tag:blogger.com,1999:blog-7370482.post676496127284119000..comments2024-02-27T01:29:00.603+05:30Comments on छींटे और बौछारें: सॉफ़्टवेयर समीक्षा : हिंदी टैक्स्ट टू स्पीच प्रोग्राम - श्रुतलेखन राजभाषारवि रतलामीhttp://www.blogger.com/profile/07878583588296216848noreply@blogger.comBlogger17125tag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-53914696822758172492014-04-28T16:48:08.667+05:302014-04-28T16:48:08.667+05:30श्रुतलेखन का मेरा अनुभव बहुत खराब रहा है बहुत बार...श्रुतलेखन का मेरा अनुभव बहुत खराब रहा है बहुत बार जब मेने इसे डिक्टेशन दिया कुछ का कुछ छापता है. यानी आउटपुट काम में लेने लायक भी नहीं रहता.कई बार सी डेक को फ़ोन तथा मेल कर चुका हु मगर एसा लगता है एक बार बेच देने के बाद सी डेक का व्यवहार पुरानी इस्ट इण्डिया कंपनी की तरह भारतीय नोकर शाही कंपनी की तरह ही है कोई समस्या सुलझाना का प्रयास नही किया जाता है वरन कुछ की कुछ अलग अलग सलाह देते रहते है एक बात तय है की इस्ट इण्डिया कंपनी के वंशजो की सरकारी कंपनीयो से अगर आप कुछ भी खरिदो तो मान लो पैसा गया पानी मेAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/07773260589084565428noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-72488822657499258762014-04-28T16:47:37.622+05:302014-04-28T16:47:37.622+05:30श्रुतलेखन का मेरा अनुभव बहुत खराब रहा है बहुत बार...श्रुतलेखन का मेरा अनुभव बहुत खराब रहा है बहुत बार जब मेने इसे डिक्टेशन दिया कुछ का कुछ छापता है. यानी आउटपुट काम में लेने लायक भी नहीं रहता.कई बार सी डेक को फ़ोन तथा मेल कर चुका हु मगर एसा लगता है एक बार बेच देने के बाद सी डेक का व्यवहार पुरानी इस्ट इण्डिया कंपनी की तरह भारतीय नोकर शाही कंपनी की तरह ही है कोई समस्या सुलझाना का प्रयास नही किया जाता है वरन कुछ की कुछ अलग अलग सलाह देते रहते है एक बात तय है की इस्ट इण्डिया कंपनी के वंशजो की सरकारी कंपनीयो से अगर आप कुछ भी खरिदो तो मान लो पैसा गया पानी मेAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/07773260589084565428noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-58522652194625280692012-11-21T21:01:51.951+05:302012-11-21T21:01:51.951+05:30हिन्दी टैक्स टू स्पीच प्रोग्राम को सभी के लिए फ्री...हिन्दी टैक्स टू स्पीच प्रोग्राम को सभी के लिए फ्री कर देना चाहिए। यदि यह सम्भव नहीं हो तो भारत सरकार को इसे खरीद कर हिन्दी भाषा के विकास के लिए इण्टरनेट पर दान दे देना चाहिए। यह डोगल सिस्टम नहीं होना चाहिए। कल्पना करें यदि माइक्रोसाफ्ट के साफ्टवेयर पाईरेटड न होते तो कभी भी इतने पापुलर न होते और आम जन के लिए सर्वसुलभ न होते। एक बार इस्तेमाल करने के बाद लोग खुद ब खुद लाईसेन्स वर्जन खरीदने के लिए उत्सुक होंगे। हिन्दी के विकास के लिए अंग्रेजी सोंच बदलनी होगी। जब तक काले अंग्रेजों के हाथ में हिन्दी रहेगी तब तक वह गुलाम रहेगी। अब आजादी के काफी साल बीत चुके हैं। एक न एक दिन हिन्दी काले अंग्रेजों से आजाद होते हुए इण्टरनेट पर अपना वचसर््व स्थापित कर ही लेगी। <br /> अनिरूद्ध सिंह हिन्दी आशुलिपिकAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/01219940011470926168noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-54196341620543464112012-11-21T21:00:20.504+05:302012-11-21T21:00:20.504+05:30हिन्दी टैक्स टू स्पीच प्रोग्राम को सभी के लिए फ्री...हिन्दी टैक्स टू स्पीच प्रोग्राम को सभी के लिए फ्री कर देना चाहिए। यदि यह सम्भव नहीं हो तो भारत सरकार को इसे खरीद कर हिन्दी भाषा के विकास के लिए इण्टरनेट पर दान दे देना चाहिए। यह डोगल सिस्टम नहीं होना चाहिए। कल्पना करें यदि माइक्रोसाफ्ट के साफ्टवेयर पाईरेटड न होते तो कभी भी इतने पापुलर न होते और आम जन के लिए सर्वसुलभ न होते। एक बार इस्तेमाल करने के बाद लोग खुद ब खुद लाईसेन्स वर्जन खरीदने के लिए उत्सुक होंगे। हिन्दी के विकास के लिए अंग्रेजी सोंच बदलनी होगी। जब तक काले अंग्रेजों के हाथ में हिन्दी रहेगी तब तक वह गुलाम रहेगी। अब आजादी के काफी साल बीत चुके हैं। एक न एक दिन हिन्दी काले अंग्रेजों से आजाद होते हुए इण्टरनेट पर अपना वचसर््व स्थापित कर ही लेगी। <br /> अनिरूद्ध सिंह हिन्दी आशुलिपिकAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/01219940011470926168noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-26221539738979377222012-09-21T17:09:26.248+05:302012-09-21T17:09:26.248+05:30इस नायाब साझे के लिए बहुत शुक्रिया रवि जी...इस नायाब साझे के लिए बहुत शुक्रिया रवि जी...PUKHRAJ JANGID पुखराज जाँगिडhttps://www.blogger.com/profile/12780240720269882294noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-66718280894358359342012-07-30T22:18:24.048+05:302012-07-30T22:18:24.048+05:30एक बार इन्हीं सैटिंग को रख के स्काईपी आदि द्वारा व...एक बार इन्हीं सैटिंग को रख के स्काईपी आदि द्वारा वॉइप काल कर के देखें, इस तरह माइक्रोफोन का लेवल बढ़ा देने से सांस की आवाज़ भी बहुत ज़ोर से दूसरे के कान में गूंजेगी क्योंकि माइक्रोफोन की आवाज़ और साउंड डेसिबल दोनो ही तीन गुणा बढ़वा दिए गए हैं। परिणाम जानने को उत्सुक। :)amithttp://hindiblog.org/noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-30387364775916789712012-07-30T13:30:15.349+05:302012-07-30T13:30:15.349+05:30क्या बात है! खरीद लिया जाये?क्या बात है! खरीद लिया जाये?Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-4301298096762351102012-07-29T20:00:04.461+05:302012-07-29T20:00:04.461+05:30इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.ePandithttps://www.blogger.com/profile/15264688244278112743noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-81880946474249347332012-07-29T19:59:02.063+05:302012-07-29T19:59:02.063+05:30यह नई सूचना पाकर मन प्रसन्न हो गया। अब हम भी इसे ख...यह नई सूचना पाकर मन प्रसन्न हो गया। अब हम भी इसे खरीदने की हिम्मत कर सकेंगे।<br /><br />सी-डैक को उपर्युक्त सैटिंग की जानकारी इसके मैनुअल में ही दे देनी चाहिये ताकि उपयोक्ता को परेशान न हो। कृपया पल्लवी जी और दूसरे अधिकारियों से इसके लिये कहें।<br /><br />साथ ही सी-डैक को इस सॉफ्टवेयर को ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइटों पर उपलब्ध करवाना चाहिये ताकि यह जनता को सुलभ हो और आम कम्प्यूटर उपयोक्ता तक पहुँचे। आम तौर पर सी-डैक के सॉफ्टवेयर आम जनता तक पहुँच ही नहीं पाते।ePandithttps://www.blogger.com/profile/15264688244278112743noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-42965487380109859452012-07-28T18:11:08.975+05:302012-07-28T18:11:08.975+05:30रवि जी,
हम हिंदी-प्रेमियों के लिए बहुत ही उपयोगी ज...रवि जी,<br />हम हिंदी-प्रेमियों के लिए बहुत ही उपयोगी जानकारी दी हॆ आपने.धन्यवाद!विनोद पाराशरhttps://www.blogger.com/profile/16819797286803397393noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-72235861579973190642012-07-28T11:17:21.591+05:302012-07-28T11:17:21.591+05:30लिनक्स के लिए तो इसे बनाया नहीं गया है, और यदि इसे...लिनक्स के लिए तो इसे बनाया नहीं गया है, और यदि इसे वाइन के जरिए कोशिश किया जाए तो शायद वह परिणाम न आए. फिर भी, समय मिला तो इसकी जांच परख कभी कर बताता हूँ.रवि रतलामीhttps://www.blogger.com/profile/07878583588296216848noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-67818044570677890802012-07-28T07:20:20.957+05:302012-07-28T07:20:20.957+05:30क्या लिनेक्स में चलेगा?क्या लिनेक्स में चलेगा?उन्मुक्तhttps://www.blogger.com/profile/13491328318886369401noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-33525678418904710532012-07-27T21:52:01.098+05:302012-07-27T21:52:01.098+05:30रवि जी,
राजभाषा श्रुतलेखन(स्पीच टू टैक्स्ट प्रोग्...रवि जी, <br />राजभाषा श्रुतलेखन(स्पीच टू टैक्स्ट प्रोग्राम) के बारे में तथा विशेषताओं के संबंध में अनेक बार सुना था। आपने उसको प्रयोग में लाकर तथा उसकी उपयोगिता प्रमाणित कर दी। इस महत्वपूर्ण जानकारी के लिए धन्यवाद। यह सॉफ्टवेयर निश्चित रूप से हिंदी जगत में मील का पत्थर सिद्ध होगा।Lalit Bhushan (ललित भूषण)https://www.blogger.com/profile/10206500071398650959noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-23286630734812296992012-07-27T20:51:54.587+05:302012-07-27T20:51:54.587+05:30यह मैक के लिये मिल जाये तो बोल बोल कर लिखना प्रारम...यह मैक के लिये मिल जाये तो बोल बोल कर लिखना प्रारम्भ किया जाये।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-52005347063849385152012-07-27T16:30:49.827+05:302012-07-27T16:30:49.827+05:30महत्वपूर्ण जानकारी के लिए बहुत बहुत धन्यवाद्महत्वपूर्ण जानकारी के लिए बहुत बहुत धन्यवाद्Ramakant Singhhttps://www.blogger.com/profile/06645825622839882435noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-23592210199858327662012-07-27T16:00:39.625+05:302012-07-27T16:00:39.625+05:30रवि जी,
इस महत्वपूर्ण सूचना को सार्वजनिक करने के ...रवि जी, <br />इस महत्वपूर्ण सूचना को सार्वजनिक करने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद.<br />मुझे भी कुछ समय पूर्व सीडैक के श्रुतलेखन का डेमो देखने का मौका मिला था और मैंने इसे तुरंत खरीद लेने का मन भी बना लिया था. परंतु 6,000 रुपए कहीं पानी में न चले जाएँ, इसलिए आपके जैसे किसी पुराने परिचित से उनकी राय जानने के लिए मैंने उनसे फ़ोन पर इसके बारे में पूछा तो उन्होंने कोई उत्साहजनक उत्तर नहीं दिया. शायद वे भी आपकी तरह इसकी समस्याओं से पार नहीं पा रहे होंगे; और शिकायत भी नहीं कर पा रहे होंगे क्योंकि वे सरकारी नियमों से बंधे हुए हैं.<br />अब मैं श्री दीपक मोतीरमानी से संपर्क करके इसे शीघ्र ही खरीद लूंगा.<br />पर आश्चर्य तो इस बात का है कि इसे बेचने वाली टीम के लोग पहले ही इसके इस्तेमाल का सही तरीका क्यों नहीं बता देते ताकि इस सॉफ़्टवेयर के संतुष्ट ग्राहकों की संख्या बढ़ने के साथ-साथ इसकी बिक्री भी बढ़ती चली जाए. <br /><br />आभार सहित,<br /><br />चन्द्र मोहन रावलC.M. Rawalhttps://www.blogger.com/profile/03651464179541058237noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-90487875473096537872012-07-27T15:00:46.953+05:302012-07-27T15:00:46.953+05:30रवि जी
यह तो हिंदी के लिए एक महत्वपुर्ण उपलब्धि है...रवि जी<br />यह तो हिंदी के लिए एक महत्वपुर्ण उपलब्धि है। आपको हार्दिक धन्यवाद क्योंकि आपने वह सॉफ्टवेयर खरीदा था लेकिन आपने निरंतर प्रयास करके उसे सफल बनाया ।विजय नगरकरhttps://www.blogger.com/profile/01027898030678292010noreply@blogger.com