tag:blogger.com,1999:blog-7370482.post3547737790166210137..comments2024-02-27T01:29:00.603+05:30Comments on छींटे और बौछारें: दुःखी हैं कि अग्निलोमड़ में हिन्दी नहीं है? समुद्रीबंदर अपनाएं.रवि रतलामीhttp://www.blogger.com/profile/07878583588296216848noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-2058482007366904022008-06-20T19:32:00.000+05:302008-06-20T19:32:00.000+05:30लेकिन अग्निलूमड़ ३ हिन्दी में क्यों नहीं है? इस का ...लेकिन अग्निलूमड़ ३ हिन्दी में क्यों नहीं है? इस का क्या कारण हो सकता है. मैंने देखा है, यह पंजाबी और गुजराती में है.Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/10037139497461799634noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-67137869585291846452008-06-20T17:39:00.000+05:302008-06-20T17:39:00.000+05:30सर, एक बात कहना चाहूंगा.. जो मेल-सर्वर लोटस नोट्स ...सर, एक बात कहना चाहूंगा.. जो मेल-सर्वर लोटस नोट्स या आउटलुक वाली सुविधायें देते हैं(साधारनतया कंपनी वाले मेल-सर्वर), वे मेल-सर्वर नये वाले या किसी भी फायरफाक्स में सही सही नहीं आते हैं.. हां इंटरनेट एक्सप्लोरर इसके लिये बिलकुल सही है.. कुछ सुविधाओं को ओपेरा भी फायरफाक्स से ज्यादा अच्छे से दिखाता है..PDhttps://www.blogger.com/profile/17633631138207427889noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-34815320909788697562008-06-20T17:20:00.000+05:302008-06-20T17:20:00.000+05:30धन्य है आप क्या हेडिंग हैं पोस्ट की बिना रुके मै आ...धन्य है आप क्या हेडिंग हैं पोस्ट की बिना रुके मै आगे जा ही नहीं सकीAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-15909413131033245572008-06-20T17:11:00.000+05:302008-06-20T17:11:00.000+05:30संजय जी,सही कहा आपने. एक या बहुत हुआ तो दो ब्राउजर...संजय जी,<BR/>सही कहा आपने. एक या बहुत हुआ तो दो ब्राउजर बहुत हैं :) <BR/>वैसे भी, फ़ॉयरफ़ॉक्स का विकल्प कोई नहीं है अभी. हालाकि नए 3 संस्करण में मेरे कुछ काम नहीं हो पा रहे हैं !रवि रतलामीhttps://www.blogger.com/profile/07878583588296216848noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-52744818445321492812008-06-20T17:05:00.000+05:302008-06-20T17:05:00.000+05:30सिस्टम ब्राउजरों से भर गया है :)इसे भी आजमाते है, ...सिस्टम ब्राउजरों से भर गया है :)<BR/><BR/>इसे भी आजमाते है, मगर बात फायर फोक्स के उन्नत संस्करण वाली सुविधाओं की है. वैसे फायर फोक्स का पिछला संस्करण हिन्दी में कर ही रखा था. मगर उसे वापस डालने की इच्छा नहीं होती. <BR/><BR/>समुन्द्री बन्दर की उछल कूद भी देख लेते है.संजय बेंगाणीhttps://www.blogger.com/profile/07302297507492945366noreply@blogger.com