tag:blogger.com,1999:blog-7370482.post7749068672437320707..comments2024-02-27T01:29:00.603+05:30Comments on छींटे और बौछारें: कष्ट, क्रोध और उदासी भरा एक दिन...रवि रतलामीhttp://www.blogger.com/profile/07878583588296216848noreply@blogger.comBlogger12125tag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-5000942668512686642007-12-13T22:10:00.000+05:302007-12-13T22:10:00.000+05:30रवि जी, आपकी इस प्रस्तुति को पढ़ते- पढ़ते मुझे कुछ...रवि जी, आपकी इस प्रस्तुति को पढ़ते- पढ़ते मुझे कुछ पंक्तियाँ याद आ गयी, सोचा आपको अवगत करा दूँ , प्रस्तुत है -<BR/>" ज़िंदगी है जंग जीते और हारे ज़िंदगी !<BR/>कौन है हमदर्द जिसको अब पुकारे जिंदगी !!<BR/>मुल्क का हर आदमी है व्यस्त इतना दोस्तों -<BR/>रेल सी ये भागती सबको निहारे जिंदगी !!" <BR/>आपके कष्ट , क्रोध और उदासी को समझा जा सकता है .आपका लैपटॉप शीघ्र बन जाए , हमारी यही कामना है .रवीन्द्र प्रभातhttps://www.blogger.com/profile/11471859655099784046noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-48296243532780957812007-12-12T22:42:00.000+05:302007-12-12T22:42:00.000+05:30इतनी मुश्किलें सहने के बाद किसी का भी दिन कष्ट, क्...इतनी मुश्किलें सहने के बाद किसी का भी दिन कष्ट, क्रोध और उदासी से भरा होता। हमारी संवेदनाएं स्वीकार करें। आशा करते हैं आप का लेपटाप जल्द से जल्द बन कर आ जायेगा।Anita kumarhttps://www.blogger.com/profile/02829772451053595246noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-46687969439226834002007-12-12T10:58:00.000+05:302007-12-12T10:58:00.000+05:30रवि जी आपकी कहानी सुन कर मुझे जगजीत जी की एक ग़ज़ल...रवि जी आपकी कहानी सुन कर मुझे जगजीत जी की एक ग़ज़ल याद आ गई '' दिन कुछ ऐसे गुज़ारता है कोई, जैसे एहसान उतारता है कोई, आइना देख कर तसल्ली हुई, हमको इस घर में जानता है कोई'' । वैसे एक बात आपको बता दूं कि आपने जो लेप टाप लिया है वो वैसे भी सबसे सड़ेला है मैं हार्डवेयर का काम करता हूं और ये मैं किसी को भी नहीं देता हूं और जहां तक मैग्जीन की बात है वो तो आप भी जानते होंगें कि कैसे कोई प्रोडक्ट बेस्ट बना दिया जाता है । मैं आपको कहना चाहता हूं कि आप ने जो लेपटाप लिये है वो आपको यूं ही परेशान करता रहेगा । ड्रायवर की समस्या आएगी सो अलग । काम्पेक का सर्विस सेंटर सबसे कमजोर होता है । मैने कुछ डेस्कटाप के बाद काम्पेक को कभी नहीं बेचा ।पंकज सुबीरhttps://www.blogger.com/profile/16918539411396437961noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-80825940285069044332007-12-12T02:43:00.000+05:302007-12-12T02:43:00.000+05:30मैं तो खुद को ही बेवजह व्यस्त समझता था, आपका टाइ...मैं तो खुद को ही बेवजह व्यस्त समझता था, आपका टाइट टाइमटेबल और मारामारी देखी तो पता चला की आप इतनी व्यस्तता के बीच भी कैसे टाइम निकाल लेते हैं। <BR/><BR/>बहुत खूब लिखा आपनेराजीव जैनhttps://www.blogger.com/profile/07241456869337929788noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-55648861389244809182007-12-11T23:18:00.000+05:302007-12-11T23:18:00.000+05:30पानी, घुटने का चोट, डिजिटल-लेपटाप, डाकतार विभाग, ब...पानी, घुटने का चोट, डिजिटल-लेपटाप, डाकतार विभाग, ब्लाग फीड, तकनीकि लेखन के बावजूद पुस्तकालय के लिए निर्विकार समय निकालना आपके बस की ही बात है रवि भाई ।36solutionshttps://www.blogger.com/profile/03839571548915324084noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-9386110742993883682007-12-11T23:17:00.000+05:302007-12-11T23:17:00.000+05:30पानी, घुटने का चोट, डिजिटल-लेपटाप, डाकतार विभाग, ब...पानी, घुटने का चोट, डिजिटल-लेपटाप, डाकतार विभाग, ब्लाग फीड, तकनीकि लेखन के बावजूद पुस्तकालय के लिए निर्विकार समय निकालना आपके बस की ही बात है रवि भाई ।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-83674658224992437252007-12-11T22:57:00.000+05:302007-12-11T22:57:00.000+05:30ह्म्म, दुखद।अब घुटनों की चोट कैसी है।उपरवाला आपके ...ह्म्म, दुखद।<BR/><BR/>अब घुटनों की चोट कैसी है।<BR/>उपरवाला आपके लैपटॉप को जल्द से जल्द वर्किंग ऑर्डर में आपके पास पहुंचवाए।Sanjeet Tripathihttps://www.blogger.com/profile/18362995980060168287noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-38426031022811124872007-12-11T22:25:00.000+05:302007-12-11T22:25:00.000+05:30धीरज रखिये।Law of Averages के अनुसार, आपको भविष्य ...धीरज रखिये।<BR/>Law of Averages के अनुसार, आपको भविष्य में, इसके बदले में एक बहुत ही अच्छे दिन का अनुभव होगा।<BR/>फ़िलहाल अब रात बाकी है। Sweet Dreams!<BR/><BR/>G विश्वनाथ, जे पी नगर, बेंगळूरुG Vishwanathhttps://www.blogger.com/profile/13678760877531272232noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-20379804647474030082007-12-11T21:44:00.000+05:302007-12-11T21:44:00.000+05:30मन भर गया वेदना पढ़कर, संवेदन स्वीकार कीजियेपानी वा...मन भर गया वेदना पढ़कर, संवेदन स्वीकार कीजिये<BR/>पानी वालों ने भेजा है यह अनुपम उपहार लीजिये<BR/>डाक तार वाले ले लेते, मार झपट्टा अपना हर हक<BR/>इन सबका षड़यंत्र आपके प्रति है, अब ये मान लीजियेराकेश खंडेलवालhttps://www.blogger.com/profile/08112419047015083219noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-41764355348848635652007-12-11T20:44:00.000+05:302007-12-11T20:44:00.000+05:30अरेः नमः।। भगवान किसी को ऐसा दिन न दिखाए। कोटा की ...अरेः नमः।। भगवान किसी को ऐसा दिन न दिखाए। कोटा की लड़की रतलाम में ब्याह दी जाए तो वहाँ चार महीने भी नहीं टिके। श्रीमती जी ने पुछवाया है,आपने सुबह सुबह किसका मुहँ देखा था (ताकि उनका कभी रतलाम जाना हो तो वे उससे बचें। पोस्ट पढ़ने के बाद सभी अखबारों के राशिफल पढ़ लिए, किसी में ऐसी कोई संभावना तक नहीं बता रखी है। या तो आप का नाम बिना कुंडली के आधार पर ऐसे ही रख दिया गया था या फिर आप अपनी महादशा अन्तर्दशा जरूर चैक करा लें। आगे क्या कहूँ। सरकार से तो उम्मीद करना बेजा हरकत होगी। इसीलिए तो भगवान हैं, वे न हों तो जीना ही दूभर हो जाए। अच्छे स्वास्थ्य के लिए महामृत्युञ्जय ट्राई कर लें तो बेहतर ही होगा। मेरे विचार में इतना पर्याप्त है, आगे आप खुद समझदार हैं।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-70393821922758574292007-12-11T18:56:00.000+05:302007-12-11T18:56:00.000+05:30कभी कभी एक आम सा दिन किस कदर बोझिल या घटनाओं से भर...कभी कभी एक आम सा दिन किस कदर बोझिल या घटनाओं से भरा बन जाता है... यही तो जिंदगी है. रात कैसी गुजरती है बता देना रवि भाई. <BR/>और अपने दिमाग ... म म मेरा मतलब है घुटने का ध्यान रखिएगा. उम्मीद है कि अब आराम होगा. दिमाग हो या घुटना चलना बंद कर दें तो परेशानी हो जाती है... है ना. बची हुई रात के लिए शुभकामनाएं.Sanjay Karerehttps://www.blogger.com/profile/06768651360493259810noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-5160767529690948112007-12-11T18:41:00.000+05:302007-12-11T18:41:00.000+05:30लड़ते रहिये और जिन्दगी के मजे उठाते रहिये.लैपटॉप जल...लड़ते रहिये और जिन्दगी के मजे उठाते रहिये.<BR/>लैपटॉप जल्दी माँगा लीजये नहीं तो हमारा नुकसान होगा.बालकिशनhttps://www.blogger.com/profile/18245891263227015744noreply@blogger.com