आवश्यक हैं. इस पोस्ट को पढ़ें व तदनुसार सेटिंग सही करें -
http://raviratlami1.blogspot.com/2006/09/how-to-blog-in-complex-asian-indian.html
पहले तो मैं आपकी पोस्ट का टाइटल देखकर हैरान हुआ कि गूगल का ब्लॉग सर्च तो काफी पहले से है, नया कौन सा आ गया। फिर पोस्ट पढ़ी तो पता चला कि यही है।
हटाएंblogsearch.google.com हो या search.blogger.com एक ही बात है, सिर्फ इंटरफेस का फर्क है सर्च इंजन वही है, किसी खोज के लिए समान परिणाम दिखाता है। एक समय यह वहम दूर करने के लिए मैंने बहुत प्रयोग करके देखा था, तब मैं समझता था कि search.blogger.com सिर्फ ब्लॉगर वाले ब्लॉग ही सर्च करता है लेकिन प्रयोग से पता चला कि ऐसा नहीं है बल्कि यह सभी ब्लॉगों पर खोजता है।
गूगल ब्लॉगसर्च की खासियत यह है कि यह ब्लॉगों की फीड पर आधारित सर्चिंग करता है जिससे कि लेटेस्ट पोस्ट भी सर्च परिणाम में आती है जबकि गूगल वेब सर्च इंजन समय समय पर ब्लॉगों (साइटों) को क्रॉल करता है जिससे केवल उस समय तक इंडेक्स की गई पोस्टें ही सर्च परिणाम में दिखती हैं। लेकिन हाँ आर्टीफिशयल इंटेलीजेंस मैंने वेब सर्च की बेहतर पाई।
कुछ समय पहले तक याहू की भी ब्लॉगसर्च सेवा उपलब्ध थी पर बाद में पता नहीं क्यों उसने वो बंद कर दी।
और हाँ नए हिन्दी ब्लॉग खोजने में यह बहुत सहायक है। इसकी सहायता से मैं कम से कम २० लोगों को नारद और परिचर्चा से जोड़ने में सफल हो चुका हूँ। जिनमें कई ब्लॉग ऐसे थे जो एकाध पोस्ट लिख कर पाठक न मिलने से हतोत्साहित होकर लिखना छोड़ चुके थे।
हटाएं