tag:blogger.com,1999:blog-7370482.post5294970049805131148..comments2024-02-27T01:29:00.603+05:30Comments on छींटे और बौछारें: महिलाओं का अल्टीमेट एप्प : क्लॉथरवि रतलामीhttp://www.blogger.com/profile/07878583588296216848noreply@blogger.comBlogger15125tag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-43470402363382643332012-06-27T14:11:35.696+05:302012-06-27T14:11:35.696+05:30आपके हिसाब से गलत और भाभी जी के हिसाब से एकदम सही ...आपके हिसाब से गलत और भाभी जी के हिसाब से एकदम सही समय!रवि रतलामीhttps://www.blogger.com/profile/07878583588296216848noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-42217940385687492432012-06-27T14:11:03.153+05:302012-06-27T14:11:03.153+05:30ध्यान का तो पता नहीं, पर उपकरण अवश्य अद्भुत है. :)...ध्यान का तो पता नहीं, पर उपकरण अवश्य अद्भुत है. :)रवि रतलामीhttps://www.blogger.com/profile/07878583588296216848noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-53875893510525693822012-06-27T14:10:16.500+05:302012-06-27T14:10:16.500+05:30सबसे बड़ा हकीकत ही असली व्यंग्य होता है... :)सबसे बड़ा हकीकत ही असली व्यंग्य होता है... :)रवि रतलामीhttps://www.blogger.com/profile/07878583588296216848noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-45162086823457929842012-06-27T14:09:47.121+05:302012-06-27T14:09:47.121+05:30मसलन...?मसलन...?रवि रतलामीhttps://www.blogger.com/profile/07878583588296216848noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-86328527852289802572012-06-27T14:09:25.016+05:302012-06-27T14:09:25.016+05:30हाँ, शायद बहुत देखना बाकी है :)हाँ, शायद बहुत देखना बाकी है :)रवि रतलामीhttps://www.blogger.com/profile/07878583588296216848noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-3360006962638161862012-06-27T09:56:32.970+05:302012-06-27T09:56:32.970+05:30गलत समय आपकी पोस्ट खुल गयी, श्रीमतीजी बगल में थीं ...गलत समय आपकी पोस्ट खुल गयी, श्रीमतीजी बगल में थीं और उन्होने अपने आईपैड पर डाउनलोड भी कर लिया है उसे..प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-64683634438786391092012-06-27T09:45:49.659+05:302012-06-27T09:45:49.659+05:30आप सबका कितना ध्यान रखते हैं। अद्भत - उपकरण भी और...आप सबका कितना ध्यान रखते हैं। अद्भत - उपकरण भी और आपकी पोस्ट भी।विष्णु बैरागीhttps://www.blogger.com/profile/07004437238267266555noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-54984111721295460952012-06-27T09:42:35.855+05:302012-06-27T09:42:35.855+05:30दोनों !
:Dदोनों ! <br />:DAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-69751722240377569292012-06-27T08:42:16.664+05:302012-06-27T08:42:16.664+05:30रवि जी, क्या बात करते हैं आप ! इसे आप व्यंग कह रह...रवि जी, क्या बात करते हैं आप ! इसे आप व्यंग कह रहे हैं ? अरे इससे बड़ी हकीकत तो जीवन में कभी पढ़ी नहीं पहले। स्त्रीयों में कपडे खरीदने का नशा बहुत तेज़ी से बढ़ रहा है। और बहुत से कपडे अलमारियों में नए के नए पड़े रह जाते हैं , उनका नंबर ही नहीं आता। पत्नियों को शौपिंग कराते समय बेचारा पति यदि उसे समझाएतो पत्नी बुरा मान जायेगी अतः बेचारा , बिना कुछ कहे पत्नी की जायज , नाजायज हर मांग पूरी करता रहता है। पतियों का आर्थिक नुकसान तो है ही , साथ ही साथ देश की अर्थव्यवस्था बिगाड़ने में स्त्रीयों की गैर-जिम्मेदार शौपिंग , एक बहुत बड़ा कारण है। काश हम उतना ही समान खरीदें , जितना आवश्यक है और जिसका हम उपभोग कर सकते हों।ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-71713596170565316212012-06-27T00:36:03.140+05:302012-06-27T00:36:03.140+05:30अभी बहुत कुछ आना बाकी है :)अभी बहुत कुछ आना बाकी है :)Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-70370023033673524022012-06-26T19:28:41.478+05:302012-06-26T19:28:41.478+05:30स्वचालित एलार्म का आपका सुझाव बढ़िया है लेकिन एप्प...स्वचालित एलार्म का आपका सुझाव बढ़िया है लेकिन एप्प वाले इसे नहीं मानेंगे। उनकी बिक्री चौपट हो जायेगी। महिलाएं पति की टोका-टोकी तो सहन करती नहीं, ई एप्प क्या चीज है ?एलार्म बजते ही चूर चूर हो जायेगा।:)<br /><br />अंतर सोहिल का सुझाव बढ़िया है।<br /><br />भौतिकता के मकड़जाल में फंसते जा रहे हैं हम। देखें, अभी और क्या-क्या देखना है!देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-20188224628132200582012-06-26T17:06:29.450+05:302012-06-26T17:06:29.450+05:30मगर क्या?
यह आलेख या फिर यह एप्प?
:)मगर क्या?<br />यह आलेख या फिर यह एप्प?<br />:)रवि रतलामीhttps://www.blogger.com/profile/07878583588296216848noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-33383613337908636712012-06-26T16:25:29.850+05:302012-06-26T16:25:29.850+05:30बढिया है :)बढिया है :)vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-82256124056860974572012-06-26T14:28:00.492+05:302012-06-26T14:28:00.492+05:30हा हा हा... एकदम सही बात कही आपने. देखतें हैं दूसर...हा हा हा... एकदम सही बात कही आपने. देखतें हैं दूसरे और क्या कहते हैं.... :)रवि रतलामीhttps://www.blogger.com/profile/07878583588296216848noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-71716790399588379672012-06-26T13:10:07.064+05:302012-06-26T13:10:07.064+05:30पुरुषों को तो केवल एक ही एप्प का इंतजार है जो शाम ...पुरुषों को तो केवल एक ही एप्प का इंतजार है जो शाम को घर में घुसने से पहले ही पत्नियों का मूड बता दे :)<br /><br />प्रणामअन्तर सोहिलhttps://www.blogger.com/profile/06744973625395179353noreply@blogger.com