tag:blogger.com,1999:blog-7370482.post231907897859930859..comments2024-02-27T01:29:00.603+05:30Comments on छींटे और बौछारें: ब्रह्माण्ड का सर्वश्रेष्ठ हिन्दी पृष्ठ...रवि रतलामीhttp://www.blogger.com/profile/07878583588296216848noreply@blogger.comBlogger14125tag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-77555623546752100212018-09-01T06:54:56.077+05:302018-09-01T06:54:56.077+05:30bahut khubbahut khubRohit raihttps://www.blogger.com/profile/14897870500385294675noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-27525618649022112072007-04-26T10:51:00.000+05:302007-04-26T10:51:00.000+05:30kkarnatak जी,अपनी स्क्रिप्ट मुझे भेज सकें तो आभारी...kkarnatak जी,<BR/>अपनी स्क्रिप्ट मुझे भेज सकें तो आभारी रहूंगा तथा उन्हें हिन्दीमय करने की भी कोशिश करूंगा :)<BR/><BR/>मैथिली जी,<BR/>धन्यवाद :) परंतु आपका सफेद झूठ पॉलीग्राफ़ टेस्ट में पकड़ा गया :):)<BR/><BR/>सृजन शिल्पी जी,<BR/>धन्यवाद :)<BR/><BR/>पंकज जी,<BR/>धन्यवाद :)<BR/><BR/>नितिन जी,<BR/>माफ़ी मिलेगी? :)<BR/><BR/>नीरज जी,<BR/>आपका आदेश सिर आँखों पर. काम जारी है. :)<BR/><BR/>पुनीत जी,<BR/>मुझे भी रुलाया था किसी ने. तो मैंने सोचा कि बदला ले ही लूं... :)<BR/><BR/>हरिराम जी,<BR/>धन्यवाद :)<BR/><BR/>समीर जी,<BR/>ऐसा क्या? आपको दो बार धन्यवाद :)<BR/><BR/>अभय जी,<BR/>धन्यवाद न भी करें तो चलेगा. चलिए, मैं आपका धन्यवाद कर देता हूँ... आपने भुगता भी और टिपियाया भी!<BR/><BR/>राजीव जी,<BR/><BR/>हाँ, अब मन को तसल्ली मिली. सचमुच लगने लगा है कि यह पन्ना सर्वश्रेष्ठ है!रवि रतलामीhttps://www.blogger.com/profile/07878583588296216848noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-79428219611049151552007-04-24T04:37:00.000+05:302007-04-24T04:37:00.000+05:30बहुत, बहुत अच्छा। अगर यह नहीँ कहा तो न जाने अगली ब...बहुत, बहुत अच्छा। अगर यह नहीँ कहा तो न जाने अगली बार कितना झेलना पड़े। नहीं, वास्तव में यह सर्वश्रेष्ठ है..<BR/><BR/><BR/>...<BR/><BR/>अरे मान भी जाइये!<BR/><BR/><BR/>...<BR/><BR/>सच में<BR/><BR/><BR/>..<BR/>.<BR/><BR/>मैं सौगन्ध पूर्वक कहता हूँ,<BR/><BR/><BR/>... <BR/>यही सबसे अच्छा है! <BR/><BR/>..<BR/>;)Rajeev (राजीव)https://www.blogger.com/profile/04166822013817540220noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-37639803333095621802007-04-23T18:32:00.000+05:302007-04-23T18:32:00.000+05:30अरे, वो ३०० वाली बात की बधाई तो रही गई. बहुत बहुत ...अरे, वो ३०० वाली बात की बधाई तो रही गई. बहुत बहुत बधाई. मिठाई बांटी जाये. :)Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-80338007266939839892007-04-23T18:31:00.000+05:302007-04-23T18:31:00.000+05:30इस यातना के लिये मैं कैसे आपका धन्यवाद करूँ..?इस यातना के लिये मैं कैसे आपका धन्यवाद करूँ..?अभय तिवारीhttps://www.blogger.com/profile/05954884020242766837noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-34909088127843026802007-04-23T18:06:00.000+05:302007-04-23T18:06:00.000+05:30महाराज, वहाँ भेज कर परेशान न भी करते, तब भी हम आप ...महाराज, वहाँ भेज कर परेशान न भी करते, तब भी हम आप ही का नाम जपते. :)Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-68563947700307730572007-04-23T17:16:00.000+05:302007-04-23T17:16:00.000+05:30आपके वेबपृष्ठ निस्सन्देह सर्ववृहद हैं, अच्छे और उप...आपके वेबपृष्ठ निस्सन्देह सर्ववृहद हैं, अच्छे और उपयोगी भी हैं। किन्तु 'सर्वश्रेष्ठ' को तौलने/परखने हेतु कोई तराजू/कसौटी जैसी क्षमता हममें कहाँ?हरिरामhttps://www.blogger.com/profile/12475263434352801173noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-42803570423489663202007-04-23T16:26:00.000+05:302007-04-23T16:26:00.000+05:30वाकई बहुत annoying था। बू हू हू हू :-(वाकई बहुत annoying था। बू हू हू हू :-(Punit Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/11583828885829429812noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-73178512737888444912007-04-23T16:13:00.000+05:302007-04-23T16:13:00.000+05:30ये तो टाइम पास पोस्ट हो गई. पुरानी मांग पूरी कीजिए...ये तो टाइम पास पोस्ट हो गई. पुरानी मांग पूरी कीजिए. अपन अपने ठेके के कमेंट जुटाने का वचन देते हैं.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-91204072409274621302007-04-23T15:39:00.000+05:302007-04-23T15:39:00.000+05:30ये 'most annoying page' दिखा कर आपने एक बार पहले भ...ये 'most annoying page' दिखा कर आपने एक बार पहले भी अच्छा परेशान किया था.. :)Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-24784743359861432602007-04-23T13:07:00.000+05:302007-04-23T13:07:00.000+05:30अरे मालिक, यु आर द बेस्टअरे मालिक, यु आर द बेस्टपंकज बेंगाणीhttps://www.blogger.com/profile/05608176901081263248noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-61045286967490787552007-04-23T12:32:00.000+05:302007-04-23T12:32:00.000+05:30इंडीब्लॉगिज प्रतियोगिता में आपके चिट्ठे को भले ही ...इंडीब्लॉगिज प्रतियोगिता में आपके चिट्ठे को भले ही सबसे कम वोट मिले हों रवि जी, लेकिन सच्चाई यही है कि आप ही हिन्दी के वह सबसे सक्रिय चिट्ठाकार हैं जिनके लेखन में विपुल मात्रा के बावजूद गुणवत्ता में कोई गिरावट नहीं आ पाई है। उपयोगी तकनीकी कंटेंट, हास्य-व्यंग्य, व्यंजल तथा मरफी के सूत्रों आदि जैसे विविधतापूर्ण लेखन के माध्यम से आपने हिन्दी चिट्ठाकारी को जिस तरह से समृद्ध किया है, उसे लंबे अरसे तक कोई दूसरा चिट्ठाकार छू भी नहीं सकेगा।Srijan Shilpihttps://www.blogger.com/profile/09572653139404767167noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-57458536848039717702007-04-23T12:02:00.000+05:302007-04-23T12:02:00.000+05:30"एक ब्लॉगर को उसका और सिर्फ उसका अपना ही ब्लॉग पृष..."एक ब्लॉगर को उसका और सिर्फ उसका अपना ही ब्लॉग पृष्ठ सर्वश्रेष्ठ और सर्वप्रिय होता है. "<BR/>हमें तो आपके ही ब्लाग पृष्ठ सर्वश्रेष्ट लगते हैंAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-10419258427171375552007-04-23T11:27:00.000+05:302007-04-23T11:27:00.000+05:30इस जावास्र्किप्ट को पहले हम लोग एक दूसरे को चिढ़ाने...इस जावास्र्किप्ट को पहले हम लोग एक दूसरे को चिढ़ाने के लिये इस्तेमाल करते थे. <BR/><BR/>आप ने इसका हिन्दी में अनुवाद किया अच्छा रहा . मेरे पास ऎसी कई स्क्रिप्ट हैं .<BR/><BR/>कमलAnonymousnoreply@blogger.com