tag:blogger.com,1999:blog-7370482.post5772830785306622442..comments2024-02-27T01:29:00.603+05:30Comments on छींटे और बौछारें: द रीयल इंडियन आइडल्स...रवि रतलामीhttp://www.blogger.com/profile/07878583588296216848noreply@blogger.comBlogger8125tag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-87406524661425029092007-11-20T10:36:00.000+05:302007-11-20T10:36:00.000+05:30यूनुस भाई, ये वीडियो मैंने ही खींच कर अपलो़ड किया ...यूनुस भाई, ये वीडियो मैंने ही खींच कर अपलो़ड किया है.<BR/><BR/>नमन के असली हकदार तो ये नामालूम कलाकार हैं जो रुपए दो रुपए की चाहत में आपके बोझिल सफर को मनोरंजक बनाने के जी-तोड़ प्रयास करते हैं...रवि रतलामीhttps://www.blogger.com/profile/07878583588296216848noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-85526902966848336562007-11-19T21:11:00.000+05:302007-11-19T21:11:00.000+05:30गुरूजी आपने वाकई कमाल कर दिया । मुंबई की लोकल ट्रे...गुरूजी आपने वाकई कमाल कर दिया । मुंबई की लोकल ट्रेनों में जब भी किशोरवय के बच्चों को गाते देखता हूं तो हमेशा लगता है कि इन पर कुछ काम होना चाहिए । कम से कम एक ऐसी डॉक्यूमेन्ट्री तो बने जो इनकी जिंदगी की बारीक परतों को सामने लाए , शायद आप जानते हों कि ये किसी 'भाई' के पाले हुए लोग हैं । शोषण के शिकार । इन्हें हर हाल में गाना पड़ता है और अपनी कमाई अपने 'बॉस' को सौंपनी पड़ती है ।<BR/><BR/>बस एक जिज्ञासा है--ये वीडियो आपने यूटयूब पर कैसे खोजे । क्या आपने स्वयं ही इन्हें शूट किया है । अगर हां तो भईया और ज्यादा नमन हो आपको ।Yunus Khanhttps://www.blogger.com/profile/12193351231431541587noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-77273884000007365842007-11-18T18:59:00.000+05:302007-11-18T18:59:00.000+05:30आपने बहुत सही मुद्दा उठाया है।आपने बहुत सही मुद्दा उठाया है।नितिन | Nitin Vyashttps://www.blogger.com/profile/14367374192560106388noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-86337817602825611882007-11-18T10:59:00.000+05:302007-11-18T10:59:00.000+05:30रवि जी आप बधाई के पात्र हैं । सामाजिक परिस्थिती पर...रवि जी आप बधाई के पात्र हैं । सामाजिक परिस्थिती पर अच्छा विष्लेषण किया है ।<BR/>मनोज कुमार शर्मा www.srijaninfotech.comAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-33437040298545775372007-11-16T22:48:00.000+05:302007-11-16T22:48:00.000+05:30रवि जी, बहुत बहुत बधाइयां स्वीकार कीजिएगा। इस छोट...रवि जी, बहुत बहुत बधाइयां स्वीकार कीजिएगा। इस छोटे से आलेख से मक्सिम गोर्की की याद आ गई जिस के तमाम साहित्य में इसी तरह के चरित्र <BR/>भरे पड़े हैं। इस आज की विपणनवादी व्यवस्था में कोई इन की प्रतियोगिता करवा कर इन्हें थोड़ा सा प्रकाश देने वाला नहीं है। और उस में भी विपणन छुपा हो तो सैंकडों मे से एक-दो के प्रकाशित हो जाने से यह बिरादरी भी सपने देखना सीख लेगी। और ये सपने उन की थोड़ी सकून की जिन्दगी में बैचेनी और टूटन भी पैदा कर देगी। तब इन्सान की टूटन और भी दर्द भरी और भयानक हो जाएगी। जब तक पूरी बिरादरी के आर्थिक उत्थान का कोई उपाय न हो तब तक ये हादसे दिखाई देते ही रहेंगे। आप की संवेदनशीलता प्रणम्य है।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-76773922201253658812007-11-16T21:38:00.000+05:302007-11-16T21:38:00.000+05:30बहुत सही!!बहुत सही!!Sanjeet Tripathihttps://www.blogger.com/profile/18362995980060168287noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-47785607145073362482007-11-16T20:14:00.000+05:302007-11-16T20:14:00.000+05:30बहुत सही सलाह। कला और प्रतिभा तो बहुतों में छिपी ...बहुत सही सलाह। कला और प्रतिभा तो बहुतों में छिपी होती है लेकिन सबमें वह सपना, वह जुनून, वह जज्बा नहीं होता। जिनमें ये सब होते हैं, उनमें से भी अधिकतर लोग किसी उपयुक्त अवसर, किसी प्रेरणा, किसी सहायता के बगैर जिंदगी में कुछ खास नहीं कर पाते। <BR/><BR/>कम से कम अवसर तो सबको एक समान दिया जाना चाहिए, ताकि हर कोई अपनी प्रतिभा को सामने ला सके, उसे निखार कर अपना योगदान कर सके, अपनी जिंदगी को सार्थक कर सके।Srijan Shilpihttps://www.blogger.com/profile/09572653139404767167noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-46973220301080198862007-11-16T20:11:00.000+05:302007-11-16T20:11:00.000+05:30रविजी, सही कह रहे हैं आप ऐसे ना जाने कितने धुरंधर ...रविजी, सही कह रहे हैं आप ऐसे ना जाने कितने धुरंधर गायक मैने भी सुने हैं। ये टिप्पणी बगैर विडियो देखे लिख रहा हूँ। विडियो यहाँ से चलता नही है।Tarunhttps://www.blogger.com/profile/00455857004125328718noreply@blogger.com