tag:blogger.com,1999:blog-7370482.post2685048081693808678..comments2024-02-27T01:29:00.603+05:30Comments on छींटे और बौछारें: टायलेट मंदिर दोऊ सामने जाऊं काके बताय, बलिहारी प्रेशर आपनो जल्दी टायलेट जायरवि रतलामीhttp://www.blogger.com/profile/07878583588296216848noreply@blogger.comBlogger16125tag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-62230952943878503912013-03-31T17:34:04.152+05:302013-03-31T17:34:04.152+05:30वैसे मैंने कल रात को मिर्ची खा ली थी सुबह शोचालय ग...वैसे मैंने कल रात को मिर्ची खा ली थी सुबह शोचालय गया तो असर पता लगा। पानी का प्रयोग ज्यादा करना पड़ा। वैसे अभी ध्यान आया की टॉयलेट का नाम शौचालय क्यों है क्योकि यहा बहुत से विचार दिमाग मैं आते है। टॉयलेट करते हुए मेरे दिमाग मैं बहुत विचार आते है अगर मैं उनको लिखू तो एक पूरी किताब छप जाये पर क्या करे बाहर आने के बाद सब कुछ भूल जाता हु। अब तो मैं ये सोच रहा हु की टॉयलेट मैं ही कॉपी पेन लेके जाऊ जब भी कोई विचार आये उसे लिख लू। शौच करते हुए बहुत सी बातें सोच ली जाती है शायद इसी लिए टॉयलेट को शौचालय कहते है।विकासnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-37388346868376342542012-10-10T16:40:01.979+05:302012-10-10T16:40:01.979+05:30हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा dinesh kalicharnhttps://www.blogger.com/profile/13408867734928610632noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-52347057447978041702012-10-10T12:59:55.030+05:302012-10-10T12:59:55.030+05:30वरुण जी, धन्यवाद.
और, तभी मैं सोचूं कि अचानक मेरे ...वरुण जी, धन्यवाद.<br />और, तभी मैं सोचूं कि अचानक मेरे ब्लॉग पर स्पैम कमेंटरों की बाढ़ क्यों आ गई. तो ये अंतरवासना साइट से आने वाले बॉट्स की कृपा है!रवि रतलामीhttps://www.blogger.com/profile/07878583588296216848noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-29109380300495572582012-10-10T10:17:18.164+05:302012-10-10T10:17:18.164+05:30मुझे आपका ब्लोग मालुम नहीँ था मैने ये पोस्ट अनतरवा...मुझे आपका ब्लोग मालुम नहीँ था मैने ये पोस्ट अनतरवासना फोरम से ली थी यहाँ का लिँक इसलिए नहीँ दिया क्योकि ये AUDELT ज्ञेणी मेँ आता हैँ क्षमा करे।।।अब आपकी पोस्ट हटाकर आपके ब्लोग का बर्णन शामिल कर दिया गया हैँ।Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/07358539338823945647noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-48567475527994630822012-10-10T08:50:53.543+05:302012-10-10T08:50:53.543+05:30मुझे आपका ब्लोग मालुम नहीँ था मैने ये पोस्ट अनतरवा...मुझे आपका ब्लोग मालुम नहीँ था मैने ये पोस्ट अनतरवासना फोरम से ली थी यहाँ का लिँक इसलिए नहीँ दिया क्योकि ये AUDELT ज्ञेणी मेँ आता हैँ क्षमा करे।।।अब आपकी पोस्ट हटाकर आपके ब्लोग का बर्णन शामिल कर दिया गया हैँ।Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/07358539338823945647noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-45266433785457980992012-10-09T21:28:09.030+05:302012-10-09T21:28:09.030+05:30vaah vaah kaya baat hai.......
Computer World
प...vaah vaah kaya baat hai.......<br /><br /><a href="http://computerworldfree4u.blogspot.com" rel="nofollow"><b>Computer World</b> <br /> <i>पधारे कंप्यूटर की बेहतरीन फ्री दुनिया में।</i></a><br />Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/07358539338823945647noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-88486783397213647192012-10-08T19:12:20.679+05:302012-10-08T19:12:20.679+05:30करारा व्यंग्य :)करारा व्यंग्य :)दीपक बाबाhttps://www.blogger.com/profile/14225710037311600528noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-40106719920199722452012-10-08T16:24:27.780+05:302012-10-08T16:24:27.780+05:30हँस-हँस के बुरा हाल हो गया ,टायलेट जाने की नौबत आ ...हँस-हँस के बुरा हाल हो गया ,टायलेट जाने की नौबत आ गयी.<br />जयराम रमेश जी का ई-मेल पता दें,उन्हें भेजनी है.Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/12683980199228988001noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-75332998093122516922012-10-08T14:30:43.557+05:302012-10-08T14:30:43.557+05:30हास्य-विनोद से भरपूर पोस्ट। वैसे एक कहावत है कि ...हास्य-विनोद से भरपूर पोस्ट। वैसे एक कहावत है कि दुनिया के तमाम महान विचारों का जन्म शौचालय में ही हुआ है। जीवन और जगत https://www.blogger.com/profile/05033157360221509496noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-53060454675689226412012-10-08T11:25:30.417+05:302012-10-08T11:25:30.417+05:30हा हा हा हा हा हाहा हा हाहा हा हाहा हा हाहा हा हाह...हा हा हा हा हा हाहा हा हाहा हा हाहा हा हाहा हा हाहा हा हाहा हा हाहा हा हाहा हा हाहा हा हाहा हा हाहा हा हाहा हा हाहा हा हाहा हा हा हो हो हो हो <br /><br />लोटपोट हो गया मैं तो :)अंकुर गुप्ताhttp://antarjaal.innoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-2031065417761751432012-10-07T23:02:56.896+05:302012-10-07T23:02:56.896+05:30शौच चिन्तन शौच चिन्तन Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टूनhttps://www.blogger.com/profile/12838561353574058176noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-79603775519893503962012-10-07T18:52:21.279+05:302012-10-07T18:52:21.279+05:30मानना पड़ेगा किसी भी विषय पर लिखा जा सकता है .मानना पड़ेगा किसी भी विषय पर लिखा जा सकता है .Ramakant Singhhttps://www.blogger.com/profile/06645825622839882435noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-67138864436243933072012-10-07T18:26:44.139+05:302012-10-07T18:26:44.139+05:30जहाँ ईश्वर करे, उन्हें वहाँ शान्ति मिले..जहाँ ईश्वर करे, उन्हें वहाँ शान्ति मिले..प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-63828758848714022792012-10-07T17:45:48.860+05:302012-10-07T17:45:48.860+05:30और आपका ये लेख ? हा हा हा कहीं ये भी तो प्रेशर से ...और आपका ये लेख ? हा हा हा कहीं ये भी तो प्रेशर से ...........................travel ufohttps://www.blogger.com/profile/15497528924349586702noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-65542846815838027562012-10-07T17:45:03.739+05:302012-10-07T17:45:03.739+05:30शौचालय को 'चिन्तन कक्ष' तो बरसों से कहता ...शौचालय को 'चिन्तन कक्ष' तो बरसों से कहता चला आ रहा हूँ किन्तु शौचालाय पर और शौच क्रिया पर ऐसा चिन्तन पहली ही बार देखने का अवसर मिला।<br />मैं धन्य हुआ।विष्णु बैरागीhttps://www.blogger.com/profile/07004437238267266555noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-52979085240593114152012-10-07T16:57:26.391+05:302012-10-07T16:57:26.391+05:30पोपट रात को एक भोज में छककर दही बड़े खा रहा था। अप...पोपट रात को एक भोज में छककर दही बड़े खा रहा था। अपने पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़कर खाया। <br /><br />अगली सुबह उसके टॉयलेट में से चिल्लाने की आवाज आ रही थी।<br /><br />"ऊपरवाले या तो दहीबड़ा निकाल दे या जान निकाल देSSSSSSSS"<br /><br />देखा आपने कई बार टॉयलेट में भी भगवान याद आ जाते हैं;.. ;) Astrologer Sidharthhttps://www.blogger.com/profile/04635473785714312107noreply@blogger.com