tag:blogger.com,1999:blog-7370482.post7173531257327629930..comments2024-02-27T01:29:00.603+05:30Comments on छींटे और बौछारें: मरफ़ी के नए साल के नए नवेले नियमरवि रतलामीhttp://www.blogger.com/profile/07878583588296216848noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-43582660518014358622008-01-01T22:55:00.000+05:302008-01-01T22:55:00.000+05:30रवि जी,आप एक-दम सही फरमा रहे हॆंलोग-बाग ’हॆप्पी न्...रवि जी,आप एक-दम सही फरमा रहे हॆं<BR/>लोग-बाग ’हॆप्पी न्यू ईयर’ कहकर<BR/>सिर्फ एक ओपचारिकता निभा रहें हॆं<BR/>किस्से सभी पुराने हॆं<BR/>जिन्हें वे नया बता रहें हॆ.<BR/>अब हमें ही देख लो-<BR/>नये साल पर एक कविता-<BR/>बीस साल पहले लिखी थी<BR/>जिसे हर नये साल पर सुना रहें हॆं<BR/>अब आप बताईये-<BR/>हमारी कविता सुनने कब आ रहे हॆं?विनोद पाराशरhttps://www.blogger.com/profile/16819797286803397393noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-53986336467051443052008-01-01T08:28:00.000+05:302008-01-01T08:28:00.000+05:30नए साल में नया पुराना सब बढ़िया हो।नए साल में नया पुराना सब बढ़िया हो।Batangadhttps://www.blogger.com/profile/08704724609304463345noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-47775152248366795122007-12-31T10:25:00.000+05:302007-12-31T10:25:00.000+05:30नये साल में उतनी ही टिप्पणीयाँ मिलेगी जितनी पिछले ...नये साल में उतनी ही टिप्पणीयाँ मिलेगी जितनी पिछले साल मिली थी, बढ़े हुए पाठको की टिप्पणीयाँ चिट्ठे बढ़ने से समानुपात से वितरीत हो जायेगी.<BR/><BR/>हर साल यही सोचता हूँ. <BR/><BR/>म्स्त नियम लिखे है. मजा आया.संजय बेंगाणीhttps://www.blogger.com/profile/07302297507492945366noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-14304623409427163672007-12-31T08:51:00.000+05:302007-12-31T08:51:00.000+05:30नए साल के बारे मे इतना सब कुछ सुन लेने के बाद भी ...नए साल के बारे मे इतना सब कुछ सुन लेने के बाद भी मैं कहूँगा की नया साल आप को ही मुबारक हो.Shailendrahttps://www.blogger.com/profile/08957657175076478012noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-90836064699864543342007-12-30T23:07:00.000+05:302007-12-30T23:07:00.000+05:30बहुत खूब रवि जी इसे पढ़ कर लगता है कि आप को पुराने ...बहुत खूब रवि जी इसे पढ़ कर लगता है कि आप को पुराने साल के लिए ही बधाई दे दें कि झेल गये और आने वाले साक के लिए शुभकामनाएंAnita kumarhttps://www.blogger.com/profile/02829772451053595246noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-25501539982605500072007-12-30T17:21:00.000+05:302007-12-30T17:21:00.000+05:30उम्दा! तब भी लोग तमाम तरह की क़समें बार बार खाने से...उम्दा! तब भी लोग तमाम तरह की क़समें बार बार खाने से बाज़ नहीं आते. आपके कमेन्ट से बहुत बल मिला था. धन्यवाद.Ashok Pandehttps://www.blogger.com/profile/03581812032169531479noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-64146274917441532652007-12-30T16:54:00.000+05:302007-12-30T16:54:00.000+05:30रवि जी मजा आ गया । मरफी के यही नियम खोजते हुए हम प...रवि जी मजा आ गया । मरफी के यही नियम खोजते हुए हम पहली बार आपके ब्लॉग पर आए थे । और फिर ब्लॉगिंग में आ गये । ये सब आठ महीने पहले हुआ था ।Yunus Khanhttps://www.blogger.com/profile/12193351231431541587noreply@blogger.com