tag:blogger.com,1999:blog-7370482.post4637275327627166450..comments2024-02-27T01:29:00.603+05:30Comments on छींटे और बौछारें: फ़ोर फ़िगर सब्सक्राइबरों की ओर छलांग लगाते हिंदी चिट्ठेरवि रतलामीhttp://www.blogger.com/profile/07878583588296216848noreply@blogger.comBlogger15125tag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-83901886975802291502010-10-15T19:57:46.523+05:302010-10-15T19:57:46.523+05:30Hazari mansabdar banane kee rah par bahut bahut ba...Hazari mansabdar banane kee rah par bahut bahut badhaee Ajit jee.Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-37824725978813003202010-10-14T08:30:14.990+05:302010-10-14T08:30:14.990+05:30ईमेल से प्राप्त अजित जी की टिप्पणी -
कैश मोड में ब...ईमेल से प्राप्त अजित जी की टिप्पणी -<br />कैश मोड में ब्लॉग अभी अभी देख पाया हूं, मगर अब उस रूप में टिप्पणी नहीं जा पा रही है। कृपया इसे प्रकाशित कर दें। <br />आपका ब्लॉग मेरे लैपटॉप पर कभी नहीं खुल पाया। <br />अब डेल का यह पीस बेटे को दे रहा हूं और नया ले रहा हूं अपने लिए:) उसमें सबकुछ आपसे पूछ कर या आपके पास आक दुरुस्त करूंगा। <br />जैजै<br /><br /><br />रवि भाई,<br />यह सूचना सब तक पहुंचाने के लिए आपका बहुत आभार। <br />शब्दों का सफ़र के नियमित सब्सक्राइबरों की संख्या आज दोपहर तक 1033 को पार कर गई थी। <br />आप जैसे साथियों की प्रेरणा से हिन्दी ब्लॉगिंग में क़दम रखा था। सफ़र को लगातार आपके मार्गदर्शन और उपस्थिति की आवश्यकता रही है। आपका इससे जुड़ाव हमेशा मैं महसूस करता हूं। <br />बहुत आभाररवि रतलामीhttps://www.blogger.com/profile/07878583588296216848noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-11158827243349442742010-09-20T21:18:56.481+05:302010-09-20T21:18:56.481+05:30एक अध्ययन यह भी है
http://tips-hindi.blogspot.com...एक अध्ययन यह भी है <br />http://tips-hindi.blogspot.com/2010/09/100.htmlडॉ महेश सिन्हाhttps://www.blogger.com/profile/18264755463280608959noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-92066170655895806082010-09-20T17:49:38.257+05:302010-09-20T17:49:38.257+05:30निश्चय ही आप लोग की उपलब्धि सराहनीय है। ई मेल सब्क...निश्चय ही आप लोग की उपलब्धि सराहनीय है। ई मेल सब्क्रिप्शन का विजेट हिंदी ब्लागों पर लगाने का काम मैंने पहल पहल आपके ही ब्लॉग पर देखा था।<br /><br />अकेले तो नहीं पर मेरे हिंदी ब्लॉग <a href="http://ek-shaam-mere-naam.blogspot.com" rel="nofollow">एक शाम मेरे नाम</a> और उसके हिंदी रोमन संस्करण <a href="http://manishkmr.blogspot.com" rel="nofollow">Ek Shaam Mere Naam</a> ने मिलकर हजार का ये आँकड़ा 540+460 इसी महिने छू लिया है। <br /><br />वैसे रवि जी ये अपने आप में एक अध्ययन का विषय है कि किस हद तक फॉलोवर्स और ई मेल सब्सक्राइबर्स जाल पृष्ठ पर हिट्स को बढ़ाते हैं।Manish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-67417431781984483492010-09-18T08:00:54.356+05:302010-09-18T08:00:54.356+05:30एक क्लिक, एक पाठक, एक वोट. प्रजातांत्रिक मूल्यों ...एक क्लिक, एक पाठक, एक वोट. प्रजातांत्रिक मूल्यों की रक्षा करते आंकड़ों का जादू.Rahul Singhhttps://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-70101358482401503312010-09-18T06:06:41.557+05:302010-09-18T06:06:41.557+05:30नियमित लेखन नियमित पाठकों की कुञ्जी है। आपको याद ह...नियमित लेखन नियमित पाठकों की कुञ्जी है। आपको याद होगा एक समय आपके चिट्ठे के बाद सर्वाधिक नियमित पाठक मेरे चिट्ठे के थे। जब से ब्रेक लिया और लिखना छूटा पाठक भी छूट गये। सिम्पल फण्डा है चारा डालते रहो तो खरीदने वाले आते रहेंगे। :)<br /><br />खैर धीरे-धीरे ब्लॉगर इन सब मोह-माया से ऊपर उठ जाता है और स्वांत सुखाय वाली स्थिति में पहुँचने लगता है। बहरहाल निकट<br />भविष्य में हजार का आँकड़ा छूने वाले मित्रों को अग्रिम बधायी।ePandithttps://www.blogger.com/profile/15264688244278112743noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-16032586514404028342010-09-18T02:15:01.668+05:302010-09-18T02:15:01.668+05:30बहुत ही अच्छी खबर है। अजीत भाई को बधाइयॉं।बहुत ही अच्छी खबर है। अजीत भाई को बधाइयॉं।विष्णु बैरागीhttps://www.blogger.com/profile/07004437238267266555noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-15591226886807591962010-09-18T00:20:59.728+05:302010-09-18T00:20:59.728+05:30अरे वाह, बधाई हो जी बधाई हो, ये तो खुश कर देने वाल...अरे वाह, बधाई हो जी बधाई हो, ये तो खुश कर देने वाली बात है.<br />शब्दों का सफर और उत्तरांचल दोनों ही ही ब्लाग्स को बधाई .<br />दोनों ही ब्लॉग ऐसे हैं भी उन्हें यह उपलब्धि हासिल होनी ही चाहिए थी.<br /><br />और साथ ही मैं इस बात के लिए आशान्वित हूँ की जल्द अज जल्द आपका यह ब्लॉग भी हजारी कहलायेगा<br />आमीन .<br /><br />ये बात आपने सौ फीसदी कही कि अब एग्रीगेटर्स की भूमिका दिन बा दिन ख़त्म होती जाएगी. क्यंकि जिस तीव्र गति से हिंदी ब्लाग्स की संख्या बढ़ रही है, उसे देखते हुए यह किसी भी एग्रीगेटर्स के लिए मुश्किल हो जाएगा कि वह समूचे हिंदी ब्लॉगजगत की पोस्टों का संग्रहण कर दिखा सके. बहुत से ब्लॉगर इस बात को काफी पहले समझ चुके हैं इसलिए वे अपने ब्लॉग पर इमेल पर प्राप्त करें वाली सुविधा पहले से देते आ रहे हैं लेकिन जो नहीं समझे है वो भी आगे चलकर धीरे-धीरे समझ ही जाएंगेSanjeet Tripathihttps://www.blogger.com/profile/18362995980060168287noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-44506980139124377012010-09-17T20:46:39.101+05:302010-09-17T20:46:39.101+05:30बहुत बधाई हो।बहुत बधाई हो।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-57507142367774625912010-09-17T19:45:34.384+05:302010-09-17T19:45:34.384+05:30बधाई ! हम भी लगा के देखें कितने होते हैं २-४ तो ह...बधाई ! हम भी लगा के देखें कितने होते हैं २-४ तो हो ही जायेंगे अपने भी ;)Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-91903296105295669592010-09-17T14:39:31.153+05:302010-09-17T14:39:31.153+05:30रवी भाई ,मै नही जानता कि मै सही सोच रहा हूँ या गलत...रवी भाई ,मै नही जानता कि मै सही सोच रहा हूँ या गलत लेकिन आज भी हिन्दी ब्लोगिंग उस स्तर तक नहीं पहुच पायी है जहां इसे पहूचना चाहिए था | जिन ब्लोगों पर ज्यादा पाठक आते है उसका कारण कुछ भी हो सकता है | लेकिन मेरी नजर में वो चिट्ठे भी कम नहीं है जिनकी बदौलत किसी न किसी का काम निकल जाता है चाहे उस पर शून्य टिप्पणी या १० विजिटर आते हो | यानी कि मै मात्रा पर विश्वास नहीं करता गुणवत्ता पर विश्वास करता हूँ |आज इन्टरनेट पर हिन्दी का विकास आप जैसे गुणीजनों की बदौलत ही हुआ है | लेकिन फिर भी आज आपकी कार या बाईक रास्ते में खराब हो जाए या उसका रखरखाव करना हो तो कौनसे ब्लॉग से आप पढकर यह कर पायेंगे ? यानी की चिठ्ठे बढे है लेकिन काम में आने वाली जानकारी नहीं बढ़ी | इस प्रकार की जानकारी के लिये फिर अंगरेजी साईटों का मुह ताकना पड़ता है |naresh singhhttps://www.blogger.com/profile/16460492291809743569noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-61653589406700015002010-09-17T13:51:41.647+05:302010-09-17T13:51:41.647+05:30बहुत बहुत बधाई ...
सुरेश जी ... आपको शुभकामनाएँ ...बहुत बहुत बधाई ... <br /><br />सुरेश जी ... आपको शुभकामनाएँ ... प्रार्थना करता हूँ आप अपने लक्ष्य प्राप्ति में सफल होंपद्म सिंहhttp://padmsingh.wordpress.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-37213716826323136972010-09-17T13:24:02.682+05:302010-09-17T13:24:02.682+05:30हमारे लिए तो अभी दिल्ली दूर है !हमारे लिए तो अभी दिल्ली दूर है !प्रवीण त्रिवेदीhttps://www.blogger.com/profile/02126789872105792906noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-15532773214257968612010-09-17T10:48:37.243+05:302010-09-17T10:48:37.243+05:30कोशिश तो अपनी भी कुछ ऐसी ही है, लेकिन मैं लक्ष्य छ...कोशिश तो अपनी भी कुछ ऐसी ही है, लेकिन मैं लक्ष्य छोटे-छोटे रखता हूं… फ़िलहाल मेरा लक्ष्य इस वर्ष के अन्त तक 1000 सब्स्क्राइबर छूने का है…<br /><br />जलन का तो पता नहीं, अलबत्ता मेरे 1000 सब्स्क्राइबर्स होने पर "सेकुलर्स" को घोर निराशा अवश्य होगी… :) अभी तो सिर्फ़ 800 पार ही पहुँचे हैं हम…Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/02326531486506632298noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-57915586480652882472010-09-17T08:42:57.964+05:302010-09-17T08:42:57.964+05:30क्या बात है.. बधाई..क्या बात है.. बधाई..रंजनhttp://aadityaranjan.blogspot.com/noreply@blogger.com