tag:blogger.com,1999:blog-7370482.post3696506822560888382..comments2024-02-27T01:29:00.603+05:30Comments on छींटे और बौछारें: दस्तावेज़ फ़ॉर्मेट युद्ध : ओडीएफ़ या ओपनएक्सएमएल?रवि रतलामीhttp://www.blogger.com/profile/07878583588296216848noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-59821277292540372282008-03-18T04:22:00.000+05:302008-03-18T04:22:00.000+05:30मैं तो एम एस आफ़िस २००७ का भक्त हूं. इसके रिबन वाले...मैं तो एम एस आफ़िस २००७ का भक्त हूं. इसके रिबन वाले इंटरफ़ेस नें दिल चुरा लिया है. इसमें काम बेहद आसानी और तेजी से होता है. <BR/>docx फ़ाइल फ़ार्मेट की सबसे बड़ी खूबी है कि ये doc के अनुपात में जगह कम लेता है<BR/>वहीं ओपेन आफ़िस फ़्री में जो दे रहा है वह भी काबिले तारीफ़ है.अंकुर गुप्ताhttps://www.blogger.com/profile/11895780087694607022noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-43886297268618215982008-03-17T20:39:00.000+05:302008-03-17T20:39:00.000+05:30नितिन जी, पढ़ कर अच्छा लगा - कम से कम एक व्यक्ति त...नितिन जी, पढ़ कर अच्छा लगा - कम से कम एक व्यक्ति तो बदला।उन्मुक्तhttps://www.blogger.com/profile/13491328318886369401noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-34460809660686786412008-03-17T15:28:00.000+05:302008-03-17T15:28:00.000+05:30ये लडाई तो लंबी चलेगी, फैसला जो भी हो मैं तो आपके ...ये लडाई तो लंबी चलेगी, फैसला जो भी हो मैं तो आपके और <A HREF="http://unmukts.wordpress.com/2007/09/19/how-to-popularise-oss/" REL="nofollow">उन्मुक्त जी </A> के प्रोत्साहन की वजह से ओपन सोर्स का प्रशंसक और समर्थक हूं। आजकल सारे काम <A HREF="http://www.openoffice.org/" REL="nofollow">ओपन ओफिस </A> में कर रहा हूं.नितिन | Nitin Vyashttps://www.blogger.com/profile/14367374192560106388noreply@blogger.com