tag:blogger.com,1999:blog-7370482.post110939850976837727..comments2024-02-27T01:29:00.603+05:30Comments on छींटे और बौछारें: मेरे परालौकिक अनुभव...रवि रतलामीhttp://www.blogger.com/profile/07878583588296216848noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-35928541286946874702012-01-25T18:42:22.652+05:302012-01-25T18:42:22.652+05:30बहुत बदिया लगा जी आपका पारलौकिक अनुभव.... एक दो बा...बहुत बदिया लगा जी आपका पारलौकिक अनुभव.... एक दो बार हम भी कर बैठे हैं.दीपक बाबाhttps://www.blogger.com/profile/14225710037311600528noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-1109676341937411932005-03-01T16:55:00.000+05:302005-03-01T16:55:00.000+05:30रवि भाई,
ऐसे पारलौकिक अनुभव तो जाने कितने लोग रोज...रवि भाई,<br /><br />ऐसे पारलौकिक अनुभव तो जाने कितने लोग रोज ही करते हैं, आपने भी किए धोखे से ही सही, मुबारकबाद।<br /><br />मैंने आपका पूरा चिट्ठा पढ़ा क्योंकि आपने अम्बिकापुर का जिक्र किया जो मेरा गृहनगर है। दिल्ली में रहते 16 साल हो गए हैं और वहाँ के बारे में कुछ जानकर अच्छा लगा। अपने वहाँ के कुछ और अनुभव बताइये।Yayawarhttps://www.blogger.com/profile/10853494944705907774noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-1109423603854427862005-02-26T18:43:00.000+05:302005-02-26T18:43:00.000+05:30इस टिप्पणी को एक ब्लॉग व्यवस्थापक द्वारा हटा दिया गया है.Kaulhttps://www.blogger.com/profile/16384451615858129858noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-1109423496273046692005-02-26T18:41:00.000+05:302005-02-26T18:41:00.000+05:30इस टिप्पणी को एक ब्लॉग व्यवस्थापक द्वारा हटा दिया गया है.Kaulhttps://www.blogger.com/profile/16384451615858129858noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7370482.post-1109423432670071322005-02-26T18:40:00.000+05:302005-02-26T18:40:00.000+05:30बहुत बढ़िया! इसे कहते हैं दोस्ती। हम-पियाला, हम-नि...बहुत बढ़िया! इसे कहते हैं दोस्ती। हम-पियाला, हम-निवाला, हमसफर, हम-जिन्न हों।Kaulhttps://www.blogger.com/profile/16384451615858129858noreply@blogger.com