एक और हिंदी ब्राउज़र *+*+* लगता है सचमुच, प्यारी बहना हिंदी के दिन फिर गए हैं. विश्व का सबसे आधुनिक, सबसे ज्यादा सुरक्षित और सबसे ज्या...
एक और हिंदी ब्राउज़र
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लगता है सचमुच, प्यारी बहना हिंदी के दिन फिर गए हैं. विश्व का सबसे आधुनिक, सबसे ज्यादा सुरक्षित और सबसे ज्यादा तेज़ी से लोकप्रियता की ओर अग्रसर होता हुआ ब्राउज़र- मोज़िला फ़ायरफ़ाक्स 1.0 हिंदी में जारी किया जा चुका है.
इस मर्तबा भी, संयोग से इसके जारी करने वाले हैं छत्तीसगढ़ (पूर्व मध्यप्रदेश) के भिलाई-दुर्ग के पंकज ताम्रकार. इसके हिंदी अनुवाद में पंकज का सहयोग दिया है आसिफ इकबाल ने.
स्क्रीनशॉट देखें
इसी के साथ ही ई-मेल क्लाएंट मोजिला थंडरबर्ड (थंडरबर्ड नाम का तूफ़ानी पंछी अनुवाद शायद ठीक नहीं है पंकज भाई) भी हिंदी में जारी किया गया है.
पंकज को उनके इस गंभीर प्रयास के लिए हार्दिक बधाई. हिंदी अनुवाद में मात्रा की कुछ ग़लतियाँ तो हैं हीं जिन्हें फिर भी छोड़ा जा सकता है, परंतु अनुवादों में कई मेन्यू शब्दों को माइक्रोसोफ्ट तथा लिनक्स हिंदी से बिलकुल ही अलग, प्रायः सीधा अनुवाद दे दिया गया है जिससे इसके उपयोग में भ्रम की स्थिति पैदा हो सकती है. उदाहरण के लिए, बुकमार्क को माइक्रोसोफ्ट तथा लिनक्स में पसंद तथा पसंदीदा शब्द दिया गया है, परंतु थंडरबर्ड में स्मरण संकेत. उम्मीद है, अगले संस्करणों में इस पर ध्यान दिया जाकर कम से कम मेन्यू शब्दों को एकसार रखने के प्रयास किए जाएंगे. और शायद तभी हिंदी का पूर्ण माहौल कम्प्यूटरों में लोकप्रिय हो सकेगा, नहीं तो भ्रम के कारण लोग इससे दूर ही रहेंगे.
अधिक जानकारी तथा डाउनलोड संबंधी जानकारी हेतु http://www.digi-help.com पर सैर करें.
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लगता है सचमुच, प्यारी बहना हिंदी के दिन फिर गए हैं. विश्व का सबसे आधुनिक, सबसे ज्यादा सुरक्षित और सबसे ज्यादा तेज़ी से लोकप्रियता की ओर अग्रसर होता हुआ ब्राउज़र- मोज़िला फ़ायरफ़ाक्स 1.0 हिंदी में जारी किया जा चुका है.
इस मर्तबा भी, संयोग से इसके जारी करने वाले हैं छत्तीसगढ़ (पूर्व मध्यप्रदेश) के भिलाई-दुर्ग के पंकज ताम्रकार. इसके हिंदी अनुवाद में पंकज का सहयोग दिया है आसिफ इकबाल ने.
स्क्रीनशॉट देखें
इसी के साथ ही ई-मेल क्लाएंट मोजिला थंडरबर्ड (थंडरबर्ड नाम का तूफ़ानी पंछी अनुवाद शायद ठीक नहीं है पंकज भाई) भी हिंदी में जारी किया गया है.
पंकज को उनके इस गंभीर प्रयास के लिए हार्दिक बधाई. हिंदी अनुवाद में मात्रा की कुछ ग़लतियाँ तो हैं हीं जिन्हें फिर भी छोड़ा जा सकता है, परंतु अनुवादों में कई मेन्यू शब्दों को माइक्रोसोफ्ट तथा लिनक्स हिंदी से बिलकुल ही अलग, प्रायः सीधा अनुवाद दे दिया गया है जिससे इसके उपयोग में भ्रम की स्थिति पैदा हो सकती है. उदाहरण के लिए, बुकमार्क को माइक्रोसोफ्ट तथा लिनक्स में पसंद तथा पसंदीदा शब्द दिया गया है, परंतु थंडरबर्ड में स्मरण संकेत. उम्मीद है, अगले संस्करणों में इस पर ध्यान दिया जाकर कम से कम मेन्यू शब्दों को एकसार रखने के प्रयास किए जाएंगे. और शायद तभी हिंदी का पूर्ण माहौल कम्प्यूटरों में लोकप्रिय हो सकेगा, नहीं तो भ्रम के कारण लोग इससे दूर ही रहेंगे.
अधिक जानकारी तथा डाउनलोड संबंधी जानकारी हेतु http://www.digi-help.com पर सैर करें.
डाउन्लोड किया। अब देखता हूँ नज़ारे। डाँगी जी ने तो कुछ अता पता नहीं दिया अपने ब्राउज़र का।
हटाएंहाँ, उन्होंने अभी अभी नई साइट पर अपना साजो सामान जमाया है, शायद इसीलिये.
हटाएंधनञ्जय भाई,
हटाएंमैनें पंकज को आपकी टिप्पणी भेज दी है. उम्मीद है वे कुछ करेंगे. इस बीच आप भी चाहें तो उन्हें उनके इस पते पर पूछ सकते हैं- pankajtamrakar at digi-help.com
रवि
नमस्ते रवि भाई,
हटाएंफ़ायरफ़ाक्स 1.0 और तूफ़ानी पंछी कॉ अनुवाद करने का तरीका अलग है इसमें हमने Mozilla Translator का उपयोग नहीं किया है।
(only Menues/options are translated)
हिंदी अनुवाद की ग़लतियो कॉ अगली बार सुधार लिया जायेगा।
"[1] डीजी-हेल्प.कॉम पर हिन्दी-मौजिल्ला की अ-खंडित प्रतिलिपि की उपलब्धता तथा
[2] मौजिल्ला व फ़ाय्रफ़ॉक्स के हिन्दी लैग्वेज पैक की सार्वजनिक रूप से,
मुक्त स्रोत सॉफ़्टवेयर की भांति मौजिल्ला.कॉम पर उपलब्धता ।
"
उत्तर १. अब आप सभी Download www.bhaarutcoder.com से कर सकते है।
उत्तर २. उन्हे भी अ-खंडित प्रतिलिपि चाहिए । मै आज तक अपलोड कर रहा हुँ।
रवि भाई कृपया इस संदेश को सभी जगह प्रसारित कर दैं।
धन्यवाद
पंकज ताम्रकार
भाड़ मे गयी हिन्दी ?? इसे देखिऐ
हटाएंhttp://www.thinkdigit.com/forum/viewtopic.php?p=111186
व
http://www.thinkdigit.com/forum/viewtopic.php?t=11758
और हमसे बड़ा बेवकूफ कोई नहीं ??
और हम मुसलिमो को देश का दुशमन कहते है ।
आसिफ
बधाई हो
हटाएंअपको टी.वी में देखा
विदा