tag:blogger.com,1999:blog-7370482.post8090027626963422834..comments2024-02-27T01:29:00.603+05:30Comments on छींटे और बौछारें: बहरे तो हो ही गए हैं, अंधे और सही! रवि रतलामीhttp://www.blogger.com/profile/07878583588296216848noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-35636605266296675502016-06-25T16:27:16.701+05:302016-06-25T16:27:16.701+05:30आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल रविवार (26-...आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल रविवार (26-06-2016) को <a href="http://charchamanch.blogspot.com/" rel="nofollow"> "लो अच्छे दिन आ गए" (चर्चा अंक-2385) </a> पर भी होगी। <br />--<br />सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।<br />--<br />चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।<br />जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।<br />--<br />हार्दिक शुभकामनाओं के साथ<br />सादर...!<br />डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'<br />डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.com