कहानी करोड़ी मल की ------------ नीचे दी गई छवि की कड़ी को क्लिक करने पर आपको दिखाई देगी भ्रष्टाचार से कमाई गई करोड़ों रूपयों के नोटों की...
कहानी करोड़ी मल की
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नीचे दी गई छवि की कड़ी को क्लिक करने पर आपको दिखाई देगी भ्रष्टाचार से कमाई गई करोड़ों रूपयों के नोटों की गड्डियाँ:
ये गड्डियाँ हाल ही में एक्साइज़ विभाग के एक अफ़सर के पास से नक़द बरामद की गई है. उस अफ़सर को हिरासत में लेते ही ज़ाहिर है, सीने में तक़लीफ़ हुई और वह जेल के बजाए अस्पताल में आराम फ़रमा रहे हैं.
ऐसे करोड़ी मल की कहानियाँ भारत देश में कई हैं. पूर्व में एक पूर्व केंद्रीय मंत्री के घर से सात करोड़ रूपए नक़द मिले थे. सीबीआई के उस वक्त के निर्देशक जोगिंदर सिंह का कहना था कि उन्होंने अपनी जिंदगी में उससे ज्यादा रूपए कभी नहीं देखे. वे महानुभाव आज भी राजनीति में सक्रिय हैं और कहीं मंत्री संत्री भी हैं! ऐसी कई कहानियाँ तो अभी भी कई होंगी और ढंकी छुपी होंगी.
करोड़ी मलों की ऐसी कहानियाँ भारत के अलावा शायद ही कहीं और सुनने को मिलें.
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ग़ज़ल
***
दीनो-ईमान बिक रहा कौड़ियों में
नंगे खेल रहे हैं रूपए करोड़ों में
फ़ोड़ डाली हैं सबने आँखें अपनी
सियासत बची है अगड़ों पिछड़ों में
किस किस के चेहरे पहचानोगे
अब सब तो बिकता है दुकानों में
कोई और दौर था या कहानी थी
सत्यता गिनी जा रही सामानों में
लकीर पीटने से तो बेहतर है रवि
जा तू भी शामिल हो जा दीवानों में
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ये गड्डियाँ हाल ही में एक्साइज़ विभाग के एक अफ़सर के पास से नक़द बरामद की गई है. उस अफ़सर को हिरासत में लेते ही ज़ाहिर है, सीने में तक़लीफ़ हुई और वह जेल के बजाए अस्पताल में आराम फ़रमा रहे हैं.
ऐसे करोड़ी मल की कहानियाँ भारत देश में कई हैं. पूर्व में एक पूर्व केंद्रीय मंत्री के घर से सात करोड़ रूपए नक़द मिले थे. सीबीआई के उस वक्त के निर्देशक जोगिंदर सिंह का कहना था कि उन्होंने अपनी जिंदगी में उससे ज्यादा रूपए कभी नहीं देखे. वे महानुभाव आज भी राजनीति में सक्रिय हैं और कहीं मंत्री संत्री भी हैं! ऐसी कई कहानियाँ तो अभी भी कई होंगी और ढंकी छुपी होंगी.
करोड़ी मलों की ऐसी कहानियाँ भारत के अलावा शायद ही कहीं और सुनने को मिलें.
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ग़ज़ल
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दीनो-ईमान बिक रहा कौड़ियों में
नंगे खेल रहे हैं रूपए करोड़ों में
फ़ोड़ डाली हैं सबने आँखें अपनी
सियासत बची है अगड़ों पिछड़ों में
किस किस के चेहरे पहचानोगे
अब सब तो बिकता है दुकानों में
कोई और दौर था या कहानी थी
सत्यता गिनी जा रही सामानों में
लकीर पीटने से तो बेहतर है रवि
जा तू भी शामिल हो जा दीवानों में
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