tag:blogger.com,1999:blog-7370482.post2482140491206382728..comments2024-02-27T01:29:00.603+05:30Comments on छींटे और बौछारें: हिन्दी एमपी3 गानों का सर्च इंजिनरवि रतलामीhttp://www.blogger.com/profile/07878583588296216848noreply@blogger.comBlogger9125tag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-52794691248083667982007-03-08T21:29:00.000+05:302007-03-08T21:29:00.000+05:30http://giitaayan.comरवि जी कृपया ये साईट भी देखें ...http://giitaayan.com<BR/><BR/>रवि जी कृपया ये साईट भी देखें ।यूनुसhttps://www.blogger.com/profile/05987039597915161921noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-89393540944399702007-03-08T12:49:00.000+05:302007-03-08T12:49:00.000+05:30यूनुस,इतनी अच्छी जानकारी देने के लिए आपका धन्यवाद....यूनुस,<BR/>इतनी अच्छी जानकारी देने के लिए आपका धन्यवाद.<BR/>आप तो बढ़िया लिखने लगे हैं. हिन्दी में ब्लॉग कब शुरू कर रहे हैं?<BR/><BR/>रविरवि रतलामीhttps://www.blogger.com/profile/07878583588296216848noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-32709284773569049972007-03-07T18:07:00.000+05:302007-03-07T18:07:00.000+05:30रवि जी हिंदी फिल्मी गीतों के कई स्त्रोत इंटरनेट ...रवि जी हिंदी फिल्मी गीतों के कई स्त्रोत इंटरनेट पर हैं । पर पिछले कुछ दिनों से मैं जिन वेब साईटों पर दुर्लभ गीत खोज रहा हूं उनकी जानकारी शेयर करना चाहता हूं । एक तलत मेहमूद की वेबसाईट है: talatmehmood.net । इस वेबसाईट को उनके बेटे खालिद ने बनवाया है और इसमें उनके कई कई गीत एम0पी03 फॉर्मेट में उपलब्ध हैं । उन गीतों की सूची भी है जो उनके पास नहीं हैं और अगर उनका अनुरोध है कि अगर किसी के पास हों तो कृपया भेजें । अगर आपने ये साईट नहीं देखी तो जरूर देखिये । इसके अलावा सलिल चौधरी पर एक दिलचस्प साईट है सलिल दा डॉट कॉम । इस पर तो उनके हिंदी और बंगाली फिल्मी गीतों के साथ साथ गैर फिल्मी गीत और वृंद गान भी हैं और टी0वी0सीरीयलों के लिये तैयार गाने भी । इसे भी देखिये । बरसों पहले मैंने हेमंत कुमार की आधिकारिक वेब साईट देखी थी । पर आजकल वह मिल नहीं रही है । उस पर भी अच्छा संग्रह था । <BR/>यूनुस खान विविध भारतीयूनुसhttps://www.blogger.com/profile/05987039597915161921noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-2302684964405881782007-03-07T18:03:00.000+05:302007-03-07T18:03:00.000+05:30रवि जी हिंदी फिल्मी गीतों के कई स्त्रोत इंटरनेट ...रवि जी हिंदी फिल्मी गीतों के कई स्त्रोत इंटरनेट पर हैं । पर पिछले कुछ दिनों से मैं जिन वेब साईटों पर दुर्लभ गीत खोज रहा हूं उनकी जानकारी शेयर करना चाहता हूं । एक तलत मेहमूद की वेबसाईट है: talatmehmood.net । इस वेबसाईट को उनके बेटे खालिद ने बनवाया है और इसमें उनके कई कई गीत एम0पी03 फॉर्मेट में उपलब्ध हैं । उन गीतों की सूची भी है जो उनके पास नहीं हैं और अगर उनका अनुरोध है कि अगर किसी के पास हों तो कृपया भेजें । अगर आपने ये साईट नहीं देखी तो जरूर देखिये । इसके अलावा सलिल चौधरी पर एक दिलचस्प साईट है सलिल दा डॉट कॉम । इस पर तो उनके हिंदी और बंगाली फिल्मी गीतों के साथ साथ गैर फिल्मी गीत और वृंद गान भी हैं और टी0वी0सीरीयलों के लिये तैयार गाने भी । इसे भी देखिये । बरसों पहले मैंने हेमंत कुमार की आधिकारिक वेब साईट देखी थी । पर आजकल वह मिल नहीं रही है । उस पर भी अच्छा संग्रह था ।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-74296703066372138522007-03-06T20:04:00.000+05:302007-03-06T20:04:00.000+05:30अच्छी खोज. बधाई.अच्छी खोज. बधाई.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-24314977769404723352007-03-06T15:11:00.000+05:302007-03-06T15:11:00.000+05:30बहुत खूब रवि भाइ सा. मजा आ गया। पहए अलग अलग साईट्स...बहुत खूब रवि भाइ सा. मजा आ गया। पहए अलग अलग साईट्स पर जा कर गाना ढूंढना पड़ता था जो बहुत उबाऊ था, अब मुश्किल बहुत आसान हो गई है।<BR/>धन्यवाद आपको और इस टूल को बनाने वाले दोनों को।Sagar Chand Naharhttps://www.blogger.com/profile/13049124481931256980noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-84671725002957408512007-03-06T14:48:00.000+05:302007-03-06T14:48:00.000+05:30ये तो बहुत ही अच्छी लिंक खोज लाए आप।ये तो बहुत ही अच्छी लिंक खोज लाए आप।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-6329136603607333712007-03-06T13:47:00.000+05:302007-03-06T13:47:00.000+05:30संजय,हाँ, मैंने बहुत पहले विनय से विनती की थी कि ह...संजय,<BR/>हाँ, मैंने बहुत पहले विनय से विनती की थी कि हिन्दी पोस्टों की चर्चा के साथ अंग्रेज़ी में भी दो लाइन लिख दें ताकि जो हिन्दी नहीं पढ़ पाते (या जैसे कि फ़ॉन्ट ही नहीं हैं) तो वे जुगाड़ लगाकर पढ़ने की कोशिश तो करते या नहीं तो कड़ी पर तो जा ही सकते हैं जिसके बारे में बताया जा रहा होता है.रवि रतलामीhttps://www.blogger.com/profile/07878583588296216848noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-43009052041574930402007-03-06T13:43:00.000+05:302007-03-06T13:43:00.000+05:30"यदि अंग्रेज़ी में दो लाइन नहीं लिखी होती तो..."क्..."यदि अंग्रेज़ी में दो लाइन नहीं लिखी होती तो..."<BR/><BR/>क्या इसे कोई इशारा मानें ?<BR/><BR/>वैसे कमाल की खोज लाएं है. खुब.Anonymousnoreply@blogger.com